• हरदोई में मुवक्किल बनकर घर में घुसे युवकों ने अधिवक्ता को गोली से उड़ाया।
मंगलवार को बाइक सवार हमलावरों ने दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया। फौजदारी के जाने-माने अधिवक्ता कनिष्क मेहरोत्रा की घर में घुसकर गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के विरोध में अधिवक्ता सड़क पर उतर आए और सिनेमा चौराहे पर जाम लगाकर हंगामा कर दिया।
पुलिस ने किसी तरह स्थिति पर काबू पाया। एसपी के मुताबिक हमलावरों की तलाश के लिए तीन टीमें बनाई गई हैं। हमले की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है।
पुरानी कोठी निवासी कनिष्क मेहरोत्रा कचहरी से लौटने के बाद मंगलवार देर शाम घर पर फाइलें देख रहे थे। इसी बीच एक बाइक पर सवार तीन हमलावर पहुंचे। मुंशी गिरीश के मुताबिक दो हमलावर आए और बताया कि वह कोर्ट मैरिज करना चाहते हैं, जिसके लिए वकील साहब से मिलना है। मुंशी ने उन्हें बताया कि वकील साहब कमरे में हैं। इसके बाद दोनों फाइल लेकर अंदर कमरे में चले गए। एक युवक फाइल खोलकर दिखाने लगा, तभी दूसरे ने तमंचा निकाल कनिष्क के सिर पर सटाकर गोली मार दी। वारदात के बाद हमलावर भाग निकले। घटना की सूचना पुलिस को दी गई जिसके बाद शहर कोतवाल भारी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। गंभीर हालत में कनिष्क को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने लखनऊ रेफर कर दिया। केजीएमयू में इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। कनिष्क की हत्या की खबर फैलते ही हरदोई के वकीलों में आक्रोश व्याप्त हो गया, देर रात प्रमुख स्थानों पर फोर्स तैनात कर दी गई। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष टुल्लू बाबू और एसपी के पीआरओ ब्रजेश कुमार ने कनिष्क मेहरोत्रा की हत्या की पुष्टि की है।
पुलिस ने खंगाले सीसीटीवी फुटेज
वारदात के बाद घटनास्थल पर सीओ सिटी अंकित मिश्रा, अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी और एसपी नीरज जादौन ने भी मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटाई। हमलावरों का पता लगाने के लिए पुलिस ने शहर में सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं।
मकान का विवाद तो नहीं
सनसनीखेज वारदात के बाद लोगों में चर्चा रही कि जिस मकान में कनिष्क रहते थे, उसमें पारिवारिक विवाद चल रहा है। हालांकि इसकी हकीकत उनके बेटे के आने के बाद ही पता चल सकेगी लेकिन पुलिस ने इस बिंदु को भी जांच में शामिल कर लिया है। कनिष्क के एक बेटी अरू व बेटा अभिषेक है। दोनों बाहर रहकर प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते हैं। घर पर कनिष्क अकेले रहते थे, उनकी पत्नी का निधन हो चुका है।