उत्तर प्रदेश औरैया बिधूना:
रिपोर्टर _ अमरेंद्र कुमार
जिले में संचालित कई स्कूलों में बिना मान्यता के संचालित हो रही बड़ी कक्षाएं
लगातार शिकायतों के बावजूद शिक्षा विभाग के अधिकारी साधे मौन बिधूना के आइडियल पब्लिक स्कूल की कक्षा 8 तक की मान्यता पर कैसे संचालित हो रही थी 11 की कक्षा संवाददाता
औरैया। जिले में शिक्षा दिलाने के माध्यम से गोरखधंधा चमकाने वाले तमाम तथाकथित स्कूल संचालक कक्षा 5 की मान्यता लेकर कक्षा 8 तक की कक्षाएं व कक्षा 8 की मान्यता लेकर इंटर तक की कक्षाएं संचालित करते नजर आ रहे हैं और इस मामले की लगातार शिकायत किए जाने के बावजूद भी संबंधित अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं जिससे इन तथाकथित स्कूल संचालकों के आगे नियम कानून धूल चाटते नजर आ रहे हैं वहीं छात्र छात्राओं के अभिभावकों का शोषण के साथ छात्र-छात्राओं के भविष्य के साथ भी
खिलवाड़ हो रहा है। विगत दिवस बिधूना के एक आइडियल पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली कक्षा 11 की छात्रा द्वारा एक शिक्षक से परेशान होकर आत्महत्या करने का मामला भी तेजी से उछलता नजर आ रहा है कि जब यहां कक्षा 8 की मान्यता थी तो 11 की कक्षा कैसे संचालित हो रही थी। इन दिनों जिले में बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों की उदासीनता से तमाम तथाकथित स्कूल संचालकों द्वारा कक्षा 5 की मान्यता के नाम पर कक्षा आठ तक की कक्षाएं अवैध रूप से संचालित किए जाने व कक्षा 8 तक की मान्यता लेकर हाई स्कूल व इंटरमीडिएट तक कक्षाएं मनमाने तरीके से संचालित किए जाने को लेकर लगातार आवाजें उठाई जा रही हैं किंतु इसके बावजूद संबंधित अधिकारी खामोशी धारण किए हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि प्रदेश के मुख्यमंत्री भी अवैध रूप से संचालित हो रहे स्कूलों के संचालकों द्वारा मनमाने तरीके से बिना मान्यता के संचालित हो रहे स्कूलों व छात्र-छात्राओं के अभिभावकों का शोषण किए जाने को लेकर
लगातार जांच करवाई के निर्देश दे रहे हैं किंतु इसके बावजूद भी आखिरकार बिना थे मान्यता की कक्षाएं कैसे संचालित हो रही हैं। सा यही नहीं विगत दिवस बिधूना कस्बे के बि आइडियल पब्लिक स्कूल की कक्षा 11 की एक छात्रा द्वारा स्कूल के एक शिक्षक से परेशान के होकर आत्महत्या करने का छात्रा की परिजनों द्वारा आरोप लगाया गया है वहीं यह बात भी के उल्लेखनीय है कि उक्त स्कूल की कक्षा 8 तक की कि मान्यता बताई गई है तो आखिर इस स्कूल में के कक्षा 11 की छात्रा कैसे शिक्षारत थी इस पर भी प्रश्नचिन्ह लग रहा है। हालांकि जनचर्चा तो आम यह है कि तमाम तथाकथित स्कूल संचालक छोटी कक्षाओं की मान्यता लेकर बड़ी कक्षाएं अपने स्कूल में संचालित कर रहे हैं और संबंधित छात्र-छात्राओं को अन्य बड़े अपने मनमाफिक स्कूलों में रजिस्टर्ड किए हुए हैं। जिले के बुद्धिजीवियों ने शासन व प्रशासन से जल्द जिले में अवैध रूप से बिना मान्यता के संचालित हो रहे स्कूलों की सक्षम अधिकारियों से जांच कराने और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के व्यापक हित में कार्रवाई किए जाने की माँग की है। रिपोर्टर _ अमरेंद्र कुमार