लोकेशन जिला डीग राजस्थान से अमरजीत सेन की रिपोर्ट 9413590430
डीग में सुशासन सप्ताह के तहत आमजन की समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए हुआ शिविरों का आयोजन
डीग, 21 दिसम्बर। जिले में प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग, भारत सरकार व जन अभियोग निराकरण विभाग, राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार शनिवार को डीग पंचायत समिति में शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में विभिन्न राजकीय विभागों के अधिकारियों कार्मिकों द्वारा जन शिकायतों का निस्तारण किया गया एवं नागरिकों के लिए तत्काल सेवा प्रदायगी सुनिश्चित की गई।
डीग जिले के ग्राम तरोंडर की तारावती द्वारा पेंशन योजनान्तर्गत जनाधार से योजना में पंजीकृत करवाया था परन्तु पेंशन सत्यापन नहीं हो पा रहा था। पंचायत समिति मुख्यालय पर सुशासन दिवस पर लाभार्थी के पी0पी0ओ0 नम्बर से पेंशन पोर्टल पर जाँच करने पर पाया कि प्रार्थिया का पेंशनर का वार्षिक सत्यापन नहीं हुआ था जिसे सुशासन सप्ताह के तहत सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा हाथों-हाथ लेकर राजएसएसपी ऐप द्वारा पेंशनर का शिविर में ही सत्यापन किया गया। प्रार्थिया तारावती द्वारा राज्य सरकार का धन्यवाद दिया गया।
कामां में आयोजित शिविर में ग्राम मूसेपूर की रहने वाली प्रार्थी सावित्रि ने बताया कि वे एक गृहिणी हैं। सावित्रि और उनके पति खेती-बाड़ी करके अपना पालन-पोषण करते है। अशिक्षित होने के कारण सरकार की योजनाओं की जानकारी के अभाव में वे अपने आधार कार्ड में मोबाइल नंबर नहीं जुडवा पा रही थी। परन्तु प्रशासन के प्रचार-प्रसार के दौरान उन्हें पता चला कि दिनांक 19.12.2024 से 24.12.2024 तक प्रशासन गाॅंव की और 2024 अभियान चलाया जा रहा है। इन शिविरों में पंचायत समित मुख्यालयों पर शिकायतों का निस्तारण एवं विभिन्न विभागों द्वारा दी जा रही सेवाओं की तत्काल प्रदायगी सुनिश्चित की जाती हैं। यहां आमजन की समस्याओं का मौके पर ही निस्तारण किया जा रहा हैं। अपना आधार कार्ड लेकर कैम्प में पहुंचने पर सावित्री ने मोबाइल नंबर जुडवाने की बात कैम्प प्रभारी को बताई जिस पर कार्रवाई करते हुए आधार कार्ड में मोबाइल नंबर जुडवा दिया गया। प्रार्थी ने बताया कि जिस काम के लिये काफी दिनों से चक्कर काट रही थी वही काम मेरा कैम्प में बहुत ही सहजता से हो गया। जिससे मुझे अब उक्त सारकारी योजनाओं का लाभ भी मिलने लग जायेगा। मुझे बहुत खुशी हुई। मैं राजस्थान सरकार के इस प्रशासन गांवों के संग अभियान – 2024 की भूरी-भूरी प्रशंसा करती हूं।