• बहराइच लोकसभा मे बाहरी प्रत्याशियों का रहा है दबदबा।।
“पंकज कुमार शुक्ला” संवाददाता बहराइच,उत्तर प्रदेश
• बहराइच लोकसभा मे बाहरी प्रत्याशियों ने 6 बार यहाँ का प्रतिनिधित्व किया है,
बहराइच इस बार लोकसभा चुनाव में प्रथम चरण का मतदान होने के लिए बस कुछ दिन ही बाकी है। जिले में मई माह में बहराइच और कैसरगंज सीट के लिए अलग अलग तिथियों में चुनाव होना है। अब बात करें जिले के सीट पर प्रत्याशियों के चुनाव लड़ने की तो बहराइच सीट पर छह बार दूसरे जिले और प्रांत के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की है। इसमें केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने सर्वाधिक तीन बार चुनाव जीता है लेकिन उन्होंने यह जीत दो बार कांग्रेस और एक बार जनता दल की पार्टी से जीता है। जबकि आरिफ मोहम्मद खान बुलंदशहर के निवासी हैं। इसके बाद भी जिले की जनता ने आरिफ मोहम्मद खान को दिल खोलकर समर्थन दिया। इसके अलावा बहराइच सीट से केरल राज्य के निवासी केके नैयर ने जनसंघ पार्टी से वर्ष 1967 में चुनाव जीता।
कुछ इसी तरह आजादी के बाद वर्ष 1952 में हुए पहले लोकसभा चुनाव में बहराइच सीट से रफी अहमद किदवई ने जीत दर्ज की। वह बाराबंकी जिले के निवासी थे। जनता पार्टी से ओम प्रकाश त्यागी ने 1977 के चुनाव में जीत दर्ज की। वह मुरादाबाद जिले के निवासी थे।इसी तरह अंबेडकर नगर जिले के किछौछा निवासी मुजफ्फर हुसैन ने वर्ष 1980 के चुनाव में कांग्रेस पार्टी से जीत दर्ज की थी। इसके बाद पुनः कांग्रेस ने वर्ष 2009 के चुनाव में गोरखपुर से कमांडों कमल किशोर ने चुनाव जीता था। ऐसे में अनुमान लगाया जा सकता है कि छह बार बहराइच सीट से दूसरे जिले के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। वहीं आठ बार क्षेत्रीय प्रत्याशियों ने जीत का परचम फहराया है। इनमें भाजपा की ओर से सर्वाधिक बार क्षेत्रीय प्रत्याशियों को मैदान में उतारा गया है।
परिसीमन में हुआ था वर्ष 2009 का चुनाव
बहराइच सीट से वर्ष 2009 का लोकसभा चुनाव परिसीमन के बाद हुआ था। यह सीट वर्ष 2009 में सुरक्षित हो गई थी। इसी वर्ष कांग्रेस परिवार के नजदीकी कमांडों कमल किशोर ने भाजपा प्रत्याशी को हराकर चुनाव में जीत दर्ज की थी। उस समय मनरेगा योजना ने भी जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी।
इस बार गठबंधन ने उतारा बाहरी प्रत्याशी
बहराइच सीट से इस बार इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी रमेश गौतम को चुनाव मैदान में उतर गया है या मुलाना गोंडा जनपद के निवासी हैं लेकिन जिले में सक्रिय रहे हैं, जिसके चलते सपा की ओर से होने प्रत्याशी बनाया गया है।