सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्योहारा में आशाओं ओर संगिनि का कराया गया, दस्तक अभियान/संचारी रोग नियंत्रण अभियान का प्रशिक्षण– डॉक्टर बी के स्नेही।
जिला बिजनौर से तहसील प्रभारी इश्तियाक अली
स्योहारा- बिजनौर शासन के आदेशो के क्रम में 1 अप्रैल से 30अप्रैल तक चलने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान ओर 10 अप्रैल से 30अप्रैल तक चलने वाले विशेष दस्तक अभियान का प्रशिक्षण आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्योहारा जनपद बिजनौर में अधीक्षक डॉक्टर बी के स्नेही की अध्यक्षता में समस्त आशाओं और संगिनी को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान अधीक्षक डॉक्टर बी के स्नेही ने बताया कि इस अभियान के दौरान समस्त आशा ओर आंगनवाडी के साथ गांव में घर 2 की विजिट कर के बुखार, इन्फ्लुएंजा ,सर्दी, जुकाम कुपोषित बच्चों की लिस्ट, टीबी मरीजों की लाइन लिस्ट ,कालाजार, कुष्ठ रोगियों की लाइन लिस्ट आदि का सर्वे करेगी और पोर्टल पर फीडिंग करेगी साथ ही आभा आईडी भी बनाएगी ओर लू लपट से बचने के बारे में भी बताएंगी। डॉ स्नेही ने बताया कि सभी लोग इस कार्य मे पूरी निष्ठा से कार्य करे ।किसी भी स्तर पर विभाग की कमी न पाई जाए।आशा नियमित रूप से गांव में विजिट करें। प्रधान जी से सहयोग ले गांव और मोहल्लों में नियमित साफ सफाई हो ।कचरा रोज उठवाया जाए।फॉगिंग करवाई जाए साथ ही एन्टी लार्वा का छिड़काव भी करवाया जाए। विभाग के समस्त लोग दिमागी बुखार एवं अन्य वेक्टर जनित रोगों तथा जल-जनित रोगों की रोकथाम तथा साफ-सफाई के संबंध में अन्य विभाग भी स्वास्थ्य विभाग के साथ सहयोग करेंगे। नगरी क्षेत्र के मोहल्ला में मोहल्ला निगरानी समिति के माध्यम से दिमागी बुखार एवं अन्य वेक्टर जनित तथा जल जनित रोगों के विषय में निरंतर जागरूकता स्थापित करेंगे ।शहरी क्षेत्र में फॉगिंग करवाना ओर स्वास्थ्य द्वारा उपलब्ध कराई गई हाई रिस्क क्षेत्र की सूची में उल्लेखित स्थान पर सघन वेक्टर नियंत्रण एवं संवेदन गतिविधियां समय से संपादित कराई जाए। नगरी क्षेत्र में वातावरण तथा व्यक्तिगत स्वच्छता के उपाय में स्वच्छ करने ,शुद्ध पेयजल के प्रयोग तथा मच्छरों की रोकथाम हेतु जागरूकता अभियान संचालित करना आदि इसमें शामिल है। खुली नालियों को ढकने की व्यवस्था, नालियों कचरो की सफाई आदि शामिल हैं हैडपंपों के प्रयोग रोकने के लिए उन्हें लाल रंग से चिन्हित किया जाना ।हैंड पंपों के पास अवशिष्ट जल के निकालने हेतु शोक पिट का निर्माण कराया जाएगा। शुद्ध पेयजल की गुणवत्ता के अनुसरण के लिए बैक्टीरियोलॉजिकल बायोलॉजिकल जांच कराई जाएगी ।आबादी में मिनी पब्लिक तथा वाटर सप्लाई टैंक स्टैंड पोस्ट मानकों के अनुसार स्थापना एवं निरीक्षण किया जाएगा। जल भराव तथा बनस्पतियों की वृद्धि को रोकने के लिए सड़कों तथा पेटेंट के निर्माण कराया जाएगा। सड़कों के किनारे बचस्पतियां वनस्पतियों को नियमित रूप से हटाया जाएगा ।शहरी क्षेत्र तथा शहरी मलिन बस्तियों के संवेदनशील आबादी समूह में अपनी गतिविधियों को केंद्रित करना संवेदनशील क्षेत्र को प्राथमिकता के आधार पर खुले में शौच से मुक्त करवाना शामिल है।इस दौरान प्रभारी चिकित्सा अधिकारी स्योहारा डॉ0बी0के0स्नेही ने बताया कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान का मुख्य उद्देश्य मच्छर जनित , वेक्टर जनित एवं जल जनित रोगों को रोकथाम करना है। लोगों ओर जन समुदाय को जागरूक करना भी इसका मुख्य उद्देश्य है। ताकि इन बीमारियों से लोगों को बचाया जा सके ।डॉक्टर स्नेही ने बताया कि इस समय वायरल फीवर, डेंगू ,चिकनगुनिया, टाइफाइड ,मलेरिया ,आदि कई तरह की बीमारियां पैदा होती हैं। इनसे बचाव के लिए साफ-सफाई कर विशेष ध्यान दिया जाए। साथ ही फूल वाह के कपड़े पहने और मच्छरदानी का प्रयोग करें। गमलों के पानी को निकालना जरूरी भी है। पानी इकट्ठा न होने दें ताकि मच्छर पैदा ना हो सके।इस दौरान स्नेही ने बताया कि माइक्रोप्लानिंग के अनुसार ही कार्य करें।अन्यथा मोनिटरिंग में फीडबैक गलत चला जाता है।इस दौरान एन एम ए श्री शीशराम जी ने कुष्ट रोग के बारे में विस्तार से बताया कि इसका इलाज सीएचसी स्योहारा पर उपलब्ध है।कुष्ठ से घबड़ाये नही।इस दौरान बीसीपीएम सुधीर कुमार,नोडल ऑफिसर राजेश कुमार, वीर सिंह,एच ई ओ कोमल सिंह, बीपीएम प्रमोद कुमार और आशा संगिनी आदि उपस्थित रही।















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