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नींद में क्यों लगता है जैसे गिर रहे हों आप? यहां जानें सोते समय झटका लगने की वजह

सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़-सवांददाता मीडिया प्रभारी

कभी ऐसा हुआ है कि आप सोने गए हैं और अचानक ही एक झटके से आपका पूरा शरीर हिल गया हो। क्या आपको कभी नींद में गिरने जैसा एहसास हुआ हो। अगर हां तो यह हाइपनिक जर्क हो सकता है जो कई लोगों को होता है। आज इस आर्टिकल में हम आपको इसके कारण के बारे में बताएंगे।

HighLights

क्या आपको भी सोते समय अक्सर झटका महसूस होता है।

साइंस की भाषा में इसे हाइपनिक जर्क कहा जाता है।

इसकी कई वजह हो सकती है,जिसे जानना जरूरी है।

क्या आपको भी सोते समय अचानक जर्क या झटके जैसा महसूस होता है? आमतौर पर ऐसा तब होता है,जब आप सोने जाते हैं। इसकी वजह से आमतौर पर नींद तो नहीं खुलती, लेकिन पूरा शरीर हिल जाता है। अक्सर इसकी वजह से आपके साथ सो रहे व्यक्ति की नींद जरूर खराब हो जाती है,लेकिन क्या आपने जानते हैं कि सोते समय अचानक यह झटका क्यों लगता है? अगर नहीं, तो आइए जानते हैं इसके बारे में नींद में लगने वाला ये जर्क यह कुछ सेकंड के झटके जैसा होता है,जिसे साइंस की भाषा में हाइपनिक जर्क कहा जाता है। इसे हाइपनागोगिक जर्क या “स्लीप स्टार्ट” के रूप में भी जाना जाता है। यह एक इनवॉवलेंटरी मसल कॉन्ट्रैक्शन है, जो कुछ लोग सोते समय अनुभव करते हैं। वे इसे मांसपेशियों में झटके की तरह महसूस हो सकते हैं।

सोते समय क्यों लगते हैं अचानक झटके?

मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक हाइपनिक जर्क एक तरह का स्लीप मायोक्लोनस है। कुछ हाइपनिक जर्क हल्के होते हैं और शायद ही इनपर ध्यान जाता है। हालांकि,कुछ जर्क ऐसे हो सकते हैंजिसमें अचानक झटका महसूस होता है,जिससे व्यक्ति जाग जाता है। हाइपनिक जर्क आम हैं और अजबी ढंग से होते हैं। इन झटकों का सटीक कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन कुछ कारक उनकी संभावना को बढ़ा सकते हैं।

हाइपनिक जर्क का कारण

आमतौर पर हाइपनिक जर्क तब महसूस होता है,जब आप वेकफुलनेस और स्लीप के ट्रांजिशन में होते हैं। इस दौरान आपकी मसल्स को अचानक झटका लगता है,जिसे कंट्रोल नहीं किया जा सकता है। ऐसा इसलिए होता है,क्योंकि आपका नर्वस सिस्टम पूरे दिन एंग्जायटी और स्ट्रेस झेलता है। ऐसे में जब आप रिलैक्स करते हैं,तो भी आपके मसल्स हाई अलर्ट पर होते हैं और प्रोटेक्टिव मैकेनिज्म के तौर पर इनमें जर्क लगता है। इसके अलावा बहुत ज्यादा थकान भी हाइपनिक जर्क का एक आम कारण है। ऐसा तब भी हो सकता है,जब कोई व्यक्ति अनफंमर्टेबल कंडीशन में सो जाता है। साथ ही कैफीन,निकोटीन या कुछ दवाएं नींद आने या सोते रहने को मुश्किल बना सकते हैं,जो हाइपनिक जर्क को बढ़ा सकते हैं। लोगों को हाइपनिक जर्क के साथ-साथ नींद मेंकुछ अन्य लक्षण भी अनुभव जैसे:

⚫️ऐसा महसूस होना कि वे गिर रहे हैं या लड़खड़ा रहे हैं

⚫️एक बिजली के झटके जैसा महसूस हो सकता है।

⚫️एक हैलुसिनेशन या असली लगने जैसा सपना,जो अक्सर गिरने के बारे में होता है।

क्या हाइपनिक जर्क खतरनाक है?

हाइपनिक जर्क खतरनाक नहीं हैं। यह किसी तरह के हेल्थ इशू का संकेत नहीं है। ऐसे में इसकी वजह से डॉक्टर से कंसल्ट करने या कोई इलाज लेने की जरूरत नहीं है,जब तक कि ये परेशानी या अन्य लक्षण,जैसे असंयम,चोट,दर्द या भ्रम का कारण न बनें। साथ ही अगर ये बहुत ज्यादा और तेज हैं,तो इसकी वजह से सोने में परेशानी हो सकती हैं,जिससे अनिद्रा हो सकती है।

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