सत्यार्थ न्यूज श्रीडूंगरगढ़- सवांददाता नरसीराम शर्मा
पंचांग का अति प्राचीन काल से ही बहुत महत्त्व माना गया है। शास्त्रों में भी पंचांग को बहुत महत्त्व दिया गया है और पंचाग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना गया है। पंचांग में सूर्योदय सूर्यास्त, चद्रोदय-चन्द्रास्त काल, तिथि, नक्षत्र, मुहूर्त योगकाल, करण, सूर्य-चंद्र के राशि, चौघड़िया मुहूर्त दिए गए हैं।
🙏जय श्री गणेशाय नमः🙏
🙏जय श्री कृष्णा🙏
🕉️आज का पंचांग-29.04.2025🕉️
✴️ दैनिक ग्रह गोचर राशिफल सहित✴️
🕉️ शुभ मंगलवार 🌞 – शुभ प्रभात् 🕉️
74-30💥मध्यमान💥75-30
(केतकी चित्रापक्षीय गणितानुसारेण निर्मितम्)
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___आज विशेष____
आज मंगलवार है,हनुमानजी महाराज का दिन है। आज आपको बतायेगें कि श्री हनुमान जी चिरंजीवी अमर हैं तो अभी वे कहां पर हैं।
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_____दैनिक पंचांग विवरण____
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आज दिनांक…………………29.04.2025
कलियुग संवत्…………………….5127
विक्रम संवत्……………………. 2082
शक संवत्………………………1947
संवत्सर……………………श्री सिद्धार्थी
अयन……………………….उत्तर
गोल………………………… उत्तर
ऋतु…………………………ग्रीष्म
मास……………………….वैशाख
पक्ष……………………….शुक्ल
प्रतिपदा..द्वितीया. अपरा. 5.32 तक / तृतीया
वार……………………….. मंगलवार
नक्षत्र……कृतिका. सायं. 6.47 तक / रोहिणी
चंद्रराशि…………….. वृषभ. संपूर्ण (अहोरात्र)
योग….. सौभाग्य. अपरा. 3.53 तक / शोभन
करण………………..बालव. प्रातः 7.19 तक
करण……………..कौलव. अपरा. 5.32 तक
करण………. तैत्तिल. रात्रि. 3.48* तक / गर
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नोट-जिस रात्रि समय के ऊपर(*) लगा हुआ हो
वह समय अर्द्ध रात्रि के बाद सूर्योदय तक का है।
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विभिन्न नगरों के सूर्योदय में समयांतर मिनट
दिल्ली -10 मिनट———जोधपुर +6 मिनट
जयपुर -5 मिनट——अहमदाबाद +8 मिनट
कोटा – 5 मिनट————-मुंबई +7 मिनट
लखनऊ – 25 मिनट——बीकानेर +5 मिनट
कोलकाता -54 मिनट–जैसलमेर +15 मिनट
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सूर्योंदयास्त दिनमानादि-अन्य आवश्यक सूची
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सूर्योदय……………… प्रातः 5.58.06 पर
सूर्यास्त…………….. सायं. 6.59.49 पर
दिनमान-घं.मि.से……………. 13 01.43
रात्रिमान……………………..10.57.30
चंद्रोदय…………………6.47.17 AM पर
चंद्रास्त………………. 9.04.42 PM पर
राहुकाल..अपरा. 3.44 से 5.22 तक(अशुभ)
यमघंट….प्रातः 9.14 से 10.51 तक(अशुभ)
गुलिक……..अपरा. 12.29 से से 2.07 तक
अभिजित……मध्या.12.03 से 12.55(शुभ)
पंचक…………………….आज नहीं है।
हवन मुहूर्त…………………आज नहीं है।
दिशा शूल………………….. उत्तर दिशा
दोष परिहार…….गुड़ का सेवन कर यात्रा करें
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🌄विशिष्ट काल-मुहूर्त-वेला परिचय🌄
अभिजित् मुहुर्त – दिनार्द्ध से एक घटी पहले और एक घटी बाद का समय अभिजित मुहूर्त कहलाता है,पर बुधवार को यह शुभ नहीं होता
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ब्रह्म मुहूर्त – सूर्योदय से पहले का 1.30 घंटे का समय ब्रह्म मुहूर्त कहलाता है।
