अंकुर कुमार पाण्डेय
रिपोर्ट सत्यार्थ न्यूज वाराणसी
वाराणसी। मानसून की पहली बारिश में नगर निगम की तैयारी की खुली पोल, कई स्थानों पर जलजमाव, बढ़ी परेशानी शिकायत करने पर पार्षदो और आयुक्त से जोरदार बहस
वाराणसी। मानसून की पहली बारिश में ही नगर निगम की तैयारी फेल नजर आई जिस प्रकरण पार्षदों द्वारा समस्या के समाधान के लिए शिकायत करने पर नगर आयुक्त के साथ जोरदार बहस हुई आज भी बनारस सीवर और नाली की समस्या से जूझ रहा है, वो भी तब जब यहाँ के सांसद प्रधानमंत्री हैं और अपने संसदीय क्षेत्र के लिए संजीदा भी. पिछले 10 सालों में उन्होंने यहाँ पैसा छप्पड़ फाड़ कर दिया है.40 हज़ार करोड़ से ज़्यादा फिर भी भाजपा पार्षदों को पब्लिक के बीच झेपना पड़ रहा है. शायद बेलगाम अफ़सरशाही के कारण, जिन्होंने पिछले कुछ सालों में नेताओं को याचक बना दिया है. आज जब बनारस के भाजपायी पार्षदों के अंदर से आवाज़ उठी कि वो सिर्फ सेवक नहीं बल्कि नेता भी हैं.तो नगर आयुक्त को बनारसी नेतागीरी दिखी. जो कहीं गुम हो गयी थी. बारिश के बाद शहर के कई इलाकों में सड़कों और गलियों में घुटने भर तक पानी भर गया। इससे लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। नगर निगम प्रशासन की ओर से करोड़ों की परियोजनाएं चल रही हैं, लेकिन आज तक जलजमाव की समस्या का स्थायी समाधान नहीं हो सका है। इससे परेशानी बढ़ गई है। नगर निगम प्रशासन की ओर से इन दिनों नालों की सफाई कराई जा रही है। नगर आयुक्त और महापौर लगातार भ्रमण कर नाला सफाई कार्य का जायजा ले रहे हैं। इसको लेकर कई दौर की बैठकें भी हो चुकी हैं। पार्षदों की ओर से भी अपने-अपने क्षेत्रों की समस्याएं बताई जा चुकी हैं, लेकिन जलजमाव की समस्या का समाधान नहीं पा रहा है। कुछ घंटों की बारिश के बाद ही सड़कें तालाब की तरह भर गईं। लोगों को घुटनों पर पानी से होकर गुजरना पड़ रहा है। लोगों का कहना रहा कि नाला सफाई के साथ ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए तमाम परियोजनाएं चल रही हैं। लेकिन इनका सही तरीके से क्रियान्वयन नहीं किया जा रहा है। इसकी वजह से ऐसी स्थिति बनी हुई है। लोगों ने निकासी की व्यवस्था दुरूस्त करने की मांग की है।