सहकार ग्लोबल कंपनी के आफिस में घुसकर नकाबपोश युवकों ने किया हमला
रेत ठेकेदार सहकार ग्लोबल की आफिस में नकाबपोश रेत चोरें ने बोला धावा
मारपीट में कंपनी के दो तीन लोग हुये घायल, कोतवाली पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच
सिंगरौली से सुनील पांडे की रिपोर्ट
सिंगरौली~: शुक्रवार देर शाम लगभग ९ बजे के करीब जिले के रेत ठेकेदार सहकार ग्लोबल की आफिस में नकाबपोश दबंगों ने धावा बोल दिया। जिसमें कंपनी के दो तीन कर्मचारी घायल हो गये।
बताया जा रहा है कि बाइक पर सवार होकर आए युवकों ने कार्यालय के बाहर खड़े दोपहिया और चार पहिया वाहनों में भी तोड़फोड़ करते हुए मौके से भाग गए। शुक्रवार की रात 8 से 9 बजे के करीब हुए हमले से क्षेत्र में दहशत का माहौल निर्मित है। हमलावर अपने साथ बेसबाल के डंडे लेकर आए थे और उनके सामने जो आ रहा था, उसे निशाना बना रहे थे। कंपनी से जुड़े लोगों का कहना है कि रेत चोरी करने वाले तत्वों द्वारा वारदात को अंजाम दिया गया है। हमले में रेत कंपनी का कर्मचारी बृजेश व एक अन्य घायल हुआ है जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। ठेका कंपनी के लोग बताते हैं कि एक दिन पहले भी गुरूवार की दोपहर में भी हमला हुआ था, जिसकी उन्होंने मौखिक रूप से पुलिस में शिकायत की थी।
बलियरी रोड पर हर समय लोगों की आवाजाही बनी रहती है। शुक्रवार की रात को जब नकाबपोश युवकों ने कंपनी के लोगों पर हमला किया, उस समय सड़क से लोग आवाजाही कर रहे थे। नकाबपोश युवकों द्वारा खुलेआम की गई मारपीट से राहगीर भी दशहत में आ गए और जो जान बचाने के लिए जिसे जहां जगह मिली वह वहां पर घुस गया। लोगों का कहना है कि बेसबाल के डंडे लेकर आए असामाजिक तत्वों के सामने जो आ रहा था, उसे ही अपना निशाना बना रहे थे। करीब 10 से 15 मिनट तक नकाबपोश युवक बीच सड़क पर तांडव मचाते रहे लेकिन उनको रोकने की हिम्मत किसी ने नहीं की। इसी बीच रेत से लदा एक ट्रक भी गुजरा है, संभवत: इसी ट्रक को पार कराने के लिये यह हमला किया गया है।
जिले में रेत को लेकर आए दिन विवाद हो रहा है। ठेका कंपनी ने अपनी सभी रेत खदानों में सुरक्षाकर्मी तैनात कर रखे है, जिससे लोगों को रेत की चोरी करने का मौका नहीं मिल रहा है। रेत चोरी करने वाले लोग ही ठेका कंपनी के कर्मियों पर दबाव बनाने के लिए आए दिन वाद-विवाद कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि रेत के खेल में कुछ राजनीतिक दलों के लोगों का भी संरक्षण रेत चोरों को मिला हुआ है इसीलिए रेत धोरों के हौसले बुलंद हैं। समय रहते अगर रेत को लेकर होने वाले वाद विवाद को नहीं रोका गया तो शांतिप्रिय सिंगरौली जिले में भी भिंड, मुरैना जैसी स्थितियां बन जाएंगी।