मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर बोलते हुए समाजवादी पार्टी पर करारा हमला किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार महिला सुरक्षा को लेकर पूरी तरह गंभीर है। इस गंभीरता का परिणाम है कि महिला और बाल अपराध से जुड़े मामलों में लगातार कमी आ रही है और महिलाएं यूपी में पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा के लिए समाजवादी स्वयं एक गंभीर खतरा हैं। मुख्यमंत्री प्रश्न प्रहर में सपा की विधायक डॉ. रागिनी के सवाल का जवाब दे रहे थे। वहीं विधानसभा में अवैध धर्मांतरण और पेपर लीक के खिलाफ सख्त कानून संबंधी विधेयक भी पास किया गया।
प्रश्न प्रहर में डॉ. रागिनी ने जानना चाहा था कि प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के साथ बढ़ रहे यौन शोषण के मामलों को रोकने के लिए सरकार की क्या योजना है? इस पर योगी ने कहा कि सरकार आने के बाद सबसे पहले हमने शोहदों पर लगाम कसने के लिए जो कार्रवाई की, एंटी रोमियो स्क्वाड इसका एक उदाहरण है। बताते हुए दुख होता है कि एंटी रोमियो स्क्वाड का जब गठन हुआ तब सबसे पहले विरोध सपा ने ही किया था। महिला संबंधी अपराधों के मामलों में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से सपा से जुड़े लोग ही शामिल पाए जाते हैं। महिला संबंधी अपराध में ये उस पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसने कहा था कि लड़के हैं गलती कर देते हैं। ये लोग सुरक्षा की बात क्या करेंगे।
ये अहम विधेयक पास हुए,
● अवैध धर्मांतरण पर सख्त कानून संबंधी उप्र विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध (संशोधन) विधेयक को सदन में मंजूरी
● यूपी सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित साधनों का निवारण) विधेयक भी पास। अब पेपर लीक कराने वालों पर कठोरतम कार्रवाई हो सकेगी।