<h3 style="text-align: center;"><strong>लखनऊ में प्रदेश की खराब सड़कों को लेकर दिये गए कड़े निर्देश, सड़कों को एजेंसी और इंजिनियरों को अल्टीमेटम...</strong></h3> <h3></h3> <h3 style="text-align: center;"><strong>{ नवरात्रि से पहले कटी सड़कों की मरम्मत के निर्देश। }</strong></h3> <h3></h3> <h3>• सड़क मरम्मत न करने वाले कॉन्ट्रैक्टर जाएंगे जेल।</h3> <h3>• सड़क मरम्मत ने करने पर इंजिनियर होंगे सस्पेंड।</h3> <h3>• पाइपलाइन बिछाने के बाद सड़कों की मरम्मत के निर्देश।</h3> <h3>• सड़कों की मरम्मत न करने वाली एजेंसियां होंगी ब्लैकलिस्ट।</h3> <h3>• नल कनेक्शन वाले गांवों में पानी की सप्लाई नहीं होने पर भी कार्रवाई।</h3> <h3>• पानी की सप्लाई नहीं होने पर एजेंसी, इंजिनियर पर होगी कार्रवाई।</h3> <h3>• अधिशासी अभियंताओं पर गिर सकती है कार्रवाई की गाज।</h3> <h3>• पूर्वांचल के 8 अधिशासी अभियंताओं पर हो सकती है कार्रवाई।</h3> <h3>• पश्चिमी यूपी 6 अधिशासी अभियंताओं पर गिर सकती है गाज।</h3> <h3>• अवध क्षेत्र के 3 अधिशासी अभियंताओं पर भी हो सकती है कार्रवाई।</h3> <h3>• पाइपलाइन बिछाने के लिए काटी गई सड़कों की मरम्मत के निर्देश।</h3> <h3>• काटी गई सड़कों की मरम्मत कार्यदायी संस्था की जिम्मेदारी।</h3> <h3>• प्रमुख सचिव की नाराजगी के बाद इंजिनियरों, कॉन्ट्रैक्टर को लिखा पत्र।</h3>