एशिया के प्रथम गो अभयारण्य में मुख्यमंत्री के कार्यक्रम की तैयारी पूर्ण
सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित गो रक्षा वर्ष के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 206 वे दिवस पर श्रोताओं को संबोधित करते हुए स्वामी गोपालानंद जी सरस्वती महाराज ने बताया कि
श्री कामधेनु गो अभ्यारण्य में 1 नवम्बर को मध्यप्रदेश के गोप्रेमी मुख्यमंत्री श्री मोहन जी यादव का आगमन हो रहा है इस कारण प्रशासनिक तैयारिया जोरो पर चल रही है आज अभ्यारण में क्षेत्र के वरिस्थ अधिकारियो ने पहुँच कर तेयोरिया का जायजा लिया |
आज राष्ट्रीय एकता दिवस पर देश सरदार वल्लभभाई पटेल जी की याद कर रहा है। भारत की आजादी के बाद सरदार पटेल जी ने राष्ट्रीय एकीकरण में बहुत बड़ी भूमिका निभाई थी। भारत की एकता और अखंडता तथा भारत को खंड खंड करने में जो ताकते लगी है उन सब को रोकने के लिए संकल्प का दिवस है।
राष्ट्र को सचमुच अखंड रखना है तो हम लोगों को गोमाता की शरण लेनी पड़ेगी। इतिहास साक्षी है जिस जिस हिस्से से गोमाता घटी है वह वह हिस्सा देश से टूट गए। बांग्लादेश क्षेत्र से गोमाता घटी वह देश से कट गया, कश्मीर से गोमाता कम हुई वह देश से बार बार अलग होने की बात करता है। पंजाब में भी जर्सी हॉलिस्टन आई पंजाब अलग खालिस्तान की बात करता है। जहां जहां भी गोमाता घटी वह वह हिस्सा देश से अलग होने की बात करता है। देश की अखंडता देश की संप्रभुता को जिंदा रखना है तो हमे भारत के घर घर में गोमाता को विराजमान करना होगा। गो घटी तभी दूसरे लोगों को सिर उठाने का मौका मिला, गो घटी हम हमारे वास्तविक धर्म को भूल गए। सही मायने में उत्सव कैसे मनाना चाहिए यह भूल गए। जब से गोमाता घटी है तब से पाखंड बड़ा है।
यदि हम गौसेवक है तो विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए कि हमारे से किसी भी प्रकार का कोई अपराध नहीं हो। धर्म के नाम पर प्रजा में अंधकार बढ़ा, अत्याचार बढ़ा, अपराध बढ़ा है। दुनिया में असत्यता का बोल बाला बढ़ा है। इसका मुख्य कारण है हम गोमाता से दूर होते चले गए।
जब तक गो की सेवा हमारे जीवन में नहीं तब तक भगवान का कोई भी अवतार हमे सुख नहीं दे सकते।
*206 वे दिवस पर चुनरी यात्रा राष्ट्रीय स्वयंसेवक के की और से *
एक वर्षीय गोकृपा कथा के 206 वें दिवस पर चुनरी यात्रा राष्ट्रीय स्वयं संघ के
सांभर जिला प्रचारक सुभाष जी
चाकसू जिला प्रचारक मनीष जी
झुंझुनू जिला विस्तारक राहुल जी
कार्यालय प्रमुख सुभाष जी की ओर से अपने नगर,राज्य एवं देश के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।
चित्र 1 : गोकथा सुनाते स्वामी गोपालानंद सरस्वती।
चित्र 2 : गोकथा में उपस्थित गौभक्त।
चित्र 3,4 : गोकथा में गोमाता को चुनड़ ओढाते गोभक्त ।
चित्र 5,6 : चुनरी यात्रा में आए गोभक्तो को सम्मानित करते महोत्सव के कार्यकर्ता
चित्र 7 : गो पुष्टि पूजन करते गो भक्त ।
चित्र 8 : गोमाता के लिए चुनड़ लाते गोभक्त ।