• कोई नहीं जिम्मेदार लिख फंदे पर झूल गई विवाहिता।
रिपोर्टर ब्यूरो चीफ “मुकेश कुमार” यूपी बाराबंकी सत्यार्थ न्यूज़
बाराबंकी मेरी मौत का कोई जिम्मेदार नहीं, ससुराल वालों पर कोई आरोप नहीं लगाएगा। चंद लाइनों का प्रेस नोट लिखकर विवाहिता फांसी के फंदे पर झूल गई। शुक्रवार की सुबह उसका शव कमरे में फंदे से लटकता देख ससुराल में कोहराम मच गया। महिला के कक्ष से ही ही उसका सुसाइड नोट भी मिला है। घटना कुर्सी थाना क्षेत्र के अंबरपुर मजरे बहरौली गांव की है।
कुर्सी थाना के अंबरपुर मजरे बहरौली गांव राम कुमार की पत्नी गीता रावत (34) सुबह जब काफी देर तक कमरे से नहीं निकली तो ससुराल वालों ने उसे आवाज लगाई। कोई उत्तर न देने पर परिजन कमरे में पहुंचे तो आंखें फटी रह गई। गीता का शव फांसी के फंदे पर लटक रहा था। इसे देखकर घर में कोहराम मच गया। रोने-चिल्लाने की आवाज पर काफी संख्या में ग्रामीण एकत्र हो गए। परिजनों ने बताया कि गीता की शादी करीब 14 साल पहले हुई थी। वह अपने मायके टीकापुर गई थी। गुरुवार की शाम को ही वह मायके से ससुराल अम्बरपुर लौटी थी। उसने हंसी खुशी सभी के साथ भोजन किया और फिर सभी कमरे में सोने चले गए थे। पुलिस ने पहुंचकर कमरे व शव की तलाशी ली तो सुसाइड नोट मिला। इसमें लिखा है मैं अपनी इच्छा से आत्महत्या कर रही हूं। मेरे ससुरालवाले न मेरे मायके वाले किसी के ऊपर कोई आरोप नहीं लगाएंगे। किसी पर कोई कार्रवाई नहीं होनी चाहिए।