(बाढ़-कटान)
• बबुरी गांव का अस्तित्व खत्म, विद्यालय समेत सभी 55 घर समाए।
ब्यूरो चीफ “मुकेश कुमार” यूपी बाराबंकी सत्यार्थ न्यूज़
बाराबंकी सरयू की तबाही थमने का नाम नहीं ले रही है। सरयू के बढ़े जलस्तर के कारण जहां एक दर्जन गांवों में पानी भर गया। ऐसे में ग्रामीण बंधे पर रहने के लिए सामान समेत नाव से पलायन कर रहे हैं। उधर, सूरतगंज ब्लाक का बबुरी गांव का अस्तित्व पूरी तरह समाप्त हो गया। शुक्रवार की शाम तक गांव में स्थित प्राथमिक विद्यालय समेत सभी 55 घर नदी में समा चुके थे। प्रशासन द्वारा सभी परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया।
खतरे से 45 सेमी ऊपर नदी : रामनगर संवाद के अनुसार शुक्रवार को सरयू नदी का जल स्तर 106.526 सेमी दर्ज किया गया जो खतरे से 45 सेमी ऊपर है। नदी की दार इसी जलस्तर पर बाँध के किनारे तक आ गई है। कुसौरा में कटान थमी है, क्यो कि पानी बंध से किनारे तक फैला हुआ है। अधिशाषी अभियंता एस के सिंह ने बाँध जाकर कार्य की निगरानी कर अवर अभियंताओ को दिशा निर्देश दिए। तहसीलदार भूपेन्द्र विक्रम सिंह ने हेतमा पुर बाँध जाकर बाढ़ इलाके का हाल लिया व लेखपालों को सतर्कता बरतने को कहा।
बचे 21 घर के साथ विद्यालय भी नदी में समाया : सूरतगंज संवाद के अनुसार गुरुवार को सरयू नदी में बबुरी गांव के 34 घर नदी में समा चुके थे। प्राथमिक विद्यालय व घरों की ओर नदी तेजी से कटान करते हुए बढ़ रही थी। शुक्रवार की शाम तक बबुरी गांव के सभी 55 घर के साथ प्राथमिक विद्यालय भी नदी में समाकर गायब हो गए। नदी की कटान थमने का नाम नहीं ले रही है। जिसके कारण केदारीपुर गांव के दर्जनों घरों पर अब कटान का खतरा मंडरा रहा है। उधर पानी बढ़ने से लोगों की मुसीबतें और बढ़ने लगी है।