Share Market Closing 5th November, 2024: भारतीय शेयर बाजार में आज शानदार रिकवरी देखने को मिली। हफ्ते के दूसरे दिन मंगलवार को सेंसेक्स 694.39 अंकों की बढ़त के साथ 79,476.63 अंकों पर बंद हुआ तो वहीं दूसरी ओर निफ्टी 50 भी 217.95 अंकों की तेजी के साथ 24,213.30 अंकों पर बंद हुआ। बताते चलें कि शेयर बाजार ने आज भी बड़ी गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की थी। एक समय तो सेंसेक्स गिरते-गिरते 78,296.70 अंकों तक और निफ्टी 23,842.75 अंकों तक पहुंच गया था। हालांकि, दोपहर 1 बजे के बाद बाजार में खरीदारी में अचानक तेज उछाल देखने को मिला, जिसके बाद बाजार पहले तो हरे निशान में आया और फिर अंत में बड़ी बढ़त के साथ बंद हुआ।
मंगलवार को अचानक तेजी देखने को मिल रही है. वैसे सुबह से ही लाल और हरे के बीच जंग जारी है. लेकिन दोपहर में बुल्श ने इंडेक्स पर कब्जा कर लिया है. दोपहर 2.15 बजे सेंसेक्स में करीब 600 अंकों की तेजी दर्ज की गई, जबकि निफ्टी में 198 से ज्यादा अंकों की तेजी देखी जा रही है. इस तेजी में सबसे बड़ा योगदान बैंकिंग स्टॉक्स का है, HDFC बैंक के शेयर में करीब ढाई फीसदी बढ़ोतरी आई है, जबकि ICICI बैंक के शेयर में 1.50 फीसदी की तेजी के साथ कामकाज कर रहे हैं.
गिरावट के साथ खुले थे सेंसेक्स-निफ्टी
इससे पहले शेयर बाजार ओपन होने पर सेंसेक्स और निफ्टी लाल निशान पर ओपन हुए थे. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स (Sensex) 240 अंक फिसलकर 78,542 के स्तर पर खुला था, तो वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की निफ्टी (Nifty-50) ने भी बेहद खराब शुरुआत की. इस इंडेक्स ने अपनी पिछली क्लोजिंग 23,995.35 की तुलना में 78 अंक फिसलकर 23,916 के स्तर पर कारोबार शुरू किया था. गौरतलब है कि बीते कारोबारी दिन सोमवार को दिनभर गिरावट के बीच सेंसेक्स 1400 अंक तक, जबकि निफ्टी 450 अंकों तक फिसल गया था.
खबर लिखे जाने तक दोपहर 2.20 बजे पर बीएसई का सेंसेक्स इंडेक्स 646.20 अंक की तेजी के साथ 79,428.44 के स्तर को छू लिया, तो वहीं एनएसई का निफ्टी 198.50 अंक चढ़कर 24,190.35 के लेवल पर ट्रेड कर रहा था
1160 शेयर शुरुआती कारोबार में ही चढ़े
शेयर बाजार (Share Market) में कारोबार ओपन होने के साथ ही 1183 शेयरों ने गिरावट के साथ लाल निशान पर कारोबार की शुरुआत की. इसके अलावा 1160 शेयर ऐसे थे, जो ग्रीन जोन में ओपन हुए, जबकि 126 शेयरों की स्थिति में कोई भी बदलाव देखने को नहीं मिला. निफ्टी पर Hindalco, JSW Steel, Tata Steel, Nestle, HCL Tech के शेयर बढ़त के साथ कारोबार करते दिखे, तो वहीं Coal India, Reliance, Trent, Titan Company और Bharat Electronics के शेयरों ने लाल निशान पर कारोबार शुरू किया.
इन शेयरों ने बाजार को दी रफ्तार
शेयर बाजार में अचानक आई इस तेजी के कारणों की बात करें, तो HDFC Bank समेत कई दिग्गज बैंकिंग और स्टील कंपनियों के शेयरों में बढ़त से सपोर्ट मिला है. खबर लिखे जाने तक JSW Steel Share 4% चढ़कर 988.55 रुपये पर, Tata Steel Share 3.10% की तेजी के साथ 151.55 रुपये पर कारोबार कर रहा था.
