• कन्नौज कांड में नया मोड़: बुआ और नवाब को लेकर सीडीआर में चौंकाने वाला खुलासा; घटना वाले दिन के मिले अहम सबूत।
कन्नौज नाबालिग भतीजी के साथ दुष्कर्म के मामले में आरोपी बुआ की तलाश में एसओजी ने नोएडा-दिल्ली समेत एनसीआर में कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चल सका है। आरोपी बुआ ने अपना मोबाइल फोन भी स्विच ऑफ कर लिया है, जिससे पुलिस को उसकी सही लोकेशन नहीं मिल पा रही है। किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी नवाब सिंह यादव की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस पीड़िता की बुआ की तलाश में जुटी है। बुआ ही उसे डिग्री कॉलेज में पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव के पास लेकर गई थी।
किशोरी के माता-पिता ने भी बुआ पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिस पर वह उसी दिन से पुलिस की नजर में चढ़ गई थी। मुकदमे में नामित होने के बाद एसपी ने आरोपी बुआ की तलाश में छह टीमों को लगाया है।इसमें एसओजी को दिल्ली एनसीआर भेजा गया, क्योंकि वहां बुआ का अक्सर आना-जाना होता था। पुलिस ने बुआ के संभावित ठिकानों का पता लगा लिया, लेकिन जब वहां दबिश दी तो वह नहीं मिली। कई दिन तक छापामारी करने के बाद एसओजी अब वापस लौट रही है। बुआ की गिरफ्तारी के लिए एसओजी और सर्विलांस टीम जुटी है।
पुलिस ने जुटाए इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य
किशोरी के साथ दुष्कर्म मामले में पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य भी जुटाए हैं। इनमें सबसे पहले पुलिस ने आरोपी नवाब सिंह यादव व पीड़िता की बुआ के मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकलवाई, जिसमें पता चला कि दोनों के बीच घटना वाले दिन कई बार बात हुई।
दूसरा महत्वपूर्ण साक्ष्य डिग्री कॉलेज का डीवीआर है, जिसमें पीड़िता अपनी बुआ के साथ जाती हुई दिखाई दे रही है। वह कितनी देर तक वहां रुकी, इसका भी रिकॉर्ड है। पुलिस ये सभी इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य कोर्ट में पेश कमिलेगी
आपको बता दें कि पूर्व ब्लॉक प्रमुख नवाब सिंह यादव और पीड़िता की बुआ के बीच घटना वाले दिन दोपहर से ही बातचीत हो रही थी। इसका खुलासा तब हुआ जब पुलिस ने दोनों के नंबरों की सीडीआर (कॉल डिटेल रिपोर्ट) खंगाली। पुलिस का दावा है कि उसके पास पर्याप्त साक्ष्य हैं, जिसके आधार पर आरोपी को कड़ी सजा मिलेगी
वहीं पुलिस बुआ की तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे जा रही है, लेकिन उसका मोबाइल बंद है, जिससे उसकी लोकेशन ट्रेस नहीं हो पा रही है। किशोरी से दुष्कर्म के आरोपी पूर्व ब्लाॅक प्रमुख नवाब सिंह यादव और पीड़िता की बुआ के मोबाइल नंबरों की पुलिस ने कॉल डिटेल निकलवाई, तो पता चला कि 11 अगस्त को दोपहर से लेकर रात तक बुआ के मोबाइल नंबर पर नवाब सिंह की कई बार बातचीत हुई थी। बुआ ने भी पुलिस की पूछताछ में बताया था कि वह नवाब सिंह यादव को पिछले चार-पांच सालों से जानती है और लगातार संपर्क में रहती है। अब पुलिस बुआ की सरगर्मी से तलाश कर रही है। हालांकि आरोपी बुआ ने अपना मोबाइल बंद कर लिया है, जिससे पुलिस को उसकी सही लोकेशन नहीं मिल पा रही है।
एसपी ने बुआ की तलाश में पुलिस की छह टीमों को लगाया है। शनिवार को भी पुलिस टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर उसके संभावित ठिकानों पर दबिश दी, लेकिन देर रात तक उसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि पुलिस बुआ पर इनाम भी घोषित कर सकती है।
पीड़िता के माता-पिता ने ही बुआ पर गंभीर आरोप लगाए थे, जिसके बाद से वह पुलिस की नजर में चढ़ गई। पीड़िता की मां का कहना था कि लगातार फोन कर मेडिकल परीक्षण न कराने का दबाव बना रही थी।