संवाददाता जितेन्द्र गौड़
आखिरकार छोटे हादसों से क्यो सबक नहीं लेता बिजली विभाग, कब जागेगा प्रशासन
बून्दी, – लाखेरी शहर में शायद बिजली विभाग कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार कर रहा है, विभाग की लापरवाही के कारणों से ही गुरूवार को ही ट्रांसफार्मर में करंट की चपेट में आने से गाय की मौत हो गई थी। उसके बाद जब संवाददाता द्वारा अन्य जगह भी ट्रांसफार्मर की पड़ताल की तो लाखेरी जलदाय विभाग शहर कार्यालय के पास थ्री फेज तार के साथ ट्रांसफार्मर लगा हुआ है, जो बिल्कुल खुले में लगा हुआ है, ना तो ट्रांसफार्मर के चारों तरफ जाली लगी हुई है, और ना हुई सुरक्षा की दृष्टि से कोई अन्य उपाय जिससे दुर्घटना नहीं हो। ट्रांसफार्मर में थ्री फेज तार ओपन एवं बहुत ही नीचे लगे हुए हैं, जो किसी को भी अपनी चपेट में ले सकते हैं, इस ट्रांसफार्मर के पास चारदीवारी भी नहीं बनी हुई है और ना ही विद्युत पोल के ऊपरी छोर पर कनेक्शन कर रखे हैं विभाग ने बिल्कुल नीचे के छोर पर थ्री फैज कनेक्शन लगा रखे हैं, हमेशा आमजन को जान का खतरा बना रहता है, क्योंकि जलदाय विभाग कार्यालय जाने का मुख्य रास्ता इसी के पास होकर गुजरता है, आमजन इसी रास्ते से जलदाय कार्यालय में पानी का बिल जमा कराने भी जातें रहते हैं। ट्रांसफार्मर के समीप कांटे उगे हुए हैं, कोई साफ सफाई नही है, कोई भी जानवर घूमता हुआ करंट की चपेट में भी आ सकता है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पीएचडी अधिकारियों ने कई बार बिजली विभाग को इस बारे में अवगत करा दिया गया, परन्तु इस समस्या का समाधान आज तक नहीं हुआ। इसी तरह लाखेरी क्षेत्र में कही जगह लोहे के पोल लगे हुए हैं, उक्त पोलो से आए दिन करंट का खतरा बना रहता है, एवं इन पोलो में करंट आने पर जानवरों मरते रहते हैं, विद्युत विभाग को शीघ्र लोहे के पोलों को हटाकर सीमेंट के पोल लगाना चाहिए। लाखेरी क्षेत्र में कहीं वार्डों में वोल्टेज की समस्या बनी रहती है, जिससे इस भीषण गर्मी में पंखे, कूलर भी धीरे धीरे चलते हैं, जिससे आमजन को परेशान होना पड़ रहा है, नगर वासियों की शिकायत पर भी वोल्टेज समस्या का सुधार नहीं होता कहीं-कहीं पर तो ट्रांसफार्मर पर जरूरत से ज्यादा कनेक्शन होने से भी वोल्टेज समस्या बनी रहती है फिर भी प्रशासन मौन एवं अपनी ही मस्ती में मस्त बैठा हुआ है, शायद बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है आखिरकार बिजली तंत्र में क्यों नहीं हो रहा सुधार। जबकि विभाग द्वारा समस समय पर शहर में कटौती की जाती है, फिर भी ऐसी समस्या का सामना क्यों करना पड़ रहा है जनता को। जबकि कुछ दिनों बाद मानसून सक्रिय होने वाला है, तो बारिश के दिनों में बिजली को लेकर अनेक समस्याएं सामने आतीं है, तो क्यों नहीं विभाग द्वारा मानसून पूर्व ही कार्य किया जाए। अब देखना होगा कि बिजली विभाग द्वारा हादसे से सबक लेते हुए कार्य किया जाएगा या फिर विभाग को फिर कोई बड़ा हादसा होने का इंतजार रहेगा।