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प्रदोष काल – सूर्यास्त के पहले 45 मिनट और बाद का 45 मिनट प्रदोष माना जाता है।
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गौधूलिक काल- सूर्यास्त से 12 मिनट पहले एवं 12 मिनट बाद का समय कहलाता है।
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✴️भद्रा वास शुभाशुभ विचार✴️
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भद्रा मेष,वृष,मिथुन,वृश्चिक के चंद्रमा में स्वर्ग में व कन्या तुला, धनु, मकर के चंद्रमा में पाताल लोक में और कुंभ मीन, कर्क, सिंह के चंद्रमा में मृत्युलोक में मानी जाती है। यहां स्वर्ग और पाताल लोक की भद्रा शुभ मानी जाती हैं। और मृत्युलोक की भद्रा काल में शुभ कार्य वर्जित होते हैं इसी तरह भद्रा फल विचार करें।
दैनिक सूर्योदय कालीन लग्न एवं ग्रह स्पष्ट
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लग्न ……………..मेष 14°9′ भरणी 1 ली
सूर्य …………….मेष 14°45′ भरणी 1 ली
चन्द्र …………..वृषभ 1°57′ कृत्तिका 2 ई
बुध ………………मीन 18°42′ रेवती 1 दे
शुक्र ………मीन 4°54′ उत्तरभाद्रपद 1 दू
मंगल …………..कर्क 10°30′ पुष्य 3 हो
बृहस्पति … वृषभ 26°45′ मृगशीर्षा 2 वो
शनि …….. .मीन 3°31′ उत्तरभाद्रपद 1 दू
राहू * ………..मीन 1°7′ पूर्वभाद्रपद 4 दी
केतु * …..कन्या 1°7′ उत्तर फाल्गुनी 2 टो
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✴️🌄दैनिक लग्न समय सारिणी 🌄✴️
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लग्न राशि ***********प्रारंभ – समाप्ति
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मेष…………………..05:58 – 06:52
वृषभ……………….. 06:52 – 08:49
मिथुन ……………… 08:49 – 11:03
कर्क …………………11:03 – 13:21
सिंह …………………13:21 – 15:35
कन्या………………. 15:35 – 17:48
तुला……………….. 17:48 – 20:04
वृश्चिक …………….. 20:04 – 22:21
धनु ……………….. 22:21 – 24:26*
मकर ……………. 24:26* – 26:11*
कुम्भ ……………. 26:11* – 27:42*
मीन …………….. 27:42* – 29:10*
मेष ……………….29:10* – 29:57*
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जहां समय के आगे (*) लगा है वह समय
अर्द्ध रात्रि उपरांत के समय का सूचक है।
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✴️🌄दिन का चौघड़िया🌄✴️
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चंचल……………प्रातः 9.14 से 10.51 तक
लाभ…………..पूर्वा. 10.51 से 12.29 तक
अमृत………….अपरा. 12.29 से 2.07 तक
शुभ……………..अपरा. 3.44 से 5.22 तक
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✴️🌄रात्रि का चौघड़िया🌄✴️
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लाभ……………. रात्रि. 8.22 से 9.44 तक
शुभ……..रात्रि. 11.06 से 12.29 AM तक
अमृत..रात्रि. 12.29 AM से 1.51 AM तक
चंचल…. रात्रि.1.51 AM से 3.13 AM तक
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(विशेष – ज्योतिष शास्त्र में एक शुभ योग और एक अशुभ योग जब भी साथ साथ आते हैं तो शुभ योग की स्वीकार्यता मानी गई है )
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🌞🕉️शुभ शिववास की तिथियां🕉️🌞
शुक्ल पक्ष-2—–5—–6—-9—–12—-13
कृष्ण पक्ष-1—4—-5—-8—11—-12—30.
