• फरेंदा को जिला बनाने में आया नया मोड़,महराजगंज जिला प्रशासन ने जताया आपत्ति।
महराजगंज : फरेंदा को नया जिला बनाने के लिए बड़ी तेजी से कागजी कार्यवाही चल रही है। जिसमें महराजगंज जिले के दो तहसील नौतनवा,फरेंदा और गोरखपुर के कैंपियरगंज तहसील को मिलाकर,फरेंदा को नया जिला बनाने में अब नया मोड़ आ गया है।इस पर महराजगंज जिला प्रशासन ने आपत्ति जताया है।
इस संबंध में राजस्व परिषद के उप भूमि व्यवस्था आयुक्त भीष्म लाल वर्मा ने मंडलायुक्त गोरखपुर,जिलाधिकारी गोरखपुर और जिलाधिकारी महराजगंज से रिपोर्ट आख्या मांगी है।इस प्रस्ताव को लेकर महराजगंज जिला प्रशासन ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।वर्तमान समय में महराजगंज जनपद में चार तहसील मुख्यालय महराजगंज सदर,फरेंदा,नौतनवा और निचलौल हैं।
ऐसे में यदि फरेंदा तहसील को जिला मुख्यालय में तब्दील किया जाता है तो,महराजगंज जिला मुख्यालय में सिर्फ दो ही तहसील ,महराजगंज सदर और निचलौल बचेंगे।जो की शासन के मानक अनुसार एक जिले के लिए उपयुक्त नहीं होगा।शासन के मानक अनुसार एक जिले के लिए कम से कम तीन तहसील या चार तहसील का होना आवश्यक होता है।महराजगंज जिला प्रशासन ने इसी को ध्यान में रखते हुए अपनी आपत्ति शासन को दर्ज कराई है।
अपर जिलाधिकारी डॉ.पंकज कुमार वर्मा ने बताया कि किसी भी जिले का मानक कम से कम तीन तहसीलों का होता है।यदि फरेंदा और नौतनवा तहसील को जिले से काट कर फरेंदा तहसील को जिला बनाया जाता है तो,महराजगंज जिला का अनुपात बिगड़ जायेगा।
इसी कारण महराजगंज जिला प्रशासन ने नए जनपद के गठन पर पुनर्विचार की आवश्यकता बताई है।नए जनपद का श्रृजन का मूल उद्देश्य प्रशासनिक कार्यों को सुगम और प्रभावी बनाना है।लेकिन महराजगंज जिला प्रशासन की आपत्ति दर्ज कराए जाने पर उत्तर प्रदेश शासन को अब अपना अंतिम निर्णय लेना होगा।महराजगंज जिला प्रशासन की रिपोर्ट पर ही तय होगा की – फरेंदा को जिला बनाया जाय या नहीं,अगर फरेंदा जिला बनता है तो महराजगंज के प्रशासनिक ढांचे में क्या प्रभाव पड़ेगा।