बैंकिंग स्टॉक्स की बात करें, तो HDFC Bank जहां 3 फीसदी तक चढ़कर 1760 रुपये पर पहुंच गया. तो वहीं Axis Bank Share 2.75% की बढ़त के साथ 1171.45 रुपये पर ट्रेड कर रहा था. अन्य बैंकिंग शेयरों में IndusInd Bank Share 2.31% चढ़कर 1088.10 रुपये पर, Bajaj Finance Share 2.27% की उछाल के साथ 7000 रुपये पर, SBI Share 2.34% चढ़कर 849.30 रुपये पर, Kotak Bank Share 1.14% की तेजी के साथ 1748 रुपये पर ट्रेड कर रहा था
सोमवार को बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ था बाजार
भारतीय शेयर बाजार में सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार को बड़ी गिरावट दर्ज की गई और सेंसेक्स 79 हजार तथा निफ्टी 24 हजार के नीचे चला गया। बाजार में बड़े पैमाने पर बिकवाली और अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले अस्थिरता बढ़ने के कारण गिरावट आई।
तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज मामूली गिरावट के साथ 79,713.14 अंक पर खुला। कारोबार के दौरान यह 1500 से ज्यादा अंक की गिरावट लेकर 78,232.60 तक आ गया था। अंत में सेंसेक्स 1.18 प्रतिशत या 941.88 अंक गिरकर 78,782.24 पर बंद हुआ।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी 1.27 प्रतिशत या 309 अंक की बड़ी गिरावट के साथ 23,995.35 के लेवल पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 कंपनियों में से 42 के शेयर गिरावट में बंद रहे।
टॉप लूजर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में अदाणी पोर्ट्स का शेयर सबसे ज्यादा 3.23 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ। इसके अलावा रिलायंस इंडस्ट्रीज, सनफार्मा, एनटीपीसी, बजाज फिनसर्व, टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, पावर ग्रिड, टाइटन, टाटा स्टील, नेस्ले इंडिया के शेयर प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।
टॉप गेनर्स
दूसरी तरफ, बाजार में बड़ी गिरावट के बावजूद महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर 2% प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। साथ ही टेक महिंद्रा, स्टेट बैंक, एचसीएल टेक, इन्फोसिस हरे निशान में बंद हुए।
शेयर बाजार में आज गिरावट का कारण ?
इंडेक्स में हैवी वेटेज रखने वाले रिलायंस इंडस्ट्रीज और बैंकिंग शेयरों में गिरावट ने बाजार को नीचे खींचा। एक्सपर्ट्स के अनुसार, 5 नवंबर को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से पहले अनिश्चितता और ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए चीन के नए प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद से भारतीय शेयरों में बिकवाली शुरू हो गई।
इसके अलावा विदेशी निवेशकों की भारतीय शेयर बाजार में लगातार जारी बिकवाली की वजह से भी बाजार के सेंटीमेंट पर असर पड़ा।
अक्टूबर में 6% गिरा बाजार
विदेशी निवेशकों की रिकॉर्ड मासिक बिकवाली और कंपनियों के दूसरी तिमाही के नतीजे उम्मीद से कम रहने के चलते अक्टूबर में बेंचमार्क लगभग 6% गिर गए।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, पिछले चार महीनों में बेंचमार्क में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी और रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए थे। हालांकि, ऐतिहासिक औसत की तुलना में वैल्यूएशन अभी भी अधिक बना हुआ है।
72,000 के स्तर तक गिर सकता है सेंसेक्स
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सेंसेक्स में अभी और गिरावट की गुंजाइश है, और यह बदतर हालात में 72,000 के स्तर तक गिर सकता है। ऐसे में 2024 में अब तक की गई सारी बढ़त खत्म हो सकती है।
तकनीकी विश्लेषण के मुताबिक, सेंसेक्स फिलहाल 78,120 के स्तर पर समर्थन ढूंढता नजर आ रहा है, जो कि साल 2024 की शुरुआत में R1 (रेसिस्टेंस 1) के रूप में था। अब यही स्तर सेंसेक्स के लिए मजबूत समर्थन की भूमिका निभा सकता है।
हालांकि, अगर यह समर्थन भी टूट जाता है, तो सेंसेक्स के 72,200 तक गिरने की संभावना बन सकती है, जबकि बीच में 75,900 का स्तर अंतरिम समर्थन के रूप में काम कर सकता है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि किसी भी रिकवरी की कोशिश को बिकवाली का दबाव झेलना पड़ सकता है, जिससे बड़ी वापसी की उम्मीद कम ही नजर आ रही है।
निवेशकों की नजर अमेरिकी चुनावों और फेड रिजर्व के नतीजों पर
अमेरिका में पांच नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति चुनाव, फेडरल रिजर्व के ब्याज दर पर निर्णय, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) की गतिविधियों और घरेलू कंपनियों के तिमाही नतीजे इस सप्ताह शेयर बाजारों की दिशा तय करेंगे। विश्लेषकों ने यह राय जताई है।
विशेषज्ञों ने कहा कि यह सप्ताह काफी घटनाक्रमों वाला रहेगा। सप्ताह के दौरान कई वृहद आर्थिक आंकड़े आने हैं, जो बाजार की दिशा के लिए महत्वपूर्ण होंगे। इसके अलावा वैश्विक रुख से भी बाजार को दिशा मिलेगी