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दिन नक्षत्र एवं चरणाक्षर संबंधी संपूर्ण विवरण
संदर्भ विशेष –यदि किसी बालक का जन्म गंड नक्षत्रों (रेवती, अश्विनी, अश्लेषा, मघा, ज्येष्ठा और मूल) में होता है तो सविधि नक्षत्र शांति की आवश्यक मानी गयी है और करवाना चाहिये।
आज जन्मे बालकों का नक्षत्र के चरण अनुसार राशिगत् नामाक्षर
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समय-नक्षत्र नाम-नक्षत्र चरण-चरणाक्षर
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08.09 AM तक—कृतिका—-2——–ई
01.27 PM तक—कृतिका—-3——–उ
06.47 PM तक—कृतिका—-4——–ए
12.06 AM तक—-रोहिणी—-1——ओ
05.28 AM तक—-रोहिणी—-2——-वा उपरांत रात्रि तक—-रोहिणी—-3——-वी
___राशि वृषभ – पाया स्वर्ण___
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_____आज का दिन______
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व्रत विशेष………………….. .नहीं है।
अन्य व्रत…………..वैशाख स्नान व्रत जारी है।
पर्व विशेष………………..श्री परशुराम जयंती
दिवस विशेष……………. श्री शिवाजी जयंती
दिन विशेष…………… अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस
पंचक………………….. आज नहीं है।
विष्टि(भद्रा)…………………आज नहीं है।
खगोल विशेष……………… आज नहीं है।
सर्वा.सि.योग………. उदयात् सायं 6.47 तक
अमृ.सि.योग………………. आज नहीं है।
सिद्ध रवियोग………………. आज नहीं है।
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अगले दिन की प्रतीकात्मक जानकारी
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आज दिनांक………………..30.04.2025
तिथि…………. वैशाख शुक्ला तृतीया बुधवार
व्रत विशेष………………….. .नहीं है।
अन्य व्रत…………..वैशाख स्नान व्रत जारी है।
पर्व विशेष…अबूझ विवाह पर्व(अक्षय तृतीया)
दिवस विशेष……………. आखा तीज
दिन विशेष…………. आयुष्मान् भारत दिवस
पंचक…………………….आज नहीं है।
विष्टि(भद्रा)……….रात्रि. 12.44* रात्रि पर्यंत
खगोल विशेष……………….आज नहीं है।
सर्वा.सि.योग………………. संपूर्ण (अहोरात्र)
अमृ.सि.योग………………..आज नहीं है।
सिद्ध रवियोग….. अपरा. 4.18 से रात्रि. पर्यंत
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✴️आज की विशेष प्रस्तुति✴️
💥धर्म ज्योतिष आध्यात्म वास्तु राशिफल 💥
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आज मंगलवार है, हनुमानजी महाराज का दिन है। आज आपको बतायेगें कि हनुमान जी चिरंजीवी / अमर हैं तो अभी वे कहां पर हैं।
प्राय: लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि हनुमानजी अमर हैं तो अब वे कहां हैं ?’ यहां इस पोस्ट में यही बताया गया है कि हनुमानजी किसके आशीर्वाद से चिरंजीवी हुए और अब वे कहां हैं ?
श्रीराम के अनन्य सेवक हनुमानजी अमर चिरंजीवी और सनातन हैं । उन्हें चिरंजीवी होने का वरदान माता सीता और प्रभु श्रीराम दोनों ने ही दिया है । माता सीता हनुमानजी को आशीष देते हुए कहती है।
अजर अमर गुननिधि सुत होहू।
करहुँ बहुत रघुनायक छोहू ॥
करहुँ कृपा प्रभु अस सुनि काना।
निर्भर प्रेम मगन हनुमाना ।।
(श्रीरामचरितमानस, सुन्दरकाण्ड)
