• बलिया में बकरी चराकर सरकारी विद्यालय में की पढ़ाई, अब चार प्रवेश परीक्षाओं को किया टॉप।
बलिया: बकरी चराकर झोपड़ी में रहकर रूखा-सूखा भोजन कर रहा ये लड़का देश-दुनिया को बड़ी सीख देने का बखूबी प्रयास कर चर्चा में आया है। कद से छोटा, लेकिन बड़ा ख्वाब लिया रुमित की कहानी बड़ी दिलचस्प है। इस बच्चे ने तमाम परिस्थितियों को मात देते हुए प्राथमिक विद्यालय से पढ़ाई कर सरकार के महत्वपूर्ण 4 परीक्षाओं को एक साथ पास कर हर किसी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है।
छात्र रुमित कुमार पासवान ने लोकल 18 को बताया कि वह बलिया जनपद के धनिधरा गांव का रहने वाला है। उसके पिता नन्दलाल पासवान पेशे से राजमिस्त्री हैं तथा माता गृहणी हैं। वह बकरी चराता है और सरकारी स्कूल में पढ़ाई करता है।
जानें कैसे शुरू हुई बच्चे की पढ़ाई।
रुमित की प्राथमिक शिक्षा गांव के ही प्राथमिक विद्यालय धनिधरा से हुई, इसके बाद वह पूर्व माध्यमिक विद्यालय शेरवां कलां की तरफ रुख किया। इस एवज में विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने बताया कि यहां आते ही उसमें अनेक सकारात्मक परिवर्तन आने लगे। जैसे योग की ओर अग्रसर होना, वाद विवाद करना और प्रतियोगी परीक्षाओं की ओर झुकाव होना।
रूमित ने मन से पढ़ाई कर तोड़ रहा इतिहास।
प्रिंसिपल ने बताया कि विद्यालय में पहले से ही प्रतियोगी परीक्षाओं का वातावरण है, लेकिन इस वर्ष पिछले सारे बच्चों का रिकॉर्ड तोड़ते हुए रुमित कुमार पासवान ने आश्रम पद्धति परीक्षा, राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा, श्रेष्ठा परीक्षा और सैनिक स्कूल सहित कुल 4 परीक्षा उत्तीर्ण कर एक नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है।