रिपोर्टर अमित शर्मा।
श्योपुर कराहल लोकेशन।
वृक्ष ही जीवन में अनमोल है पर्यावरण की रक्षा करना भी हमारा बड़ा कर्तव्य है अनिल कुमार गुप्ता
कराहल राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत करहाल ब्लॉक में महात्मा गांधी सेवा आश्रम के द्वारा एवम महिला एव बाल विकास विभाग करहाल में 100 गांव में एक पेड़ मां के नाम लगाया गया इस अभियान के तहत एक साथ एक लाख पौधे लगाए जाने का निर्णय भारत सरकार के द्वारा लिया गया। 100 गांव में महात्मा गांधी सेवा आश्रम द्वारा संचालित पोषण समृद्ध परियोजना के कार्यकर्ता एवम आगनवाड़ी केंद्र में आगनवाड़ी कार्यकर्ता के साथ मिलकर एक पेड़ मां के नाम लगाया गया। जिसमे सभी को समझाया गया देश में पेड़ की कमी होने के कारण तापमान में अधिक होता है। भारत देश को सूखे से बचाने के लिए और पर्यावरण का संतुलन बनाने के लिए पेड़ लगाना अधिक जरूरी है, इसका महत्व पर्यावरणीय लाभ, पेड़ वायु की गुणवत्ता में सुधार करते हैं, तूफानी जल के बहाव को कम करते हैं, और बाढ़ को रोकने में मदद करते हैं। वे मृदा संरक्षण, जल संरक्षण और वन्य जीवन को सहारा देने में भी मदद करते हैं।
स्वास्थ्य सुविधाएं ,पेड़ तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं, तथा पेड़ों के दृश्य देखने से अस्पताल में भर्ती मरीज तेजी से ठीक हो जाते हैं।
जलवायु परिवर्तन: पेड़ वायुमंडलीय कार्बन को कम करने में मदद करके जलवायु परिवर्तन का एक प्राकृतिक समाधान हैं। भोजन एवं औषधि: पेड़ भोजन प्रदान करते हैं और कुछ पेड़ों की छाल का उपयोग कॉर्क, रसायन और दवाइयां बनाने के लिए किया जा सकता है।
स्थान की भावना: पेड़ बदलते मौसम का संकेत देते हैं।
जैव विविधता: पेड़ जैवविविधता को बढ़ावा देते हैं।
टिकाऊ लकड़ी: पेड़ टिकाऊ लकड़ी प्रदान करते हैं। इस दौरान गांव में समुदाय के द्वारा प्रण लिया गया की इस पेड़ की सुरक्षा करना, हमारी जिम्मेदारी है।