अर्थात्—हे पुत्र ! तुम अजर (बुढ़ापे से रहित), अमर और गुणों के खजाने होओ । श्रीरघुनाथजी तुम पर बहुत कृपा करें । प्रभु कृपा करें ऐसा कानों से सुनते ही हनुमान जी पूर्ण प्रेम में मग्न हो गए।
भगवान श्रीरामजी जब अपनी मानव लीला को संवरण कर साकेत जाने लगे, उस समय उन्होंने हनुमान को अपने पास बुलाकर कहा
हे हनुमान ! अब मैं अपने लोक को प्रस्थान कर रहा हूँ देवी सीता तुम्हें अमरत्व का वर पहले ही दे चुकी हैं। इसलिए अब तुम भूलोक में रहकर शान्ति, प्रेम, ज्ञान तथा भक्ति का प्रचार करो । मेरे वियोग का दु:ख तुम्हें नहीं होना चाहिए, क्योंकि मैं अदृश्य रूप में सदैव तुम्हारे पास ही बना रहूंगा तथा तुम्हारा हृदय ही मेरा निवास-स्थान होगा । द्वापर युग में जब मैं कृष्ण के रूप में पुन: अवतार धारण करुंगा तब मेरी तुमसे फिर भेंट होगी । जहां भी मेरी कथा तथा कीर्तन हो तुम वहां निरन्तर उपस्थित रहना तथा मेरे भक्तों की सहायता करते रहना ।
तुम्हें संसार में कभी कोई कष्ट नहीं होगा, इसके अतिरिक्त अपने भक्तों का कष्ट दूर करने की सामर्थ्य भी तुम्हें प्राप्त होगी । जिस स्थान पर मेरा मन्दिर बनेगा और जहां मेरी पूजा होगी, वहां तुम्हारी मूर्ति भी रहेगी और लोग तुम्हारी पूजा भी करेंगे ।
वास्तव में तुम रुद्र के अवतार होने के कारण हम-तुम अभिन्न हैं । सेवक-स्वामी के अनन्य प्रेम-भाव को विश्व में उजागर करने के लिए ही हमने अब तक की सभी लीलाएं की हैं । जो लोग भक्ति और श्रद्धापूर्वक मेरा तथा तुम्हारा स्मरण करेंगे, वे समस्त संकटों से छूट कर मनोवांछित फल प्राप्त करते रहेंगे । लोक में जब तक मेरी कथा रहेगी, तब तक तुम्हारी सुकीर्ति भी जीवित बनी रहेगी । तुमने मेरे पर जो-जो उपकार किए हैं, उनका बदला मैं कभी नहीं चुका सकता।
इतना कह कर श्रीरामजी ने अपनी मानवी लीला संवरण कर ली । हनुमानजी नेत्रों में अश्रु भरकर श्रीसीताराम को बार-बार प्रणाम कर तपस्या के लिए हिमालय चले गए ।
हनुमानजी का इन स्थानों पर है निवास
रामकथा में हनुमानजी का निवास श्रीरामजी के साकेत धाम प्रस्थान के बाद हनुमानजी अपने प्रभु के आदेशानुसार उन्हीं के गुणों का कीर्तन एवं श्रवण करते हुए भूतल पर भ्रमण करने लगे । हनुमानजी का राम-नाममय विग्रह है। उनके रोम-रोम में राम-नाम अंकित है। उनके वस्त्र, आभूषण, आयुध–सब राम नाम से बने हैं । उनके भीतर-बाहर सर्वत्र आराध्य श्रीराम हैं। उनका रोम-रोम श्रीराम के अनुराग से रंजित है। जहां भी रामकथा या रामनाम का कीर्तन होता है, वहां वे गुप्त रूप से सबसे पहले पहुंच जाते हैं । दोनों हाथ जोड़कर सिर से लगाये सबसे अंत तक वहां वे खड़े ही रहते हैं । प्रेम के कारण उनके नेत्रों से बराबर आंसू झरते रहते हैं ।
सुनहिं पवनसुत सर्बदा आँखिन अंबु बहाइ ।
छकत रामपद-प्रेम महँ सकल सुरत बिसराइ ।।
अरु जहँ जहँ रघुपति-कथा सादर बाँचत कोइ ।
तहँ तहँ धरि सिर अंजली सुनत पुलक तन सोइ ।।
(महाराजा रघुराजसिंहजी द्वारा रचित रामरसिकावली त्रेतायुगखण्ड, प्रथम अध्याय)
किम्पुरुषवर्ष में हनुमानजी का निवास किम्पुरुषवर्ष हेमकूट पर्वत के दक्षिण में स्थित है । हेमकूट पर्वत हिमालय में तपस्या करने का वह स्थान है, जहां शीघ्र ही सिद्धि मिल जाती है । यह गंधर्व और किन्नरों का निवासस्थान है ।
