एक यूनिट रक्तदान से चार जिंदगियों को बचाया जा सकता है:डाक्टर अजय शर्मा
– मजदूर दिवस पर शिविर में 11 लोगों ने किया स्वैच्छिक रक्तदान
– रक्तदाताओं को मेडल और सर्टिफिकेट देकर किया गया सम्मानित
– मार्डन कांवेंट स्कूल ओबरा में उत्सव ट्रस्ट सोनभद्र द्वारा किया गया था आयोजन
सोनभद्र /सत्यनारायण मौर्य/संतेश्वर सिंह
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सोनभद्र। रक्तदान के क्षेत्र में जागरुकता की कमी व गर्मी के कारण ब्लड बैंक के खाली होने की विकट समस्या उत्पन्न हो गई है।
ब्लड बैंक की समस्या से निजात दिलाने के लिए उत्सव ट्रस्ट की सोनभद्र इकाई द्वारा एक मई, मजदूर दिवस के अवसर पर मॉडर्न कान्वेंट स्कूल, सेक्टर 8, ओबरा, सोनभद्र के प्रांगण में स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें 15 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन 11 लोगों ने 11 यूनिट रक्तदान किया। सभी रक्तदाताओं को मेडल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
उत्सव ट्रस्ट के रक्तदान विभाग के निदेशक डाक्टर अजय कुमार शर्मा ने कहा कि एक यूनिट रक्तदान से चार जिंदगियों को बचाया जा सकता है, क्योंकि रक्तदान जीवन दान के लिए होता है। इसलिए सभी लोगों को स्वैच्छिक रक्तदान कर मानव सेवा के लिए भागीदार बनने की जरूरत है।
सबसे पहले मुख्य अतिथि मॉडर्न कान्वेंट स्कूल के प्रबंधक राकेश कुमार सिंह व विशिष्ट अतिथि आदिवासी भाई हेमशाह का स्वागत उत्सव ट्रस्ट परिवार सोनभद्र के रक्तदान विभाग के ओबरा इकाई के संरक्षक देवानंद मिश्र व ट्रस्टी एडवोकेट आशीष पाठक द्वारा बैच लगाकर किया गया। तत्पश्चात मां भारती की वंदना व पुष्प अर्पण के साथ दीप प्रज्वलन तथा फीता काटकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
शिविर में कुल 15 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया और 11 यूनिट रक्तदान हुआ। सर्व प्रथम महिला रक्तदाता दीपिका यादव ने प्रथम बार रक्तदान किया। उत्सव ट्रस्ट परिवार ओबरा के संरक्षक देवानंद मिश्र, जितेंद्र सिंह, डॉ कृष्ण कुमार केसरी,अभिषेक गुप्ता,कृष्णा सिंह, राहुल वर्मा, पवन कुमार, पंकज कुमार, लक्ष्मण व सत्य प्रकाश सत्यार्थी ने भी रक्तदान किया । सभी रक्तदाताओं को उत्सव ट्रस्ट के ओबरा ईकाई के संरक्षक देवानंद मिश्रा, मुख्य अतिथि राकेश कुमार सिंह, विशिष्ट अतिथि हेमशाह एवं उत्सव ट्रस्ट के रक्तदान विभाग के निदेशक डॉक्टर अजय कुमार शर्मा द्वारा मेडल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में उत्सव ट्रस्ट के पदाधिकारी डॉ प्रभाकर सिंह, श्याम दुलारे साहनी, रघुपति चौधरी, स्वामी अरविंद सिंह, ब्लड बैंक की टीम के साथ आए डॉक्टर अभिषेक गुप्ता, डॉक्टर रविंद्र व उनकी टीम की महत्वपूर्ण भूमिका रही।