न्यूज चीफ रिपोर्टर रमाकान्त झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
गुस्सा होगा शांत शशकासन से जानिए योग एक्सपर्ट ओम कालवा के साथ।
श्री डूंगरगढ़ कस्बे की ओम योग सेवा संस्था के निदेशक योगाचार्य ओम प्रकाश कालवा ने शशकासन की जानकारी देते हुए बताया।
विधि
शशांकासन की प्रक्रिया सरल है और इसे दिए गए तरीके से किया जा सकता है। सबसे पहले, वज्रासन की स्थिति में बैठें, (अपने घुटनों को मोड़कर हथेलियाँ अपने घुटनों पर रखें)। फिर, अपने घुटनों को फैलाएं और अपने बड़े पैर की उंगलियों को एक-दूसरे को छूते हुए रखें। धीरे-धीरे सांस लें और अपनी हथेलियों को अपने घुटनों के बीच रखें।
लाभ
क्या है शशकासन शशकासन को शशांक आसन भी कहते हैं।मानसिक शांति और चेहरे पर प्राकृतिक चमके लिए जरूर करें यह आसन पेट, कमर व कूल्हों की चर्बी कम करके आंत, यकृत, अग्न्याशय व गुर्दों को बल प्रदान करता है। ऐसे करें शुरुआत -शशकासन करने के लिए पहले आप पालथी लगाकर बैठ जाए।
सावधानी
घुटनों के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस वाले लोगों को इस मुद्रा में वज्रासन करने से बचना चाहिए। बहुत उच्च रक्तचाप वाले लोगों को शशांकासन करने से बचना चाहिए। अगर आपको स्लिप डिस्क है तो आपको शशांकासन करने से बचना चाहिए। जो लोग चक्कर से पीड़ित हैं उन्हें शशांकासन करने से बचना चाहिए।
नोट :
सभी योग आसनों का अभ्यास अनुभवी योग शिक्षक की देखरेख में ही करना चाहिए।