US Presidential Election : अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप जीत गए हैं. फॉक्स न्यूज के मुताबिक डोनाल्ड ट्रंप ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है. ट्रंप को 277 और डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस को 226 इलेक्टोरल कॉलेज वोट मिले हैं. अमेरिका चुनाव 2024 अनिश्चितता और ध्रुवीकरण के बीच हुआ. डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के पास पहली बार अमेरिका की महिला राष्ट्रपति बनने की संभावना थी. हालांकि वो ट्रंप से काफी पीछे छूट गई हैं. डोनाल्ड ट्रंप तीसरी बार व्हाइट हाउस में पहुंचेंगे.
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- अमेरिका को है मदद की जरूरत
ट्रंप ने कहा, “हमारे पास एक ऐसा देश है जिसे मदद की जरूरत है। हम अपनी सीमाओं को ठीक करने जा रहे हैं। हम अपने देश के बारे में सब कुछ ठीक करने जा रहे हैं। हमने सबसे अविश्वसनीय राजनीतिक उपलब्धि हासिल कर ली है।”
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतगणना जारी है। डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस के खिलाफ मुकाबले में रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप ने बहुमत हासिल कर लिया है।
इस तरह ट्रंप का एक बार फिर राष्ट्रपति बनना लगभग तय है। अमेरिका के 131 सालों के इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई हारा हुआ उम्मीदवार (2020 राष्ट्रपति चुनाव) जीत हासिल करने जा रहा है। इससे पहले मंगलवार को वोटिंग हुई। इसके तत्काल बाद मतगणना शुरू हो गई थी। फिर एक-एक कर राज्यों के परिणाम आना शुरू हो गए। डोनाल्ड ट्रंप ने शुरू से बढ़त बनाई रखी है। अमेरिका में कुल 538 इलेक्टोरल वोट हैं और जीत के लिए 270 वोट की जरूरत होती है।
कुल इलेक्टोरल वोट: 538
जीत के लिए जरूरी: 270
डोनाल्ड ट्रम्प: 277
कमला हैरिस: 216
विक्ट्री स्पीच में कहा कि मैं अमेरिका को फिर से एक ताकतवर, सौहार्दपूर्ण मुल्क बनाऊंगा. यह सबसे बढ़िया जॉब है. इसके जैसी कोई और जॉब नहीं है. मुझे अपनी बात आपके सामने रखने से कोई नहीं रोक पाएगा.
ट्रंप ने अपनी विक्ट्री स्पीच में चुनाव प्रचार के दौरान उन पर हुए जानलेवा हमले का भी जिक्र किया. ट्रंप ने कहा कि उन्हें कई लोगों ने कहा था कि भगवान ने किसी खास मकसद से उनकी जिंदगी बचाई है और यह मकसद था अपने देश को बचाना और अमेरिका को महान बनाना.
ट्रंप ने कहा,” हम इस मिशन को पूरा करेंगे. यह काम आसान नहीं है, लेकिन मैं इसके लिए जी जान एक कर दूंगा. यह दुनिया की सबसे अहम जॉब है. मैं अपने पहले टर्म की तरह अपने वादों को पूरा करूंगा. मुझे इससे कोई नहीं रोक सकता है. मैं अमेरिका को फिर से एक ताकतवर, सौहार्दपूर्ण मुल्क बनाऊंगा. यह सबसे बढ़िया जॉब है. इसके जैसी कोई और जॉब नहीं है. मुझे अपनी बात आपके सामने रखने से कोई नहीं रोक पाएगा.”
विक्ट्री स्पीच में ट्रंप की खास कसम
ट्रंप ने अपनी विक्ट्री स्पीच में हर दिन अमेरिकी लोगों के लिए लड़ना जारी रखने की कसम खाते हुए देश को “स्वर्ण युग” में ले जाने का वादा किया. मंच पर उनके साथ उनका परिवार मौजूद रहा.जिसमें उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप,बच्चे और साथ ही उनके साथी जेडी वेंस और हाउस स्पीकर माइक जॉनसन भी मौजूद रहे.
ग्रेट अमेरिका बनाने का वादा
US इलेक्शन 2024 में जीत हासिल करने के बाद अमेरिकी लोगों को संबोधित करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- “एक बार फिर से अमेरिका को महान बनाऊंगा. भगवान ने मेरी जान इसी दिन के लिए बचाई थी. हमने वो कर दिखाया जो लोगों को असंभव लग रहा था. मैं देश की सभी समस्याओं को दूर करूंगा.” ट्रंप पर इसी साल 13 जुलाई को पेंसिलवेनिया में जानलेवा हमला हुआ था. एक रैली के दौरान उनको टारगेट करते हुए फायरिंग हुई थी. हालांकि, ट्रंप इस हमले में बाल-बाल बच गए थे. एक गोली उनके कान को छूकर निकल गई थी.
