सवांददाता ब्यूरो चीफ रमाकांत झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ
कार्तिक मास की पूर्णिमा को देव दीपावली या देव दिवाली का पर्व मनाया जाता है। देव दिवाली का त्योहार दिवाली से ठीक 15 दिन बाद आता है। देव दीवाली का पर्व प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल कार्तिक पूर्णिमा को देव दिवाली मनाई जाती है। इस दिन स्नान,दान व पूजा पाठ का विशेष महत्व होता है। देव दिवाली को त्रिपुरारी पूर्णिमा भी कहा जाता है। दीपावली के अंतिम पर्व के रूप में देव दिवाली पर हर घर से श्रद्धालुओं ने मंदिरों में दीप दान किया है। सभी मंदिर दीपक की रोशनी से जगमगा रहें है। देवी देवताओं का श्रृंगार कर मंदिरों में पूजन संपन्न हुआ। श्रद्धालुओं ने भजन कीर्तन के आयोजन किए। कार्तिक माह के अंतिम दिन भक्ति व श्रद्धा के आयोजन संपन्न हुए। बिग्गाबास में भीखारामजी नारायण चंद आसोपा के मंदिर में पास पड़ौस की महिलाओं ने मिलकर दीपदान किया व पटाखे भी छोड़े। यहां भजन कीर्तन का आयोजन भी संपन्न हुआ। कालू बास में दधीमति माताजी मंदिर में विशेष ज्योत आरती के साथ भजन कीर्तन का आयोजन संपन्न हुआ। बिग्गा बास गणेश मन्दिर बिग्गा बास डागा ठाकुर जी मन्दिर बाबा चिड़पड नाथ जी की बगीची,हनुमान धोरा मन्दिर ,आड़सर बास में माताजी मंदिर में सेवा धाम के छात्र छात्राओं ने सुदंर भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया। राम मंदिर, भैरव मंदिर आदि मन्दिरों को देव दिवाली पर श्रद्धालुओं ने मंदिर प्रांगण को दीपकों से सजाया।
सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ- भीखाराम जी महाराज मन्दिर बिग्गा बास
सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ-गणेश मन्दिर बिग्गा बास
सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ- बाबा चिड़पड नाथ जी बगीची
सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ :-ठाकुर जी मन्दिर
सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ- हनुमान धोरा मन्दिर
सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ- आडसर बास राम मंदिर प्रांगण
सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ- आड़सर बास माताजी मंदिर में सेवाधाम के छात्र छात्राओं ने की भक्ति संध्या, जलाए दीप।
सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ – हनुमान मन्दिर कालूबास