सत्यार्थ न्यूज़ भीलवाड़ा ब्यूरो रिपोर्टर
अब्दुल सलाम रंगरेज
इमाम हुसैन की याद में निकले ताजिए –
भीलवाड़ा में ढोल ताशों की धुन पर हुआ अखाड़ा प्रदर्शन-
भीलवाड़ा-मोहर्रम का पवित्र महीना हमें इमाम हुसैन और उनके साथियों की कुर्बानी की याद दिलाता है, जिन्होंने न्याय, सच्चाई और धर्म की रक्षा के लिए अपनी जान दी। उनके बताए इंसानियत, एकता और शांति के संदेश को फैलाएं। यज़ीद के खिलाफ हुसैन का संघर्ष हमें अन्याय के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा देता है।
भीलवाड़ा में हजरत इमाम हुसैन की शहादत का मातमी पर्व मोहर्रम आज मनाया गया। शहर में ताजियों का जुलूस निकला। इस दौरान ढोल ताशों की धुन पर अखाड़ा प्रदर्शन किया।
करबला सोसायटी के अध्यक्ष मोहम्मद फिरोज गौरी ने बताया- दादाबाड़ी, मोहम्मदी कॉलोनी, हुसैन कॉलोनी, भवानी नगर, भोपालपुरा व कांवाखेड़ा कच्ची बस्ती और स्टेशन मस्जिद, आरके कॉलोनी, चपरासी कॉलोनी, पुलिस लाइन, गांधीनगर व रामनगर क्षेत्र के ताजिए अपने-अपने मुकाम से रवाना होकर देर रात बाहला में नीलगरों की मस्जिद चौक पहुंचे।
यहां से जुलूस ने पुरानी धानमंडी चौक में मुकाम लगाया। मार्ग में कई छबीलें लगाकर शरबत, दूध व हलवा वितरित किया। ढोल ताशों की मातमी धुन पर अखाड़ा प्रदर्शन किया। रायजी मोडा की गली, मंगला चौक व खारा कुआं होते हुए रात करीब तीन बजे गुलमंडी पहुंचा। यहां से सभी मोहर्रम अपने-अपने मुकाम के लिए रवाना हो गए।
आज शहर के सभी ताजिए अपने मुकाम से रवाना होकर दोपहर बाद सर्राफा बाजार पहुंचे। यहां प्रबुद्ध जनों की दस्तारबंदी कर स्वागत किया गया। यहां से ताजियों का जुलूस नीलगरों का चौक, पुरानी कचहरी, पटवारियों का मंदिर, तालाब की पाल व बड़ला चौराहा होते हुए करबला पहुंचा।
शहर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के साथ 200 जवान तैनात किए गए हैं।
इसके अतिरिक्त काछोला, जहाजपुर, मांडलगढ़, शाहपुरा में भी ताजिए निकाले जा रहे हैं। प्रशासन शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए पूरी तरह से मुस्तैद है।
आसींद में पैगंबर इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत के पर्व को आज आसींद कस्बे में ताजिया निकल कर मनाया जा रहा है। वही जगह-जगह पर लोगों ने सबीले लगाकर, लोगों को शरबत पिला रहे है ।सुरक्षा को लेकर प्रशासन भी पूरी तरह से चाक चौबंद है।