सर्दी के मौसम मे डेंगू के मच्छरों से करें बचाव : सिविल सर्जन डॉ. जय भगवान जाटान
पलवल-12 दिसम्बर
कृष्ण कुमार छाबड़ा
-डीसी डा. हरीश कुमार वशिष्ठ ने नगर पारिषद और पंचायत अधिकारियों को हर 15 दिन मे फोगिंग करने के दिए निर्देश-
सिविल सर्जन डॉ. जय भगवान जाटान ने बताया की सर्दी का मौसम शुरू हो गया है। इस मौसम में आमजन डेंगू के मच्छरों से अपना बचाव रखें। उन्होंने बताया कि जिला उपायुक्त डा. हरीश कुमार वशिष्ठï ने सभी नगर पारिषद और सभी पंचायत अधिकारियों को हर 15 दिन मे फोगिंग करने के निर्देश दिए हैं। इसकी कीटनाशक दवाई जिला मलेरिया कार्यालय पलवल से स्वास्थ्य निरीक्षक श्रीराम अवतार से प्राप्त की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि मलेरिया व डेंगू के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर- घर जाकर मच्छर के लार्वा की जांच कर रही है और बुखार आने पर मलेरिया, डेंगू की जांच के लिए लोगो को जागरूक कर रही है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग कि टीमों ने अब तक 1538 ऐसे घरों मे हिदायत संबंधी नोटिस दिए है, जिनमें मलेरिया, डेंगू मच्छरो के लार्वा पाए गये है। उन्होंने बताया कि पानी जहां भी जमा हो जाता है वहां पर मलेरिया व डेंगू फ़ैलाने वाले मच्छर अंडे देना शुरू कर देते है जिससे मच्छरों की ज्यादा बढ़ोतरी हो जाती है और बीमारी फैलने की आशंका भी बढ़ जाती है। समुदाय में लोग अपने घरों व दफ्तरों के आपपास पानी एकत्रित न होने दे, अगर पानी के निकासी की सुविधा न हो तो उसमे काला तेल व मिट्टी का तेल डाल दे जिससे मच्छर के लार्वा व अंडे समाप्त हो जाते हैं। हर साल की तरह इस बार भी लार्वा की जाच करने के लिए 20 ब्रीडिंग चेकर रखे गये है। सिविल सर्जन ने बताया कि सिविल अस्पताल पलवल में डेंगू व मलेरिया की मुफ्त जांच उपलब्ध है। कोई भी बुखार का मरीज डेंगू व् मलेरिया की जांच करा सकता है।
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.नवीन गर्ग ने सभी आमजन से सप्ताह में प्रत्येक रविवार को समुदाय में ड्राई डे मनाने के लिए अपील की है। इसके तहतघरों मे रखे कूलर व छतों पर रखी टंकियों को रगडक़र साफ़ करे व पीने के पानी को ढक कर रखे। इसके आलवा फ्रीज की ट्रे को सप्ताह में एक बार जरूर साफ़ करे। वहीं स्वस्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर पानी के स्रोतों की लगातार जांच कर रही है। जिले में हर महीने 1 से 10 तारीख तक रैपिड फीवर सर्वे किया जाता है ।
जिला पलवल मे अर्बन मलेरिया विभाग की टीम डेंगू व मलेरिया के बचाव के लिए लगातार कार्य कर रही है। जिले में अब तक 1,29,685 रक्त के नमूने लिए जा चुके है जिनमे मलेरिया का 2 केस, डेंगू के 29, चिकिनगुनिया के 12 केस पाए गए है। जिला पलवल का स्वास्थ्य विभाग डेंगू को लेकर पूरी तरह से मुस्तैदी के साथ अपने कार्य मे लगा हुआ है। जिला पलवल मे डेंगू के लार्वा की जांच के लिए अब तक 10,51,874 से ज्यादा घरो मे लार्वा की जांच हो चुकी है जिनमें घरों के कूलर, टंकी, फ्रिज की ट्रे की जांच हो चुकी है। इसके साथ ही तालाब व गंदे नाले है उनकी सफाई के लिए नगर परिषद् भी कार्य कर रहा है।
डॉ मंजीत गौतम ने बताया की जिले की 288 जोहड़ों मे लार्वा को खाने वाली गम्बुजिया मछली छोड़ी जा चुकी है जिनमे स्वस्थ्य विभाग की टीमो द्वारा एंटी लार्वा संबंधित जरूरी एक्टिविटीज करवाई जा रही है, जिसके तहत एक सघन कार्यक्रम चलाया जा रहा है 7 डेंगू के लिए आम जन की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नं. 01275-240022 है ढ्ढ
डेंगू के लक्षण
-अकस्मात तेज बुखार का होना 7
– अचानक तेज सिर दर्द होना 7
– मांसपेशियों तथा जोड़ो मे दर्द होना 7
– आंखों के पीछे दर्द होना, जोकि आँखों को घुमाने से बढ़ता है।
क्या करे
क्या न करे
-घरों के आसपास गड्डों को मिट्टी से भरवा दे।
-अपने कूलर, होदी या पानी से भरे हुए बर्तन सप्ताह में एक बार अवश्य खाली करें व कपडे से अच्छी तरह से रगड़ कर साफ करके प्रयोग करे।
-शरीर को ढक कर रखे और मच्छर रोधी दवा या क्रीम व कीटनाशक दवाई से उपचारित मच्छरदानी का उपयोग करे एवम पूरी बाजु के वस्त्र पहने।
-छतों पर रखी पानी की टंकियों को ढक्कन लगाकर बंद रखे।
-बुखार आने पर डाक्टर की सलाह अवश्य लें।
– स्वयं दवा न खाएं – एसप्रीन , ब्रुफिन दवाइयो का सेवन न करे।
-पुराना सामान जैसे टायर , ट्यूब , खाली डिब्बे ,पॉलिथीन के लिफाफे खुले मे न फेंके ताकि बरसात का पानी उनमें न भरे।
-यदि कूलर प्रयोग मे नही लाया जा रहा है तो उसमे पानी इक_ा न होने दे।
-हैण्डपंप या नल के आस पास पानी जमा न होने दे।
-टायर ट्यूब , खाली डिब्बे खुले मे न छोड़े।