मूलभूत समस्या से तरसता अरनोद
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ग्राम पंचायत एवं उपखण्ड होने के बाद भी प्रमुख समस्याओं से जूझ रहा है अरनोद कस्बा
अर्पित जोशी रिपोर्ट
अरनोद कस्बे में मूलभूत सुविधा अभी तक उपलब्ध नही हुई ग्राम पंचायत अरनोद उपखण्ड होने के बाद भी अभी तक कस्बे सी.सी. रोड , साफ सफाई , पेयजल की समस्या, स्टेट लाईट, क्रोस नालियां की मरम्मत की प्रमुख समस्याओं के निराकरण की बांट जोह रहे हैं। इस कस्बे में मूलभूत सुविधाओं के साथ सार्वजनिक महत्व के विकास कार्यों की अनदेखी की गई है।
कस्बे सी.सी. रॉड पर लगा ब्रेक
अरनोद कस्बे सी .सी. रोड टूटी हुई है कस्बे जगह जगह पर छोटे मोटे गढ़े हो रहे है। एवं क्रोस की नालियों टूटी हुई जैसी दो पहिया वाहन निकालने में परेशानिया होती है क्रोस नालियों की मरम्मत करना चाहिये आने जाने वाले लोग को परेशान होते है लेकिन ग्राम पंचायत का कोई ध्यान नही गया ओर कस्बे में नया सी. सी. रॉड बना चाहिये लेकिन अभी तक सी .सी. रोड बनाने पर ब्रेक लगा दिया गया यह रॉड कस्बे में कई वर्ष पहले बना हुवा है ।
कस्बेवासि विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे हैं। लगभग 10 हजार की आबादी की इस ग्राम पंचायत मेंं विकास कार्यों पर ब्रेक लगा हुआ है। पंचायत पदाधिकारियों की मनमर्जी और जिम्मेदारों की अनदेखी के कारण यह लोग परेशान हैं।
कैलाश भाटी उप प्रधान
नहीं होती साफ सफाई,
कस्बेवासियों काआरोप है कि पंचायत में साफ सफाई का अभाव है। जगह जगह गंदगी के ढेर लगे हुए है नालिया गंदगी के ढेर से भरी हुई पड़ी है उनकी सफाई समय पर नही होती है सत्यनारायण मंदिर के पास खाई में काफी दिनों से गंदगी का ढेर लगा हुवा है लेकिन इस और भी ग्राम पंचायत का ध्यान नही जा रहा है
ग्राम पंचायत के द्वारा हजारों रुपए खर्च कर जगह जगह पर कचरा पात्र लगाए थे लेकिन कचरा वही रे गया और पात्र गायब हो गये। कस्बेवासियों का कहना है कि ग्राम पंचायत जल्द से जल्द से गंदगी के ढेर को साफ करावे ।
वार्ड पंच शान्तिलाल रैदास
कस्बे में बना पेयजल संकट
कस्बे वासियों का कहना है कि में पेयजल की गंभीर समस्या व्याप्त है पेयजल की व्यवस्था सही नही होरी है सप्ताह में एक दिन नल आते है वो भी 20,25 मिनट में बंद हो जाते है कस्बे में आधी से ज्यादा पाइप लाइन जीर्ण-शीर्ण हो चुकी है। जलापूर्ति के लिए बनी नई टंकी तथा पुरानी तो टंकियां नहीं भर पा रही है जिससे गांव में जल संकट बना हुआ है।कस्बे के नई आबादी में तो पाइप लाइन ही नही डली है वहाँ तो लोग तो हेडपंप के पानी ऊपर ही आश्रित है जलस्तर गिरने से लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं।
स्टेट लाइट आधी बंद तो आधी चालू
कस्बे में ग्राम पंचायत द्वारा कस्बे नई स्ट्रीट लाइटें लगाई थी मगर इन स्ट्रीट लाइटों का रखरखाव भी नहीं किया जाता है। लाइटें कुछ समय जलती हैं और फिर खराब होकर बंद हो जाती हैं। वहाँ नई स्ट्रीट लाइटें नहीं लगाई जाती हैं।शाम होते ही कस्बा अँधेरे में डूब जाता है।
वाहन चालकों को भी अँधेरे में सड़कों पर गड्ढे दिखाई नहीं देते और वह हादसों का शिकार हो जाते हैं।