इंद्रपाल सिंह कोटपुतली – बहरोड़)
राजस्थान
जल जीवन मिशन के तहत रुके हुए कार्यों को शीघ्र प्रारम्भ करवायें :- अग्रवाल
जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की मासिक बैठक का आयोजन
जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल ने विमुक्त, घुमंतू व अर्ध घुमंतु परिवारों के पट्टा आवंटन (ग्रामीण) को लेकर दिये आवश्यक दिशा निर्देश
कोटपूतली, 25 सितम्बर 2024
जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की मासिक बैठक का आयोजन बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल की अध्यक्षता में हुआ। जिला कलक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन के तहत जहां भी कार्य रुके हुये हैं, वहां अतिशीघ्र कार्य प्रारम्भ करवायें। आवश्यकतानुसार संवेदकों को ब्लैक लिस्ट करने की भी कार्यवाही करें। प्रगति अपेक्षित नहीं होने पर संबंधित संवेदक को नोटिस दे और नियमानुसार कार्यवाही की जायें। उन्होंने कहा कि विभागीय अधिकारी स्वयं के स्तर पर लापरवाही ना करें जिससे कार्यों की पेंडेंसी बढ़े। कलक्टर कल्पना अग्रवाल ने ब्लॉकवार प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा कर कार्यों को निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करवाने के निर्देश प्रदान किये। पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता रामकरण मीणा ने जल जीवन मिशन की जिले की भौतिक प्रगति की जानकारी देते हुए बताया कि जल जीवन मिशन के तहत जिले के करीब सभी 560 गांवों हेतु स्वीकृतियां जारी की जा चुकी है। जिसमें से 518 गांवों के कार्यादेश जारी हो गये है एवं कार्य चल रहे है। जिले में अभी तक 17 गांवों का हर घर जल प्रमाणीकरण पूर्ण करा लिया गया है एवं आगामी कुछ समय में लाभान्वित शेष 99 गावों का हर घर जल प्रमाणीकरण ग्राम सभाओं के माध्यम से करवाया जायेगा। बैठक पीएचईडी विभाग के उपखंड एवं जिला स्तरीय अधिकारी भी मौजूद रहे।
विमुक्त, घुमंतू व अर्ध घुमंतु परिवारों के पट्टा आवंटन (ग्रामीण) को लेकर दिये दिशा निर्देश :- जिला कलक्टर कल्पना अग्रवाल ने विमुक्त घुमंतू एवं अर्ध घुमंतु परिवारों को पट्टा आवंटन (ग्रामीण) के संबंध में संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि नियमानुसार प्रत्येक पात्र परिवार को 02 अक्टूबर को पट्टे आवंटित किये जाने हैं। जिसके लिए विकास अधिकारी संबंधित उपखंड अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर आवंटित लक्ष्यों के अनुसार पट्टा वितरण की कार्यवाही के लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूर्ण कर ले तथा कोई भी पात्र परिवार वंचित ना रहे। इस दौरान एसीईओ रामनिवास, विकास अधिकारी, आईसीडीएस, जेवीवीएनएल पीएचईडी विभाग के उपखंड एवं जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।