आलोक
गोरखपुर
स्थान – द्रौपदी देवी विन्ध्याचल स्नातकोत्तर महाविद्यालय अहिरौली सिहोरवां
द्रौपदी देवी विन्ध्याचल स्नातकोत्तर महाविद्यालय अहिरौली सिहोरवां गोरखपुर मे वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम बहुत ही धूम-धाम से मनाया गया।
द्रौपदी देवी विन्ध्याचल स्नातकोत्तर महाविद्यालय अहिरौली सिहोरवां गोरखपुर मे वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण कार्यक्रम बहुत ही धूम-धाम से मनाया गया। समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रो संजीत कुमार गुप्त कुलपति जननायक चन्द्र शेखर विश्वविद्यालय बलिया ने कहा कि शिक्षालय चरित्र निर्माण और संस्कारवान बनाने का प्रमुख अधिष्ठान। लक्ष्य प्राप्ति के लिए कोई शार्ट कट रास्ता नहीं होता। लक्ष्य प्राप्ति के लिए धीरे धीरे ही आगे बढ़ना पड़ता है।
विशिष्ट अतिथि प्रो.अश्वनी कुमार मिश्र क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी गोरखपुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा मनुष्य को बेहतर इंसान बनाती है । शिक्षा से व्यक्ति में विनय का भाव पैदा होता है।।
विशिष्ट अतिथि प्रो. विमलेश कुमार मिश्र, आचार्य हिन्दी विभाग, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय गोरखपुर ने कहा कि श्रेष्ठ नागरिक के निर्माण का प्रमुख केन्द्र शिक्षण संस्थान होते हैं। शिक्षा के साथ संस्कार का भाव पैदा करना शिक्षकों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
अपने स्वागत। उद्बोधन में संस्था के प्राचार्य ने कहा कि शिक्षा मनुष्य में करणीय और अकरणीय का विवेक पैदा करती है। विवेक सम्मत ज्ञान से ही आप समाज मे सम्मान प्राप्त कर सकते है।
इस अवसर पर डॉ राणा दिलीप सिंह, डॉ राम सांवले मिश्र, अखिलेश्वर त्रिपाठी लक्ष्मण विश्वकर्मा ,रमाकांत निषाद, गोरख सिंह,चंदन सिंह, डॉ विधान चंद्र यादव, आदि उपस्थित थे