गंगेश कुमार पाण्डेय
(ब्यूरोचीफ) सत्यार्थ न्यूज़ सुलतानपुर, उत्तर प्रदेश
बेमौसम बारिश से किसान हुए बेचैन
सत्यार्थ न्यूज़ सुलतानपुर:
गरज-चमक और आंधी के साथ बेमौसम हुई बारिश किसानों पर आफत बनकर आई है। खेतों में काटकर मड़ाई के लिए रखी गेहूं की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। कुछ देर के लिए आसमान में छाए काले बादलों से अंधेरा छा गया था। इस वजह से वाहन चालकों को हेडलाइट जलाकर चलना पड़ा। करीब डेढ़ घंटे के दौरान 26.8 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग ने शुक्रवार को भी गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है।
बृहस्पतिवार को अचानक मौसम का मिजाज बदल गया। आसमान में काले बादलों का झुंड छा गया। इससे दिन में अंधेरा हो गया था। सुबह करीब 10 बजते जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में गरज-चमक और आंधी के साथ बारिश होने लगी। बारिश से किसानों की धड़कनें तेज हो गईं। जिले भर में गेहूं की कटाई का काम जोरों पर चल रहा है। बारिश होते ही गेहूं की फसल भीगने से मड़ाई का कार्य ठप हो गया है।
बल्दीराय, दूबेपुर, जयसिंहपुर, मोतिगरपुर, भदैंया, लंभुआ, कादीपुर, कूरेभार, धनपतगंज समेत जिले के सभी क्षेत्रों में बारिश से गेहूं की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है।
आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कुमारगंज अयोध्या के मौसम पर्यवेक्षक डॉ. अमरनाथ मिश्र ने बताया कि बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 34.0 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसमें 2.5 डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई। वहीं न्यूनतम तापमान 22.0 डिग्री सेल्सियस रहा। इसमें 3.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़त रही। उत्तरी-पूर्वी हवा की गति 7.8 किमी प्रति घंटा रही। आगामी 24 घंटे में पूर्वी उत्तर प्रदेश में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने, कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी व हल्की बारिश होने की संभावना है।
किसान बोले-काटी गई फसल के दाने हो जाएंगे काले
मोतिगरपुर क्षेत्र के रोहिनी खोजगीपुर निवासी किसान संजय वर्मा कहते हैं कि बड़ी मेहनत से गेंहू की फसल तैयार की थी। अब जब कटाई का समय आया तो मौसम ने खेल बिगाड़ दिया। आधी फसल काट चुके हैं, जबकि आधी फसल खेत में खड़ी है। यदि मौसम साफ नहीं हुआ तो काटी गई फसल के दाने काले पड़ने शुरू हो जाएंगे। किसान दयाराम पाल ने कहा कि हम मौसम के भरोसे खेती करते हैं। अभी तक सब ठीक-ठाक था। तेज हवा संग हुई बारिश ने कटाई रोक दी। कहा कि जल्द मौसम साफ नहीं हुआ तो फसल बर्बाद हो जाएगी।
“भट्ठा संचालकों को काफी नुकसान”
बृहस्पतिवार को डेढ़ घंटे की बेमौसम बारिश ने ईंट-भट्ठा संचालकों को तगड़ी चपत लगा दी। भट्ठों के पास पाथकर रखी गईं कच्ची ईंटें भीगने से बेकार हो जाएंगी। ईंट उद्यमी कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष कैप्टन देवनाथ सिंह ने बताया कि जिले जिले भर में 310 भट्ठे संचालित हो हैं। बेमौसम बारिश से औसतन हर भट्ठे पर चार से पांच लाख रुपये का नुकसान हुआ है। इस हिसाब से करीब 12 से 15 करोड़ रुपये की क्षति हुई है।
“फसल नुकसान का कराया जाएगा आकलन”
जिले में फसल बीमा योजना से 75,000 किसान अच्छादित हैं। बृहस्पतिवार को आंधी-पानी से हुए फसल नुकसान का आकलन कराया जाएगा। खेत में खड़ी गेहूं की फसल पर बारिश का आंशिक असर पड़ेगा। काटी गई गेहूं की फसल भीगने से उसके दाने आंशिक असर पड़ सकता है। – सदानंद चौधरी, जिला कृषि अधिकारी।
जायद की फसलों को बारिश से हुआ फायदा
बारिश से जायद के सीजन में बोई गई फसलों में मूंग, उड़द व सूरजमुखी को फायदा होगा। इसके अलावा गन्ना और सब्जियों की फसल के लिए बारिश का पानी किसी संजीवनी से कम नहीं है। आंधी से आम की फसल को नुकसान पहुंचा है।
– डॉ. सीके त्रिपाठी, कृषि वैज्ञानिक केवीके।
ईंट भट्ठे की चिमनी पर गिरी बिजली, दो श्रमिक झुलसे
सुलतानपुर। बल्दीराय के सरायबग्घा गांव में अनूप सिंह के ईंट भट्ठे पर बृहस्पतिवार सुबह 10.30 बजे के करीब बारिश के दौरान बिजली गिरी। बिजली सीधे ईंट भट्ठे की चिमनी पर गिरी। जिससे चिमनी की दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। बिजली की चपेट में आने से मजदूर भग्गू लाल और करिया निवासी रामनगर पोस्ट अमावा सूफी जिला अयोध्या झुलस गए। स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को अयोध्या जिले के कुमारगंज स्थित पिठला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
बल्दीराय के लाला का पुरवा मजरे डोभियारा में बृहस्पतिवार सुबह बिजली गिरने से आलोक श्रीवास्तव की चहारदीवारी गिर गई। गनीमत रही कि उस वक्त घर में कोई मौजूद नहीं था। भदैंया के मलिकपुर डड़वा निवासी रुकसाना की भैंस आकाशी बिजली की चपेट में आकर मर गई। भैंस रुकसाना के घर से कुछ दूर पेड़ के नीचे बंधी थी।
सत्यार्थ ब्यूरो न्यूज़ सुलतानपुर
उत्तर प्रदेश