एटा । जनता जब मूक बन जाती हैं तब समस्या बढ़ जाती हैं, इस कथन को शायद ही कोई झुठला दे, अन्यथा सच यही हैं । बरहाल बदहाली से जूझती ग्राम पंचायत गहेतू जिसमे सभी पूर्व प्रधान, प्रधान व चकवंदी लेखपाल की मिलीभगत से ग्रामीण किसानो पर हो रहा अत्याचार। बताते चले कि इसको लेकर पूर्व मे भी एक लेखपाल का स्थानांतरण कराया गया। जिस पर भी गाँव स्तरीय एजेंटो के द्वारा घूस और फर्जी पट्टा दिखाकर बेसुमार पैसा कमाने से लेकर किसानो की ठगी के थे आरोप । यही आलम वर्तमान लेखपाल का है जिसको लेकर ग्रामीणो ने मुख्यमंत्री , राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग , माननीय मुख्यमंत्री उ० प्र० व जिलाधिकारी एटा को ज्ञापन दिया गया। इसे देख बौखलाए लेखपाल ने राष्ट्रपति से रसूख होने की धमकी देकर किसानो को धमकाकर ज्ञापन वापस लेने का दबाव भी बनाया । मिलीभगत होने के कारण किसी भी अधिकारी द्वारा इसके विरूद्ध कोई कार्रवाई नही की जा रही ।