सवांददाता ब्युरो चीफ रमाकांत झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
ऑनलाइन ठगी के नए नए पैंतरे आजमाने के मामले जिस ढंग से बढ़ रहें है वैसे ही पुलिस के लिए फर्जी अधिकारी बन कर ठगी करने वाले मामले भी चुनौती बन रहें है। ऐसा ही एक मामला निकटवर्ती रतनगढ़ थाने में सामने आया। जहां गत रविवार को पुलिस ने फर्जी एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) और पुलिस अधिकारी बनकर लोगों को डराने धमकाने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। तीनों शातिर बदमाशों के पास से पुलिस ने दो गाड़ियां भी जब्त की हैं। जिन पर लाल रंग की नंबर प्लेट भी लगी हुई है। शातिर तीनों लोग संगम चौराहे पर स्थित होटल वालों को एसीबी के अधिकारी होने की धमकी दे रहे थे। रतनगढ थानाधिकारी दिलीप सिंह शेखावत ने बताया कि संगम चौराहा स्थित एक मसाज (स्पा) सेंटर और होटल पर इन लोगों ने अभद्रता की। उसके बाद कुछ लोगों को फोन कर धमकी दी। जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। जिस पर पुलिस ने इनके साथ समझाइश करने का प्रयास किया, लेकिन तीनों शातिर बदमाश पुलिस से भी उलझ गए। जिस पर पुलिस ने श्रीडूंगरगढ़ के धंनेरु गांव निवासी सीताराम मेघवाल (54), रतनगढ़ के गांव हरदेसर निवासी आशुतोष मेघवाल (34) और नेछवा थाने के दीवानजी का बास निवासी संजय चारण (40) को गिरफ्तार किया है। थानाधिकारी दिलीप सिंह शेखावत ने बताया कि तीनों बदमाशों के पास से दो गाड़ियां भी जब्त की गई हैं। पुलिस ने तीनों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। पुलिस तीनों से पूछताछ कर रही है।
पुलिस की कार्रवाई
रतनगढ़ पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इन फर्जी अधिकारियों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस का कहना है कि आरोपियों के खिलाफ और भी जांच की जा रही है कि वे कितने लोगों को गुमराह कर चुके हैं और उनके मंसूबे क्या थे।