(देवताओं की एक जाति का नाम गन्धर्व है । इनका एक अलग लोक होता है जहां ये निवास करते हैं ।
ये देवताओं के गायक, नृत्यक और स्तुति पढ़ने वाले होते हैं । गन्धर्वों में तुम्बरु और हाहा-हूहू बहुत प्रसिद्ध हैं। देवर्षि नारद ने गन्धर्वों से ही संगीत सीखा था और इसी कारण वे लोक में हरिगुणगान करते हुए भगवान विष्णु को अति प्रिय हुए ।)
किम्पुरुषवर्ष में हनुमानजी तुम्बुरु आदि गन्धर्वों द्वारा मधुर-मधुर बाजे-बजाते हुए गायी जाने वाली श्रीराम-कथा का श्रवण करते हैं, श्रीराम का मन्त्र जपते और स्तुति करते रहते हैं, उनके नेत्रों से अश्रु झरते रहते हैं।
गर्गसंहिता के विश्वजित्-खण्ड में लिखा है कि किम्पुरुषवर्ष में श्रीरामचन्द्रजी सीताजी के साथ विराजमान हैं । हनुमानजी संगीत के महारथी आर्ष्टिषेण के साथ वहां उनके दर्शन के लिए आया करते हैं ।
अध्यात्म रामायण में भी हनुमानजी का तपस्या के लिए हिमालय (किम्पुरुषवर्ष) में जाकर निवास करने का उल्लेख मिलता है ।
नारदजी ने भी किम्पुरुषवर्ष में हनुमानजी को वन की सामग्री से श्रीराम की मूर्ति का पूजन करते हुए और गंधर्वों के मुख से रामायण का गान सुनते हुए देखा था हनुमानजी ने नारदजी से कहा मैं श्रीराम की मूर्ति का पूजन दर्शन करते हुए यहां निवास करता हू्ँ ।’
अयोध्या में निवास अयोध्या श्रीराम की पुरी है । हनुमानजी इस पुरी में नित्य निवास करके अपने आराध्य श्रीराम की सेवा करते हैं। अयोध्या स्थित हनुमानगढ़ी हनुमानजी की सेवा की प्रतीक है।
बृहद् ब्रह्मसंहिता के अनुसार श्रीराम के अनन्य सेवक महावीर हनुमान साकेत धाम (अयोध्या) की ईशान दिशा में रक्षक के रूप में सदा विराजमान रहते हैं ।
महाभारत के युद्ध में भी हनुमानजी उपस्थित रहे। वे अर्जुन के रथ की ध्वजा पर बैठे रहते थे । उनके बैठे रहने से अर्जुन के रथ को कोई पीछे नहीं हटा सकता था। कई बार उन्होंने अर्जुन की रक्षा भी की। एक बार हनुमानजी ने भीम, अर्जुन और गरुड़जी को अभिमान करने से बचाया था।
हनुमानजी जीवन्मुक्त हैं, सर्वलोकगामी हैं, वे अपनी इच्छानुसार कभी भी जाकर अपने भक्तों को दर्शन देते रहते हैं।
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✴️ 🕉️आज का राशिफल🕉️ ✴️
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मेष-(चू चे चो ला ली लू ले लो अ)
आपको आज महत्वपूर्ण निर्णय लेने होंगे, जिसके चलते आपको तनाव और बेचैनी का सामना करना पड़ सकता है। आपकी ग़ैर-यथार्थवादी योजनाएँ आपके धन को कम कर सकती हैं। अपनी बातों पर क़ाबू रखें, क्योंकि इसके चलते बड़े-बुज़ुर्ग आहत महसूस कर सकते हैं। बेकार की बातें करके समय बर्बाद करने से बेहतर है कि आप शांत रहें। याद रखें कि समझदार कामों के ज़रिए ही हम जीवन को अर्थ देते हैं। उन्हें महसूस करने दें कि आप उनका ख़याल रखते हैं। निजी मसले नियन्त्रण में रहेंगे। काम के लिए समर्पित पेशेवर लोग रुपये-पैसे और करिअर के मोर्चे पर फ़ायदे में रहेंगे। आपका खाली समय आज मोबाइल या टीवी देखने में बर्बाद हो सकता है। इससे आपके जीवनसाथी को आपसे खिन्नता भी होगी क्योंकि आप उनसे बात करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाएँगे।
