विशेष संवाददाता पुनीत मरकाम कांकेर ग्रामीण पिछले कई वर्षों से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की मांग कर रहे हैं लेकिन शासन प्रशासन इसे अनदेखा कर रही है।
कांकेर दुर्गूकोंदल ग्राम पंचायत साधुमिचगांव आश्रित ग्राम गरदा तहसील दुर्गूकोंदल जिला उत्तर बस्तर कांकेर छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हैं जो की मूल आश्रित ग्राम गरदा गांव की दूरी लगभग 7 किमी पर स्थित है जिसके लिए सभी ग्रामीण पिछले कई वर्षों से प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना की मांग कर रहे हैं लेकिन शासन प्रशासन इसे अनदेखा कर रही है जो कि आज तक पक्की सड़क से हमें वंचित रखा गया है पक्की मार्ग न होने के कारण ग्रामीणों ने कई बार प्रशासन को अवगत कराते हुए आवेदन किया गया है किंतु इसकी अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके चलते ग्रामीणों को अनेक जाने मे कठिनाई को सामना करना पड़ा है किसानों को बरसात के दिनो मे इस मार्ग से बीज लाने ले जाने में बरसात के समय में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है वह शिक्षकों को भी बच्चो को पढ़ने के लिए इस मार्ग से ही स्कूल के लिए जाना पड़ता है किंतु बरसात के दिनों में भी शिक्षक भी बच्चों को पढ़ने के लिए इस कठिन मार्ग का उपयोग कर जाने में बहुत कठिनाई होती है दिक्कतों का सामना करना पड़ता है साथ ही राशन पानी और बीमारियों से भी आपातकालीन परिस्थितियों में एंबुलेंस सुविधा नहीं पहुंच पाती है जिसके कारण ग्राम वासियों को कंधों के सहारे चिकित्सा सुविधा के लिए पैदल ही ले जाना पड़ता है वह कच्ची सड़क होने के कारण बरसात के दिनों में अधिक ज्यादा दलदल होने के कारण लोगों को इस दलदलीय क्षेत्र गुजरने में काफी सारी कठिनाई का सामना पड़ता है वह शासन प्रशासन को कई बार आवेदन भी प्रस्तुत किया जा चुका है इसके बाद भी अभी तक इस गांव में मूलभूत सुविधा की प्राप्ति नहीं हुई है वह ग्रामीणों चैतू रजनू राम अजय सगनी रामबाई शांति राजेश सुपोतिन सनाय बाई मानिता पुडों मतकर बृजलाल धनसिंह का कहना है कि अगर हमारी मांगे प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत इस योजना का लाभ नहीं मिलने के कारण हमें आगे चलकर आंदोलन करना पड़ेगा उसके लिए भी तैयार है l