सावित्री देवी की सातवीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा का हुआ आयोजन
(पुण्यतिथि के अवसर पर परिवार जनों ने वृद्धा आश्रम में अंगवस्त्र एवम फल किया वितरित)
सोनभद्र /सत्यनारायण मौर्य/संतेश्वर सिंह
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सोनभद्र। अपने पितरों की पुण्यतिथि पर उनको याद करना और श्रद्धा सुमन अर्पित करना बहुत ही सराहनीय और अनुकरणीय कार्य हैं। उक्त बातें पत्रकार संजीव कुमार श्रीवास्तव की पूज्यनीय माता स्मृति शेष सावित्री देवी की सातवीं पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मुख्य अतिथि संयुक्त अधिवक्ता महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश शरण मिश्र ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा। श्री मिश्र ने कहा कि वर्तमान दौर में जब जीते जी अपने माता पिता और घर के बुजुर्गो के अपमान की घटना आए दिन समाचार पत्रों में पढ़ने को मिलती है ऐसे में अपने दिवंगत बुजर्गो की पुण्यतिथि मनाना और उनकी स्मृति में वृद्धा आश्रम में जाकर अंग वस्त्र एवम फल वितरित करना बहुत ही पुण्य का कार्य है और अनुकरणीय व सराहनीय है।
उक्त श्रद्धांजलि सभा का आयोजन पत्रकार संजीव कुमार श्रीवास्तव के नगर स्थित आवास उरमौरा वार्ड नंबर बारह राबर्ट्सगंज में दिन के चार बजे से किया गया जो बहुत ही सादगी से पारिवारिक वातावरण में संपन्न हुआ। इस अवसर पर परिवार के सदस्यों सहित उपस्थित पत्रकारो साहित्यकारो व समाज सेवियों द्वारा उनको याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संयुक्त अधिवक्ता महासंघ उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सोन साहित्य संगम के संयोजक आल प्रेस एंड राइटर्स एसोसिएशन के राष्ट्रीय महासचिव कवि हृदय राकेश शरण मिश्र उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सर्व प्रथम स्मृति शेष सावित्री देवी के चित्र पर उपस्थित अतिथियों एवम परिवार जनों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पत्रकार संजीव कुमार श्रीवास्तव ने किया और संचालन अनीश कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों ने सावित्री देवी को बहुत ही धर्म निष्ठ एवम कुशल गृहणी बताया। वही बतौर मुख्य अतिथि राकेश शरण मिश्र में अपनी कविता “नाम देकर हमे तुम बेनाम हो गए” के माध्यम से स्मृति शेष सावित्री देवी को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किया। कार्यक्रम में पत्रकार राजकुमार ने भी सावित्री देवी के प्रति अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवम मुख्य आयोजक संजीव कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि मेरी मां मेरे लिए भगवान थी और आज समाज में मैने जो कुछ भी मान प्रतिष्ठा और स्थान प्राप्त किया है वो मेरी मां के द्वारा दिए गए संस्कारों और आशीर्वाद का ही प्रतिफल है। आज अपनी स्मृति शेष मां की सातवीं पुण्य तिथि पर मैं उनको शत शत नमन वंदन करता हूं। इसी प्रकार कार्यक्रम में उपस्थित परिवार जनों में रजनीकांत श्रीवास्तव,आयुष श्रीवास्तव,अर्चना श्रीवास्तव,अर्चित श्रीवास्तव,सुमन श्रीवास्तव,आरिका श्रीवास्तव, अक्षित श्रीवास्तव श्रेया श्रीवास्तव एवम विनोद कुमार ने भी शब्द प्रसून से अपनी अपनी भाव भीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अतिथियों द्वारा दो मिनट का मौन रखकर उनके लिए प्रार्थना की गई।