सांगली, मिरज और कुपवाड नगर निगम की स्थापना के बाद से, तीनों शहरों के नागरिक किसी न किसी कारण से नगर निगम में आते रहे हैं।.नागरिक समस्याएँ यहाँ के नागरिकों का केवल पांचवाँ हिस्सा हैं। लेकिन वर्तमान में ‘प्रशासन राज’ के दौर में नगर निगम क्षेत्र की जनता को शुभम गुप्ता के रूप में आईएएस रैंक के अधिकारी मिल गये हैं ।. उनके सहयोगियों में अतिरिक्त आयुक्त रविकांत अडसुल, उपायुक्त वैभव साबले, सुश्री शिल्पा दरेकर, उपायुक्त संजीव ओहोल, जिनके पास राजस्व विभाग में अनुभव है, विक्रांत गायकवाड़, जिनके पास सांगली जिला शहरी नियोजन विभाग और नगर नियोजन विभाग के सहायक निदेशक, प्रमुख के रूप में अतिरिक्त जिम्मेदारियां हैं। बिजली विभाग के प्रमुख अमर चव्हाण सहायक आयुक्त अनीस मुल्ला आदि ऐसे युवा अधिकारियों में त्वरित निर्णय लेने की क्षमता बढ़ी है। आयुक्त शुभम गुप्ता ने पदभार संभालते ही नगर निगम में नया शिकायत निवारण केंद्र शुरू कर दिया, नागरिकों की समस्याओं को प्रथम प्राथमिकता दी । आज तक इन शिकायत निवारण केंद्र पर हमेशा की तरह सड़क, रोशनी, पानी, साफ-सफाई, आवारा कुत्तों आदि जैसी समस्याओं को लेकर शिकायतें आ रही हैं। हालांकि, नगर निगम आयुक्त शुभम गुप्ता के मार्गदर्शन में अन्य युवा अधिकारियों की टीम ने इन शिकायतों के निवारण के लिए अभियान चलाया और लगभग कुल २४२ शिकायतो मे से ८० शिकायतों का निपटारा किया है.। इस शिकायत निवारण को लेकर कमिश्नर शुभम गुप्ता हर सप्ताह की शुरुआत में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर रहे हैं.। इस संबंध में जब हमारे प्रतिनिधियों ने कमिश्नर शुभम गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा कि ‘जिस तरह से नागरिकों की शिकायत आने लगे हैं, हम अपने अधिकारियों और कर्मचारियों के समन्वय से कम से कम समय में इन शिकायतों का निवारण कर रहे हैं.’. कुछ मामलों में नागरिकों में अनुशासन का होना जरूरी है। नागरिकों को कूड़ा कचरा गाडी की सुविधा होने पर भी खुले में कूड़ा फेंकने या सड़क पर कूड़ा फेंकने की आदत बंद करनी चाहिए।