सुरज मंडावी कांकेर:- सरोना में नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों का ग्राम समिति द्वारा भव्य सम्मान समारोह
सरोना तहसील के ग्राम पंचायत सरोना में नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों का ग्राम समिति द्वारा एक भव्य सम्मान समारोह आयोजित किया गया। यह समारोह शीतला मंदिर सरोना में हुआ, जहां ग्राम समिति अध्यक्ष अजय हिरवानी के नेतृत्व में ग्रामीण अधिकारियों और पंचायत प्रतिनिधियों ने नवचयनित वार्ड पंच, उपसरपंच, सरपंच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य एवं पूर्व सरपंच पंच का पुष्प गुच्छ एवं गमछा पहनाकर सम्मान किया। इस सम्मान समारोह का आयोजन सरोना के गांववासियों के लिए एक ऐतिहासिक पल था, जिसमें सभी प्रतिनिधियों का सम्मान किया गया और उनकी जिम्मेदारियों को लेकर जागरूकता बढ़ाई गई।
ग्राम समिति अध्यक्ष अजय हिरवानी ने इस अवसर पर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि जनता ने आप सभी को जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे निष्ठा और ईमानदारी से निभाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि अब आपकी जिम्मेदारी और बढ़ गई है, क्योंकि आप लोगों ने जो विश्वास जीता है, वह किसी भी गांव के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा, “आपका कार्य सिर्फ चुनावी जीत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक लंबी प्रक्रिया है, जिसमें गांव के समग्र विकास की दिशा में हर कदम उठाना महत्वपूर्ण है।”
अजय हिरवानी ने सभी नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों से अपील की कि वे सरकार की योजनाओं को सही तरीके से लागू करें और इन योजनाओं का लाभ गांव के हर एक व्यक्ति तक पहुंचे, ताकि ग्रामीणों को उनकी मेहनत का सही परिणाम मिल सके। उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी काम में पारदर्शिता और ईमानदारी होनी चाहिए, ताकि जनता का विश्वास लगातार बना रहे। ग्राम समिति अध्यक्ष ने पूर्व जिला हम के साथ सहयोग की बात करते हुए कहा, “हम सभी मिलकर गांव की खुशहाली और विकास के लिए काम करेंगे।”
समारोह में पूर्व भाजपा मंडल अध्यक्ष यशवंत सुरोजिया, जीवन नेताम, बी एल साहू, सरपंच दीपिका वटटी, उपसरपंच दिनेश सहारे, रामदयाल वटी, पूर्व सरपंच सूरज को राम संग्राम वटटी, सेवाराम वटटी, अनिल गजपाल और गांव के सैकड़ों ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित थे। इन सभी ने मिलकर न केवल नवनिर्वाचित प्रतिनिधियों का सम्मान किया बल्कि गांव के विकास के लिए एकजुट होकर काम करने का संकल्प लिया।
ग्राम समिति अध्यक्ष अजय हिरवानी ने समारोह में एक महत्वपूर्ण बात भी कही कि गांव का विकास केवल प्रशासन के भरोसे नहीं हो सकता। इसके लिए ग्रामवासियों को भी सक्रिय भागीदारी करनी होगी। उन्होंने गांव के लोगों से अपील की कि वे अपनी भूमिका समझें और समाज में बदलाव लाने के लिए अपने-अपने स्तर पर कार्य करें।