सभासदों के प्रदर्शन के बाद ईओ ने अपने बचाव में जेई को जारी किया नोटिस
मंझनपुर नगर पालिका में टेंडर खोंलने के एवज में 20 प्रतिशत एडवांस की डिमांड न पूरी होने पर चार माह से फंसा टेंडर
कौशाम्बी। मंझनपुर नगर पालिका परिषद में सभासदों के प्रदर्शन के बाद ईओ ने अपने बचाव में जेई को नोटिस जारी कर दिया है। अफसरों को सफाई पेश करने की जल्दबाजी में ईओ ने लिपिक के बजाय जेई को नोटिस जारी कर दिया है। इसके अलावा चार माह से टेंडर खोंलने के एवज में 20 प्रतिशत नगद डिमांड की शिकायत सीएम से हुई है।
मंझनपुर नगर पालिका परिषद में विकास कार्य कराने के लिए लगभग 21 करोड़ टेंडर चार माह पहले हुआ था। आरोप है कि टेंडर की टेकिनिकल बिड खोंलने के बाद फाइनेंस बिड खोंलने के एवज में 20 प्रतिशत एडवांस में ठेकेदारों से डिमांड की जा रही थी। सूत्रों की माने तो कुछ ठेकेदार डिमांड पूरी करने को तैयार थे,जबकि तमाम ठेकेदार देने को तैयार नहीं थे। इसके चलते चार से माह से करोड़ों के टेंडर की टेकिनिकल बिड खोंलने के बाद डिमांड पूरी होने के इंतजार में अफसर न तो टेंडर निरस्त कर रहे थे ,और न ही खोल रहें थे। इससे नगर पालिका में विकास कार्य भी ठप है। पालिका में विकास कार्य ठप होने से मोहल्ले के लोग सभासदों पर विकास कराने का दबाव बना रहे थे। महीनों से कार्य ठप होने से परेशान सभासदों ने गुरुवार को ईओ का घेराव कर धरना प्रदर्शन किया। सभासदों के प्रदर्शन के बाद अफसरों ने ईओ को तलब किया,तो अपनी सफाई पेश करने की जल्दबाजी में जेई को नोटिस जारी कर दिया। साथ ही अफसरों से टेन्डर प्रक्रिया को ही फर्जी बता दिया है। लोगों का कहना है कि जब टेंडर खामियां थी तो चार माह तक टेंडर को निरस्त क्यों नहीं किया गया। साथ ही जिन ठेकेदारों के अभिलेखों में गलती थी उनको चार माह तक नोटिस क्यों जारी नहीं किया गया है। विभागीय सूत्रों की माने तो 20 प्रतिशत एडवांस की डिमांड पूरी होने के उम्मीद में चार माह तक टेंडर प्रक्रिया में कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। सूत्रों बताते है कि अब ईओ खुद को ईमानदारी साबित करने के लिए कई ठेकेदारों को ब्लाक लिस्टेड करने की योजना बना रही है।
**सत्य प्रकाश यादव (सत्या)
म्योहर कौशाम्बी