वृषभ-(इ उ एओ वा वी वू वे वो)
आज आप हर इंसान को ग़ौर से सुनें, हो सकता है आपको अपनी समस्या का समाधान मिल जाए। अगर आपने अपने घर के किसी सदस्य से उधार लिया था तो उसे आज लौटा दें नहीं तो वो आपके खिलाफ कानूनी कार्यवाही कर सकता है। नाती-पोतों से आज काफ़ी ख़ुशी मिल सकती है। मतभेद के चलते व्यक्तिगत संबंधों में दरार पड़ सकती है। आपका आत्मविश्वास आपकी पेशेवर ज़िंदगी में ख़ास असर छोड़ेगा। यह दूसरों को आपका नज़रिया समझाने और उनकी मदद हासिल करने में कारगर रहेगा। आज जितना हो सके लोगों से दूर रहें। लोगों को वक्त देने से बेहतर है अपने आपको वक्त दें। जीवनसाथी की वजह से आपकी कोई योजना या कार्य गड़बड़ हो सकता है; लेकिन धैर्य बनाए रखें।
मिथुन- (क की कू घ ङ छ के को ह)
आज दूसरों की आलोचना में समय ख़राब न करें, क्योंकि इसका बुरा असर आपके स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। नए क़रार फ़ायदेमंद दिख सकते हैं, लेकिन वे उम्मीद के मुताबिक़ लाभ नहीं पहुँचाएंगे। निवेश करते समय जल्दबाज़ी में निर्णय न लें। सामाजिक उत्सवों में सहभागिता का मौक़ा है, जो आपको प्रभावशाली व्यक्तियों के संपर्क में लाएगा। आपकी प्रेम कहानी आज एक नया मोड़ ले सकती है, आपका साथी आज आपसे शादी को लेकर बात कर सकता है। ऐसे में कोई भी फैसला लेने से पहले आपको विचार अवश्य करना चाहिए। नयी परियोजनाओं और ख़र्चों को टाल दें। आज के दिन घटनाएँ अच्छी तो होंगी, लेकिन तनाव भी देंगी – जिसके चलते आप थकान और दुविधा महसूस करेंगे। अपने साथी पर किया गया संदेह एक बड़ी लड़ाई का रूप ले सकता है।
कर्क- (ही हू हे हो डा डी डू डे डो)
आज योग और ध्यान आपको बेडौल होने से बचाने और मानसिक तौर पर सेहतमंद रखने में मददगार साबित होंगे। अपनेे लिए पैसा बचाने का आपका ख्याल आज पूरा हो सकता है। आज आप उचित बचत कर पाने में सक्षम होंगे। ऐसा दिन है जब काम का दबाव कम रहेगा और आप परिवार के साथ समय बिताने का आनंद ले पाएंगे। आपका प्रिय आपसे वादे की मांग करेगा, लेकिन ऐसा वादा न करें जिसे आप पूरा न कर सकें। नए विचार फ़ायदेमंद साबित होंगे। रात के समय आज आप घर के लोगों से दूर होकर अपने घर की छत या किसी पार्क में टहलना पसंद करेंगे। जीवनसाथी के साथ हँसते-खिलखिलाते, हर पल का आनंद लेते हुए आप महसूस करेंगे कि आप किशोरावस्था में लौट गए हैं।
सिंह- (मा मी मू मे मो टा टी टू टे)
आज एक बेहतर ज़िन्दगी के लिए अपनी सेहत और व्यक्तित्व में सुधार लाने कि कोशिश करें। अगर आपको लगता है कि आपके पास पर्याप्त धन नहीं है तो आज घर के किसी बड़े से धन संचित करने की सलाह लें। जिन्हें आप चाहते हैं, उनके साथ उपहारों का लेन-देन करने के लिए अच्छा दिन है। सावधान रहें, क्योंकि कोई आपकी छवि धूमिल करने की कोशिश कर सकता है। ऑफिस में आज आपको स्थिति को समझते हुए ही व्यवहार करना चाहिए। अगर आपका बोलना जरुरी नहीं है तो चुप रहें, कोई भी बात जबरदस्ती बोलकर आप खुद को परेशानी में डाल सकते हैं। खाली वक्त का सही इस्तेमाल करना आपको सीखना ही होगा नहीं तो जीवन में आप कई लोगों से पीछे रह जाएंगे। आपका जीवनसाथी रोज़ाना की ज़रूरतों को पूरा करने से अपने हाथ पीछे खींच सकता है, जिसके चलते आपका मन उदास होने की संभावना है।
