विधायक कोठारी और कलेक्टर संधू ने किया मांडलगढ़ क्षेत्र में चारागाह विकास कार्यों का अवलोकन
ब्यूरो चीफ मुकेश पाराशर

भीलवाड़ा – भीलवाड़ा विधायक अशोक कोठारी और जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू ने मांडलगढ़ क्षेत्र की विभिन्न ग्राम पंचायतों में चल रहे चारागाह विकास कार्यक्रमों का अवलोकन कर प्रगति की समीक्षा की और कार्यों पर संतोष व्यक्त किया।
मांडलगढ़ क्षेत्र की माकड़िया, महुआ और जोजवा ग्राम पंचायत क्षेत्र में सुविचार अभियान के तहत फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटीज, नरेगा, जलग्रहण द्वारा कराए जा रहे चारागाह विकास कार्य को देखा। इस मौके पर विधायक कोठारी ने कहा कि चारागाह पशुओं के चरने का स्थान ही नहीं बल्कि भूजल के स्तर को बढ़ाने में मददगार साबित हो रहे है। उन्होंने कहा कि जहां जितने चारागाह होंगे, वहां जलस्तर भी उतना ही ऊपर होगा, जिससे पशुओं के लिए घास तो पैदा होगी ही वहीं कृषि का उत्पादन भी बढ़ेगा। चारागाह विकास के साथ-साथ जल संरचना संरक्षण पर भी ध्यान देना होगा और सी.सी.टी, ई.सी.टी, गोबिवियर चेक डेम आदि के माध्यम से वर्षा के जल को संरक्षित करने की महती आवश्यकता है। अगर वर्षा का जल संरक्षण कर पुनर्भरण कर दे तो पानी की कभी कमी नहीं होगी।
इस दौरान विधायक अशोक कोठारी, जिला कलेक्टर जसमीत सिंह संधू, पर्यावरण प्रेमी तिलोक चंद छाबड़ा, विनोद मेलाना, एडवोकेट अर्पित कोठारी एवं अन्य ग्रामीण तथा संस्थाओं के पदाधिकारी साथ थे।

अवलोकन के दौरान विधायक कोठारी और कलेक्टर संधू ने कार्यकारी संस्था फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटीज के कार्यों की सराहना की।
विधायक कोठारी ने भीलवाड़ा जिले को हाल ही में जल संरक्षण विकास कार्यक्रम के अंतर्गत माननीय राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कृत किए जाने पर जिला कलेक्टर को बधाई दी। उन्होंने जिले में चारागाह विकास कार्यक्रमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एफईएस का आभार व्यक्त किया।
विधायक कोठारी ने जिला कलेक्टर से आग्रह किया कि अपने व्यस्तम समय में महीने में एक या दो बार प्रकृति के साथ जुड़कर चारागाह विकास के कार्यों का अवलोकन कर संस्थाओं को निर्देशित करते रहें। उन्होंने कहा कि जिले में 225 पर कार्य चल रहे हैं और जिला कलेक्टर 50 चारागाह को मॉडल बनाने में लगे हुए हैं।
जोजवा पंचायत में कार्यों का जायजा लेने के बाद जिला कलेक्टर संधू ने अपने संदेश में कहा कि भारत सरकार और राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों पर भीलवाड़ा जिले में चारागाह विकास कार्यक्रम को प्राथमिकता से लिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकारी और गैर-सरकारी संगठन इस दिशा में अपनी भूमिका का अच्छे से निर्वहन कर रहे हैं।
उन्होंने सुविचार अभियान और फाउंडेशन फॉर इकोलॉजिकल सिक्योरिटीज द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की और बताया कि इन कार्यों को सांसद और विधायकों का मार्गदर्शन एवं सहयोग मिल रहा है।
वर्तमान समय में जिले में चारागाह विकास के 2300 कार्य प्रगति पर हैं, जबकि प्रधानमंत्री किसान समृद्धि योजना के तहत चारागाह विकास और जल संरक्षण एवं पुनर्भरण के 55 कार्य चल रहे हैं।
उन्होंने अपील की कि यदि सुविचार अभियान चारागाह विकास कार्य को अपनाता है, तो पूरा जिला इस अभियान से जुड़ जाएगा।


















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