रिंगनोद में लग रही हैं सोयाबीन मजदूरों की मंडी प्रतिदिन हजारों की संख्या में आ रहे मज़दूर
सुनील माहेश्वरी/ रिंगनोद /
धार जिले का रिंगनोद ग्राम जहां सोयाबीन सीजन में मजदूरों की मंडी लगती है। दूर दराज से कृषक यहां आकर सोयाबीन कटिंग एवम खेती कार्य के लिए ले जाते है। मजदूर दल का मुखिया मौसम के मिजाज एवं कार्य की गति देखकर मोल भाव कर अच्छी मजदूरी दिलवाने का भरसक प्रयास करते हैं! यह मजदूर अपने 30 से 40 सदस्यों के जत्थे से आते हैं, एवं दल के मुखिया द्वारा जो मजदूरी कृषक द्वारा फिक्स की जाती हैं, उस हिसाब से मजदूर कार्य पर चले जाते हैं, वर्तमान में सरदारपुर तहसील में सोयाबीन कटिंग कार्य युद्ध स्तर पर शुरू हो गया है जिसके चलते प्रतिदिन 5000 से ज्यादा मजदूर अपने परिवार एवं पढ़ने वालों स्कूली बच्चों के साथ टांडा, बाग, जोबट, बोरी, कुक्षी से गुमानपुरा चौकड़ी पर सुबह 5:00 बजे अपने-अपने वाहनों से जमा हो जाते हैं 7 बजे तक मंडी सी लग जाती है! 200 से अधिक पिकअप 50-60 जीप, ट्रैक्टर एवं बसों से अपने ग्रामों से आना-जाना करते हैं,!
साथ ही कई संपन्न मजदूर थ्रेसर लेकर भी आते हैं,! जिसके कारण सड़क मार्ग में जाम जैसी स्थिति निर्मित हो जाती है! दरअसल ग्राम रिंगनोद में 30 से 35 बाहुल्य कृषक ग्रामों से गिरा होकर केंद्र बिंदु है। यहां आकर आसपास के सभी कृषक अपने ट्रैक्टरों गाड़ियों से आकर नियत तय की गई मजदूरी पर ले जाते हैं! एवं वापस कार्य समापन अवधि में पूर्ण होने पर छोड़ जाते हैं इस सोयाबीन कटिंग में कई पढ़े-लिखे छात्र-छात्राओं के अलावा कई महिलाएं जिनके छोटे बच्चे हैं वह भी मजदूरी के लिए आ रहे हैं, जिसके चलते कई ग्रामीण शालाओं में पढ़ने वाले बच्चों की उपस्थिति कम हो गई है। अभी कृषकों के खेत में अरली वैरायटी के सोयाबीन पक कर तैयार हो गए हैं, ओर हाथो हाथ सोयाबीन निकाल भी रहे है। वही कुछ सोयाबीन फसल एक हफ्ते बाद में निकलना शुरू हो जावेगी। कुल मिलाकर लगभग 20 से 25 रोज कटिंग का कार्य चलेगा। जिससे मजदूर वर्ग अच्छी मजदूरी प्राप्त कर लेंगे। वर्तमान में 400 से ₹600 प्रति मजदुर है, कृषक शंकर नंदराम पाटीदार ने बताया कि इस वर्ष एक बीघा में 5 क्विंटल से अधिक पैदावार हुई है। व्यापारी विनय कोठारी ने बताया की नमी वाले सोयाबीन के भाव 4000 है एवं सूखे हुए सोयाबीन के भाव ₹5000 प्रति क्विंटल है!