सवांददाता ब्यूरो चीफ रमाकान्त झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ
पांचू निवासी फौजी रामस्वरुप कस्वां के निधन का मामला तूल पकड़ता नजर आ रहा है। शहीद रामस्वरुप कस्वां को शहीद का दर्जा देने व राजकीय सम्मन के साथ अंत्येष्टि करने तथा परिजनों को सभी प्रकार के परिलाभ देने की मांग ग्रामीण व परिजनों द्वारा की जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि बुधवार शाम को ग्रामीण अंत्येष्टी के जगह चिन्हित कर रहे थे, उस दौरान सैनिक कल्याण बोर्ड का अधिकारी पहुंचा और एक नोटिस जारी कर बताया कि रामस्वरुप ने आत्महत्या का प्रयास किया है। जबकि रामस्वरुप को गोली लगने से मौत हुई थी। अधिकारी के इस स्टेटमेंट के खिलाफ ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। इसी आक्रोश के चलते ग्रामीण केप्टन चंद्र चौधरी सर्किल पर जुटने शुरू हो गए है। बताया जा रहा है कि नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी पहुंचने वाले हैं। ग्रामीणों का कहना है कि कोर्ट ऑफ इनक्वरी से पहले अधिकारी ने इसे आत्महत्या बता दिया, जो सरासर गलत है। इस तरह एक जवान के बलिदान को आत्महत्या घोषित करना अपमानजनक है। ग्रामीणों ने बताया कि आज सुबह शहीद का पार्थिक शरीर केप्टन चंद्र चौधरी सर्किल पर पहुंचना था, यहां ससम्मान पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पहुंचना था, लेकिन अधिकारी के एक गलत बयान के चलते सारा काम गड़बड़ हो गया, अब पार्थिव शरीर को अस्पताल भिजवाया गया है। वहीं, सांसद हनुमान बेनीवाल ने इस मामले की जांच की मांग को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को द्विट किया है। उन्होंने कहा कि बीकानेर जिला सैनिक कल्याण अधिकारी द्वारा बिना जांच के ही इसे आत्महत्या बताना दुर्भाग्यपूर्ण है, ऐसे में संबधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। बता दें कि पांचू निवासी फौजी रामस्वरुप कस्वां का श्रीनगर में निधन हो गया था। बताया जा रहा है कि उनके सिर में गोली लगी, घायल अवस्था में अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया। इसी के चलते बीकानेर शहीद कैप्टन चंद्र चौधरी सर्किल पर श्रीडूंगरगढ से पूर्व विधायक गिरधारीलाल महिया, कांग्रेस पीसीसी सदस्य हरिराम बाना सहित अनेक नेता पहुंचे गये है। यहाँ धरना शुरु कर जवान को शहीद का दर्जा देने की मांग कर रहे है। मौके पर पुलिस बल द्वारा आने जाने वाले वाहनों को वैकल्पिक मार्गो पर मोड़कर यातायात को काबू में कर रहे है। शहीद को न्याय देने की मांग को लेकर आस पास के उपखंड क्षेत्रों से लोग मौके पर पहुंच रहे है।