बगड़ टोल नाका से 500 मीटर की दूरी पर काली घाटी गांव के ग्रामीण का आना जाना ग्राम पंचायत बगड़ में रहता है जिससे वह अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए ग्राम पंचायत में बुजुर्ग एवं महिलाएं ग्राम पंचायत में रोज जिंदगी एवं प्रत्येक काम के लिए ग्राम पंचायत में आना-जाना रहता है जिससे ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम राजस्व ग्राम के अंदर काली घाटी ग्राम माता है गाड़ियां सरपट दौड़ती है एवं को अपनी जिंदगी जान हथेली पर लेकर चलना पड़ता है मैं आपको लाइव बताना चाह रहा हूं कि मांग है कि यहां काली घाटी सामने होने के कारण होने के कारण परिवार आना जाना आना जाना रहता है एवं जान हथेली जान हथेली पर लेकर चल रहे हैं आज हादसा होने के कारण यहां पुलिया नहीं होने के कारण हादसा हुआ है जिसमें दो जान गंवानी पड़ी है ग्राम काली घाटी की तुलसी देवी पत्नी नवल सिंह एवं छगनी देवी पत्नी रामलाल निवासी काली घाटी अपनी पेंशन का सत्यापन कराकर वापस सामने घर को लौट रही थी जैसे ही रोड को क्रॉस किया सामने से आ रही गाड़ी ने अपने चपेट में ले लिया एवं दोनों की चांद से हाथ धोना पड़ा गांव वालों ने विरोध किया एवं पूरा पहुंच चुका है ग्रामीण मंकी की हमारे यहां पुलिया का निर्माण होना चाहिए पुलिस प्रशासन के समझाइश के बाद के बाद दोनोंशवो को देवगढ़ अस्पताल में ले जाएगा जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को स्पर्श किया जाएगा बता दे कि यह घटनाक्रम इतना दुखत था देखने वालों की आंखों में आंसू रुक नहीं रहे थे प्रशासन द्वारा लोगों की मांग है कि यहां पुलिया निर्माण होना चाहिए। जा हमारे द्वारा सरपंच एडवोकेट विशंभर कृष्ण सिंह से बात करने पर पता चला एवं उन्होंने ग्रामीणों को मांग को जयस ठहराते हुए सरकार से मांग की है कि यहां पुलिया निर्माण होना चाहिए जिससे लोगों की जान को गवाना नहीं पड़े सरकार ��