कन्या- (टो प पी पू ष ण ठ पे पो)
आज दूसरों की आलोचना करने की आपकी आदत के कारण आपको भी आलोचना का शिकार होना पड़ सकता है। अपना ‘सेंस ऑफ़ ह्यूमर’ दुरुस्त रखें और पलटकर तल्ख़ जवाब देने से बचें। ऐसा करने पर आप आसानी से दूसरों की कड़ी टिप्पणियों से निजात पा लेंगे। पैसा अचानक आपके पास अएगा, जो आपके ख़र्चों और बिल आदि को सम्हाल लेगा। ऐसा दिन है जब काम का दबाव कम रहेगा और आप परिवार के साथ समय बिताने का मज़ा ले पाएंगे। आपके प्यार के रिश्ते में एक जादूई एहसास छा रहा है, इसकी ख़ूबसूरती महसूस करें। नौकरों और सहकर्मियों से परेशानी होने की संभावना को ख़ारिज नहीं किया जा सकता है। समय का पहिया बहुत तेजी से चलता है इसलिए आज से ही अपने कीमती समय का सही उपयोग करना सीख लें। आज के दिन आपका वैवाहिक जीवन एक विशिष्ट दौर से गुज़रेगा।
तुला- (रा री रू रे रो ता ती तू ते)
आज आपकी व्यक्तिगत समस्याएँ मानसिक शांति को भंग कर सकती हैं। मानसिक दबाव से बचने के लिए कुछ रोचक और अच्छा पढ़ें। नया आर्थिक क़रार अंतिम रूप लेगा और धन आपकी तरफ़ आएगा। मनोरंजन से जुड़ी गतिविधियाँ मज़ेदार रहेंगी, अगर पूरे परिवार की उसमें सहभागिता हो। आज आप अपने दोस्त की महक उसकी अनुपस्थिति में महसूस करेंगे। कार्यक्षेत्र में आपके कामकाज की सराहना होगी। परोपकार और सामाजिक कार्य आज आपको आकर्षित करेंगे। अगर आप ऐसे अच्छे कामों में थोड़ा समय लगाएँ, तो काफ़ी सकारात्मक बदलाव ला सकते हैं। आपका जीवनसाथी आपको पाकर ख़ुद को ख़ुशनसीब समझता है; इन पलों का भरपूर उपयोग करें।
वृश्चिक- (तो ना नी नू ने नो या यी यू)
आज अपनी व्यस्त दिनचर्या के बावजूद सेहत अच्छी रहेगी। लेकिन इसे हमेशा के लिए सच मानने की ग़लती न करें। अपनी ज़िंदगी और सेहत का सम्मान करें। आर्थिक तौर पर सुधार तय है। शाम के वक़्त अचानक मिली कोई अच्छी ख़बर पूरे परिवार की ख़ुशी और उत्साह की वजह साबित होगी। विवाहेत्तर प्रेम संबंध आपकी प्रतिष्ठा धूमिल कर सकते हैं। व्यवसाय में किसी धोखेबाज़ी से बचने के लिए अपने आँख-कान खुले रखें। आज आपको अपने कामों को समय पर निपटाने की कोशिश करनी चाहिए। ख्याल रखें कि घर पर आपका कोई इंतजार कर रहा है जिसको आपकी जरुरत है। जीवनसाथी द्वारा परिवार और मित्रों के बीच नकारात्मक तरीक़े से आपके वैवाहिक जीवन की निजी बातें उजागर हो सकती हैं।
धनु-ये यो भा भी भू धा फा ढ़ा भे)
आज आप उदास और अवसादग्रस्त न हों। रात के समय आज आपको धन लाभ होने की पूरी संभावना है क्योंकि आपके द्वारा दिया गया धन आज आपको वापस मिल सकता है। आपकी उपलब्धि परिवार के सदस्यों को उत्साह से भर देगी और आप अपनी सफलता की सूची में एक नया मोती जड़ेंगे। दूसरों के सामने आदर्श स्थापित करने के लिए ख़ुद को बेहतर बनाने की कोशिश जारी रखें। हालाँकि प्यार में निराशा हाथ लग सकती है लेकिन हिम्मत मत हारिए क्योंकि आखिर में जीत सच्चे प्यार की ही होती है। यह दूसरे देशों में व्यावसायिक सम्पर्क बनाने का बेहतरीन समय है। आज के दिन शुरू किया गया निर्माण का कार्य संतोषजनक रूप से पूरा होगा। अगर आपके जीवनसाथी की सेहत कर चलते किसी से मिलने की योजना रद्द हो जाए तो चिंता न करें, आप साथ में अधिक समय व्यतीत कर सकेंगे
