शेयर बाजार:- भारतीय शेयर बाजार में आज 6 जनवरी को भारी गिरावट आई। कोरोना जैसे नए HMPV वायरस की देश में धमक, तिमाही नतीजों को लेकर बढ़ती आशंका और कमजोर ग्लोबल संकेतों के चलते दलाल स्ट्रीट पर अफरातफरी का माहौल रहा। सेंसेक्स 1,258 अंक टूटकर बंद हुआ। वहीं निफ्टी गोता लगाकर 23,600 के पास आ गया। इस भारी गिरावट के चलते आज दिन भर में निवेशकों के करीब 10.83 लाख करोड़ रुपये डूब गए। ब्राडर मार्केट का तो और भी बुरा हाल रहा। बीएसई मिडकैप इंडेक्स 2.44 फीसदी, वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स 3.17 फीसदी टूट गए। यहां तक कि बीएसई के सभी सेक्टोरल इंडेक्स भी लाल निशान में बंद हुए। सबसे अधिक गिरावट यूटिलिटी, मेटल, रियल्टी, पावर और ऑयल एंड गैस शेयरों में देखने को मिली।
कारोबार के अंत में, बीएसई सेंसेक्स 1,258.12 अंक या 1.59 फीसदी की गिरावट के साथ 77,964.99 अंक पर बंद हुआ। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला इंडेक्स, निफ्टी 388.70 अंक या 1.62 फीसदी टूटकर 23,616.05 के स्तर पर बंद हुआ।
चीन से आए एचएमपीवी वायरस की वजह से सोमवार को शेयर बाजार में काफी गिरावट देखने को मिली. वास्तव में कर्नाटक में दो और गुजरात में एक आने से शेयर बाजार में काफी पैनिक देखने को मिला. बांबे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के सूचकांक डेढ़ फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए. टाटा स्टील से लेकर इंफोसिस तक 30 में से 28 शेयर लाल निशान पर बंद हुए. रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयर में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली. इस गिरावट की वजह से शेयर बाजार निवेशकों को करीब 11 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हो गया.
चीनी वायरस के अलावा शेयर बाजार में गिरावट के कुछ और प्रमुख कारण भी माने जा रहे हैं. डॉलर के मुकाबले में रुपए में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है. वहीं दूसरी ओर विदेशी निवेशकों की बिकवाली का दौर लगातार जारी है. एशियाई बाजारों में भी सोमवार को 1.40 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. अंत में बजट और फेड पॉलिसी के साथ तिमाही नतीजों से मिलने वाले संकेतों से शेयर बाजार का मूड कुछ ऐसा ही देखने को मिल सकता है. वैसे बीते दो कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स और निफ्टी में दो फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट
शेयर बाजार में सोमवार को डेढ़ फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 1,258.12 अंकों की गिरावट के साथ 77,964.99 अंकों पर बंद हुआ. जबकि सेंसेक्स 79,281.65 अंकों पर ओपन हुआ था और कारोबारी सत्र के दौरान 1,441.49 अंकों की गिरावट देखने को मिली और सेंसेक्स 77,781.62 अंकों पर आ गया. वैसे सेंसेक्स में बीते दो दिनों में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. बीते दो दिनों में सेंसेक्स में 1,978.72 अंकों की गिरावट देखने को मिल चुकी है.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी में भी बड़ी गिरावट देखने को मिली है. सोमवार को निफ्टी 388.70 अंकों की गिरावट के साथ 23,616.05 अंकों पर बंद हुआ. वैसे कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 452.85 अंकों की गिरावट के साथ 23,551.90 अंकों के लोअर लेवल पर भी पहुंच गया. वैसे निफ्टी में बीते दो दिनों में 572.6 अंकों की गिरावट देखी जा चुकी है.
किन शेयरों में देखी गई तेजी और गिरावट
इस बड़ी गिरावट के बीच कुछ शेयरों में अच्छी तेजी देखने को मिली. आंकड़ों के अनुसार अपोलो हॉस्पिटल के शेयरों में 1.94 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. वहीं टाटा कंज्यूमर के शेयर में 1.12 फीसदी और टाइटन के शेयर में 0.72 फीसदी की तेजी देखने को मिली. एचसीएल टेक और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर में मामूली इजाफा देखने को मिला.
वहीं दूसरी ओर गिरावट वाले शेयरों की बात करें तो एनएसई पर टाटा स्टली के शेयर में सबसे ज्यादा 4.60 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. ट्रेंट के शेयर 4.35 फीसदी डूबकर बंद हुए. बीपीसीएल और एनटीपीसी के शेयर 3.60 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए. वहीं अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर 3.61 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए.
निवेशकों को मोटा नुकसान
अगर बात शेयर बाजार निवेशकों की करें तो उन्हें सोमवार को करीब 11 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है. आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार को बीएसई का मार्केट कैप 4,49,78,130.12 करोड़ रुपए था. जो सोमवार को शेयर बाजार बंद होने के बाद 4,38,79,406.58 करोड़ रुपए पर आ गया. इसका मतलब है कि शेयर बाजार निवेशकों को पूरे दिन 10,98,723.54 करोड़ रुपए का नुकसान हो गया. बीएसई में लिस्टेड कंपनियों का कुल मार्केट कैपिटलाइजेशन आज 6 जनवरी को घटकर 439.03 लाख करोड़ रुपये पर आ गया, जो इसके पिछले कारोबारी दिन यानी शुक्रवार 3 जनवरी को 449.78 लाख करोड़ रुपये था। इस तरह BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप आज करीब 10.83 लाख करोड़ रुपये घटा है। या दूसरे शब्दों में कहें तो निवेशकों की संपत्ति में करीब 10.83 लाख रुपये की गिरावट आई है।
बाजार में तेज गिरावट क्यों?
1.- भारत पहुंचा HMPV वायरस – चीन में फैले HMPV वायरस ने अब भारत में भी दस्तक दे दी है. कर्नाटक में वायरस संक्रमण के दो मामले मिले हैं. इसमें एक 3 महीने की बच्ची और दूसरा 8 महीने का बच्चा है. केस मिलने के बाद कर्नाटक स्वास्थ्य मंत्री आपात बैठक बुलाई है. ICMR ने कहा है कि इस वायरस से घबराने की जरूरत नहीं है. दोनों मामलों में इंटरनेशनल ट्रैवल की कोई हिस्ट्री नहीं है.
2.- बैंकों के कमजोर Q3 अपडेट: शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद और शनिवार को HDFC Bank समेत कई अन्य बैंकों ने दिसंबर तिमाही के अपडेट्स जारी किए हैं. इन अपडेट्स से बैकों की लोन ग्रोथ में नरमी समेत अन्य चिंताओं की वजह से बैंकिंग स्टॉक्स में दबाव दिख रहा है.
3.- रुपये में कमजोरी बढ़ी: डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार कमजोरी जारी है. रुपया प्रति डॉलर 80.80 के नीचे फिसलते दिखा. सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 1 पैसे की कमजोरी के साथ 85.78 के स्तर पर खुला था.
4.- निफ्टी ने अहम टेक्निकल स्तर तोड़े: टेक्निकल चार्ट पर निफ्टी ने अहम स्तर तोड़े हैं. निफ्टी और निफ्टी बैंक 200-DEMA के नीचे फिसल चुके हैं.
5.- FIIs छुट्टी से लौटे: विदेशी संस्थागत निवेशक क्रिसमस और नए साल की लंबी छुट्टी से वापस आ चुके हैं. शुक्रवार को FIIs की ओर से कैश और वायदा बाजार में बड़ी बिकवाली देखने को मिली थी