गोपाल चतुर्वेदी/मथुरा।
मथुरा में देशी शराब की विक्री में आया उछाल
मथुरा में इस साल हर महीने बिक रही करीब 100 करोड़ की शराब
-दो साल में दो गुनी से अधिक हुई देशी शराब की खपत
दिनेश पंकज मथुरा। ठर्रा यानी देशी शराब की दीवानगी मथुरा के पियक्कड़ों के सिर चढ कर बोल रही है। वर्ष 2024 में मथुरा जनपद में करीब 100 करोड़ की शराब की खपत रह महीने हो रही है। जबकि दो साल में देशी शराब की खपत में 100 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज हुई है। पिछले वित्त वर्ष में आबकारी विभाग मथुरा ने 741.35 करोड़ का राजस्व जुटाया है। जो कि गत वर्ष की तुलना में 13.75 प्रतिशत अधिक है। गत वर्ष 691.71 करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था। विगत तीन वर्षों में 2021 से 2023 तक देश शराब की खपत में दो गुनी हो गई है। मथुरा जनपद में वर्ष 2020-23 में देशी मदिरा की खपत 3 लाख 34 हजार 551 लीटर हुई थी। जो कि 2023-24 में बढ कर 7 लाख 58 हजार 532 लीटर हो गई है। जबकि आबकारी विभाग का कहना है कि देशी शराब सहित कुल खपत और राजस्व वृद्धि की वजह अवैध शराब के कारोबार पर हुई प्रभावी कार्यवाही है। जिससे सरकारी राजस्व बढा है। अवैध शराब के कारोबार पर पूर्ण बंदिश लगाये जाने के कारण जनपद में राजस्व वृद्धि हुई है। मंडल में राजस्व प्राप्ति में लक्ष्य के सापेक्ष दो वित्त वर्ष से जनपद प्रथम स्थान पर रहा है। मार्च महीने में 62.12 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई है। मार्च महीने में 9 हजार 322 लीटर शराब पकड़ी है। जिसमें सभी तरह की शराब शामिल है। 49 मुकदमा दर्ज हुए हैं और चार वाहन जब्त किए गए हैं। वहीं अप्रैल में 8 हजार 777 लीटर शराब पकड़ी है। राजस्व प्राप्ति 59.73 करोड़ की हुई है। दो वाहन पकड़े हैं। देशी शराब की मार्च महीने में 263 प्रतिशत की खपत बढी है।
वर्जन
मार्च महीने में होली और अप्रैल में चुनाव के चलते विभाग द्वारा संघन चेकिंग अभियान चलाया गया। कोटवन चैक पोस्ट स्थापित किया गया। जिससे आबकारी विभाग ने शराब तस्करों की कमर तोड दी। हरियाणा से होने वाली अवैध शराब की तस्करी पर लगभग रोक लगा दी जिससे मथुरा जिले में राजस्व प्राप्ति बढी। इससे अवैध शराब से होने वाले नुकसान से भी जनता सुरक्षित हुई। भविष्य में भी लगातार नशा तस्करों के खिलाफ सख्त अभियान चला कर कार्यवाही की जाएगी।
-कुमार प्रभात चंद्र, सहायक आबकारी आयुक्त मथुरा