सवांददाता ब्युरो चीफ रमाकांत झंवर बीकानेर श्रीडूंगरगढ़
कस्बे के आड़सर बास के बाहेती भवन में आज श्रीमद्भागवत कथा प्रारंभ हुई। सुबह श्रीराम मंदिर में भागवत पूजन कर गाजे बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली गई। कलश यात्रा में अनेक महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा पहनकर भाग लिया। पहले दिन कथा वाचक महंत भरतशरणजी महाराज ने कथा का महत्व समझाते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत कथा परमात्मा का अक्षर स्वरूप है। यह परमहंसों की संहिता है और भागवत कथा ह्रदय को जागृत कर मुक्ति का मार्ग दिखाती है। उन्होंने मार्गशीर्ष के माह में इसके श्रवण का विशेष महत्व बताया। उन्होंने कहा कि भागवत कथा भगवान के प्रति अनुराग उत्पन्न करती है। यह ग्रंथ वेद, उपनिषद का सार रूपी फल है। यह कथा रूपी अमृत देवताओं को भी दुर्लभ है। कथा श्रवण के लिए यहां अनेक श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कथा का समय दोपहर 1 बजे से शाम 5 बजे तक कथा वाचन होगा।