ओवरलोड वाहनों के बढ़ते प्रदूषण से आमजन का सांस लेना हुआ मुश्किल।
सोनभद्र/दुद्धी/विजय कुमार यादव
सोनभद्र जनपद के ऊर्जाचल मे बढ़ते प्रदूषण से लोगो का जीवन संकट मे आ गया है चिमनियो का धुआँ और दूषित जल यहां की जहाँ पहचान बन गई है वही एनजीटी के गाइड लाइन का सीधा उलंघन कर सड़क मार्ग से एनटीपीसी शक्तिनगर, विंध्यनगर, बीजपुर, अनपरा तापीय परियोजना, मेघा, रेणुसागर पावर डिवीजन के राख बांध से हो रहे परिवहन से सड़क पर राख ही राख दिख रही है जिससे लोगो का सास लेना मुश्किल हो गया है मानव जीवन को दाव पर लगाकर अति प्रदूषित क्षेत्र मे जिस प्रकार से प्रदूषण फैलाया जा रहा है निश्चित ही चिंतनीय प्रश्न है। इसके बावजूद भी जिम्मेदार इस गंभीर दिशा मे कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे है। जिले में उद्योग तो बहुत सारे संचालित हैं परन्तु नियमों की अनदेखी की वजह से जिले में दिनों दिन वायु प्रदूषण बढ़ता जा रहा है। जिले में स्थित ऐश डैक से हैवी वाहनों द्वारा शहर की मुख्य सड़कों से ओवर लोड वाहनों से राख परिवहन किया जा रहा है जिससे सड़को पर जगह जगह राख बिखरा हुआ दिखायी देता है। आलम यह है कि सड़कों पर चलने वाले ट्रेलर नियमों को दरकिनार करते हुये बिना ढंके राख का परिवहन करते हैं और सड़कों पर राख बिखरते रहते है। जिन सड़कों से उक्त वाहन गुजरते हैं वहां प्रदूषण से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। राख परिवहन करने वाले वाहन जगह जगह राख गिरा रहे है जो थोड़ी सी हवा चलने पर राख उड़कर घरों में प्रवेश कर रहा है साथ ही दूषित वायु प्रदूषण ग्रहण करने से लोगो का फेफडा छलनी हो रहा है । स्थानीय बताते है कि यह मामला कोई पहला नही है इसके पूर्व में स्थानीयो द्वारा प्रशासन से शिकायत की गयी जिसका अब तक निदान नही किया गया। जबकि एनजीटी के आदेशानुसार बंद कन्टेनर वाहन से राख का परिवहन होना चाहिए इसके बावजूद नियमो की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है जिससे स्थानीय आमजन व राहगीर काफी परेशान हैं।