मकर- (भो जा जी खी खू खे खो गा गी)
आज अपनी पीने की आदत को अलविदा कहने के लिए बहुत ही अच्छा दिन है। आपको समझना चाहिए कि शराब सेहत की सबसे बड़ी दुश्मन है और यह आपकी क्षमताओं पर भी कुठाराघात करती है। आज के दिन आपको अपने उन दोस्तों से बचकर रहने की जरुरत है जो आपसे उधार मांगते हैं और फिर उसे लौटाते नहीं हैं। काम का तनाव आपके दिमाग़ पर छा सकता है जिसकी वजह से परिवार और मित्रों के लिए वक़्त नहीं निकाल सकेंगे। प्रेम के दृष्टिकोण से आपके लिए यह दिन विशेष रहने वाला है। व्यावसायिक साझीदार सहयोग करेंगे और आप साथ मिलकर टलते आ रहे कामों को पूरा कर सकते हैं। खाली समय में आप कोई खेल आज के दिन खेल सकते हैं लेकिन इस दौरान किसी तरह की दुर्घटना होने की भी संभावना है इसलिए संभलकर रहें। वैवाहिक जीवन के कई फ़ायदे भी होते हैं और आप उन्हें आज हासिल कर सकते हैं।
कुंभ- (गू गे गो सा सी सू से सो द)
आज अपने जीवन-साथी के साथ पारिवारिक समस्याओं को साझा करें। एक-दूसरे को फिर से भली-भांति जानने के लिए थोड़ा और वक़्त एक-दूसरे के साथ बिताएँ और ख़ुद की स्नेही जोड़े की छवि को मज़बूत करें। आपके बच्चे भी घर में ख़ुशी और सुकून के माहौल को महसूस कर सकेंगे। इससे आपको एक-दूसरे के साथ व्यवहार में ज़्यादा खुलापन और आज़ादी मिलेगी। आज आप अपने घर के वरिष्ठ जनों से पैसे की बचत करने को लेकर कोई सलाह ले सकते हैं और उस सलाह को जिंदगी में जगह भी दे सकते हैं. अगर आपको किसी ऐसी जगह से बुलावा आया है जहाँ पहले आप कभी नहीं गए हैं, तो कृतज्ञता से उसे स्वीकार कर लें। सच्चे और पवित्र प्रेम का अनुभव करें। आपके काम की गुणवत्ता देखकर आपके वरिष्ठ आपसे प्रभावित होंगे। वक्त पर चलने के साथ-साथ अपनों को वक्त देना भी आवश्यक है। यह बात आज आप समझेंगे लेकिन इसके बावजूद भी आप अपने घरवालों को पर्याप्त समय नहीं दे पाएंगे। ऐसा लगता है कि आपके जीवनसाथी आज आपके ऊपर ख़ास ध्यान देंगे।
मीन- (दी दू थ झ ञ दे दो च ची)
आपके द्वारा आज के मनोरंजन में बाहर की गतिविधियों और खेल-कूद को शामिल किया जाना चाहिए। आर्थिक जीवन की स्थिति आज अच्छी नहीं कही जा सकती आज आपको बचत करने में मुश्किलें आ सकती हैं। रिश्तेदारों और दोस्तों से अचानक उपहार मिलेगा। सारी दुनिया की मदहोशी उन ख़ुशनसीबों के बीच सिमट जाती है, जो प्यार में हों। जी हाँ, आप वही ख़ुशनसीब हैं। कार्यक्षेत्र में आपका कोई प्रतिद्वंदी आज आपके खिलाफ साजिश कर सकता है, इसलिए आज आपको आंख कान खोलकर काम करने की जरुरत है। आज घर के लोगों के साथ बातचीत करते दौरान आपके मुंह से कोई ऐसी बात निकल सकती है जिससे घर के लोग नाराज हो सकते हैं। इसके बाद घर के लोगों को मनाने में आपका काफी समय जा सकता है। आँखें दिल की बातें बयान कर देती हैं। यह दिन अपने जीवनसाथी के साथ इसी भाषा में बात करने के लिए है।
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