कक्षा 10वीं एवं 12वीं का परीक्षा परिणाम बेहतर लाने कलेक्टर ने बच्चों को किया प्रेरित, कहा उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम लाने मेहनत, अभ्यास एवं समर्पण की है जरूरत,
खोडरी,गौरेला एवं लालपुर संकुल में 21 स्कूलों के 102 विद्यार्थियों से किया प्रत्यक्ष संवाद,
सिलेबस, एक्जाम पैटर्न एवं ब्लू प्रिंट के बारे में दी गई जानकारी,
बच्चों को प्रेरित करने का प्रत्यक्ष संवाद कार्यक्रम निरंतर जारी रहेगा।
संवाददाता सूरज यादव
गौरेला पेंड्रा मरवाही (27 नवम्बर 2024)। जिले में कक्षा 10वीं एवं 12वीं के आगामी बोर्ड परीक्षा का बेहतर परिणाम लाने कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने बच्चों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। उत्कृष्ट परीक्षा परिणाम लाने के लिए मेहनत, अभ्यास एवं समर्पण की जरूरत है। कलेक्टर ने आज गौरेला विकासखण्ड के शिक्षा संकुल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोडरी, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टीकरकला गौरेला एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लालपुर में 21 विद्यालयों के कक्षा 10वीं के 63 और कक्षा 12वीं के 39 बच्चों से प्रत्यक्ष संवाद स्थापित कर उन्हें मेहनत से पढ़ाई-लिखाई करने प्रेरित किया। उन्होंने आगामी बोर्ड परीक्षाओं को ध्यान में रखते हुए कार्य योजना के तहत 10वीं एवं 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों से प्रत्यक्ष मुलाकात कर उनका मनोबल बढ़ाया। बच्चों को प्रेरित करने का यह कार्यक्रम निरंतर जारी रहेगा।
कलेक्टर ने कक्षा 10वीं एवं 12वीं के विद्यार्थियों द्वारा तिमाही परीक्षा में अच्छे प्रदर्शन के लिए उन्हें शुभ कामनाएं दी। उन्होंने बच्चों को समय-सारणी बनाकर सभी विषयों की तैयारी करने, परीक्षा के दौरान तनाव मुक्त रहने, स्कूल में जो पढ़ाया जाता है, उसे घर में रिवीजन करने, रटने के बजाय समझ कर पढ़ने कहा। कलेक्टर ने सभी बच्चों से कि वे भविष्य में क्या बनना चाहते हैं, के बारे में पूछा और उन्हें उनके द्वारा बताए गए लक्ष्य प्राप्ति के लिए लगन एवं मेहनत से आगे बढ़ने की समझाईस दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन का सदुपयोग पढ़ाई में होना चाहिए। उन्होंने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि राज्य के टॉपर लिस्ट में जीपीएम जिले के विद्यार्थियों का नाम आना चाहिए, इससे माता-पिता, गुरूजनों एवं जिले का नाम रौशन होता है। उन्होंने बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट परिणाम लाने उत्तरोत्तर आगे बढ़ते रहने की शुभकामनाएं दी।
कलेक्टर ने अपने छात्र जीवन का अनुभव साझा करते हुए बच्चों से कहा कि पढ़ाई के प्रति जुनुन होना चाहिए, परीक्षा में एक भी प्रश्न नहीं छोड़ना चाहिए। ज्यादा से ज्यादा जानने की जिज्ञासा होनी चाहिए, जो विषय समझ में नहीं आता उसे अपने शिक्षक से बार-बार पूछना चाहिए, मेहनत और संघर्ष का परिणाम मीठा होता है। उन्होंने कहा कि सपने बड़े देखना चाहिए और मेहनत भी ज्यादा करना चाहिए। स्कूली कोर्स के अलावा सामान्य ज्ञान एवं समसामयिक घटनाओं की जानकारी रखनी चाहिए। उन्होंने विद्यार्थियों को अनुशासन, दिनचर्या, समय प्रबन्धन के लिए आवश्यक टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि आज के समय में संसाधन और अवसर बहुत ज्यादा है, शासकीय नौकरी के अलावा प्राईवेट सेक्टर एवं स्वरोजगार के क्षेत्र में आगे बढ़ा जा सकता है।
प्रत्यक्ष संवाद कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी जे के शास्त्री, खण्ड शिक्षा अधिकारी संजीव शुक्ला एवं डाइट पेण्ड्रा के व्याख्याता बनवारी प्रसाद वासुदेव ने भी सिलेबस, एक्जाम पैटर्न एवं ब्लू प्रिंट के बारे में बच्चों को जानकारी दी। खोडरी में आयोजित प्रत्यक्ष संवाद कार्यक्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खोडरी, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय जोगीसार, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बेलपत, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय केंवची, हाई स्कूल चुक्तिपानी, हाई स्कूल ललाती एवं उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पकरिया के चयनित 36 बच्चे शामिल हुए। टीकरकला गौरेला में आयोजित कार्यक्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टीकरकला, मिश्रीदेवी शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गौरेला, शासकीय हाई स्कूल मंगली बाजार, सेजेस सेमरा, गुरूकुल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पेण्ड्रारोड, शासकीय हाई स्कूल सधवानी एवं शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नेवसा के चयनित 36 बच्चे शामिल हुए।इसी तरह लालपुर में आयोजित प्रत्यक्ष संवाद कार्यक्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय लालपुर, हाई स्कूल हर्राटोला, हाई स्कूल अंधियारखोह, हाई स्कूल मेंढुका, हाई स्कूल भस्कुरा, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कोरजा, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय धनौली के चयनित 30 बच्चे शामिल थे। कार्य योजना के तहत 28 नवम्बर को शिक्षा संकुल शासकीय हाई स्कूल कोटमीखुर्द, 29 नवम्बर को शिक्षा संकुल शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय नवागांव, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय सकोला एवं शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पेण्ड्रा में और 30 नवम्बर को शिक्षा संकुल सेजेस भर्रीडांड़, सेजेस मरवाही एवं सेजेस सिवनी में विद्यार्थियों से प्रत्यक्ष संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।