अमेरिकी लोगों के भविष्य के लिए लड़ूंगा
ट्रंप ने कहा, “अलास्का, नेवादा और एरिजोना में जीत हासिल करना मेरे लिए बड़ी बात है. यह अविश्वसनीय है. मैं अमेरिकी लोगों के परिवार और उनके भविष्य के लिए लड़ूंगा. मेरे और देश के लिए अगले 4 साल अहम हैं. यह अमेरिका के इतिहास की सबसे शानदार जीत है. मैं हर अमेरिकी के लिए लड़ूंगा. हर दिन मैं आपके बेहतर भविष्य के लिए अपने शरीर की हर सांस के साथ आपके लिए लड़ता रहूंगा.” उन्होंने कहा, “मैं तब तक आराम नहीं करूंगा जब तक हम एक मजबूत, सुरक्षित और समृद्ध अमेरिका नहीं बना लेते. क्योंकि ऐसे अमेरिका के लिए हमारे बच्चे और आप हकदार हैं.”
ये अमेरिका का स्वर्ण काल
ट्रंप ने कहा, “हमने सीनेट पर भी कंट्रोल हासिल कर लिया है. ये एक रिकॉर्ड है. जाहिर तौर पर हमें आने वाले दिनों में बहुत अच्छे सीनेटर मिलने जा रहे हैं. ये एक ऐसी जीत है, जिसे अमेरिका ने कभी नहीं देखा. हम हर मुश्किलों को पार करेंगे. आज से अमेरिका का स्वर्ण काल शुरू हो गया है.”
ट्रंप ने कहा था, “कोई सपना इतना बड़ा नहीं होता, जिसे साकार न किया जा सके. कोई चुनौती इतनी मुश्किल नहीं होती, जिसे हासिल न किया जा सके. अमेरिका अपने हर सपने को पूरा करेगा. अमेरिका को बेस्ट ने नीचे कुछ नहीं चाहिए. हमें हमारे देश की किस्मत को बदलना होगा. हमें बड़े सपने देखने होंगे. उसे पूरा करने के लिए बड़ी हिम्मत भी दिखानी होगी. अब से हर स्थिति में हम अमेरिका के हितों को सबसे आगे रखेंगे.”
. बॉर्डर करेंगे सील
डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी विक्ट्री स्पीच में एक बार फिर से बॉर्डर सील करने की बात दोहराई. उन्होंने कहा, “हम अमेरिका को राहत पहुंचाने जा रहे हैं. मौजूदा समय में इसकी वाकई सबसे ज्यादा जरूरत है.” इलिगल इमीग्रेशन को लेकर ट्रंप ने कहा, “हमें लोगों को आने देना है, लेकिन वो अमेरिका में लीगल रास्ते से आएं. हमें अमेरिका की सुरक्षा के लिए बॉर्डर की स्थिति को मजबूत करना है. हम बॉर्डर सील करेंगे. अमेरिका में अवैध तरीके से घुसने वालों की एंट्री बंद होनी चाहिए.”
हमें जंग को रोकना है
ट्रंप ने अरब अमेरिकी और मुस्लिम वोटर्स से किया वादा दोहराया. उन्होंने कहा कि वह युद्ध रोकने के लिए प्रतिबद्ध हैं. ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि हमने ISIS को हराया और कहीं भी कोई युद्ध नहीं होने दी. ट्रंप ने कहा कि हम अमेरिकी सेना को मजबूत करेंगे.
अमेरिका का राष्ट्रपति चुनाव इस बार शुरुआत से ही चौंकाने वाला रहा. मुख्य मुकाबला डेमोक्रेट जो बाइडेन और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के बीच था, लेकिन चुनाव के महज चार महीने पहले जो बाइडेन मैदान से हट गए और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस का नाम सामने कर दिया. जो बाइडेन पर पार्टी का दबाव था क्योंकि वे डोनाल्ड ट्रंप से बहस में पिछड़ रहे थे. कमला हैरिस के मैदान में आने से मुकाबला रोचक हो गया, क्योंकि वे बहस के दौरान ट्रंप को जोरदार टक्कर दे रही थी.
कमला हैरिस के प्रति कई वर्गों के लोगों की सहानुभूति थी, एक तो वो महिला है, जिसकी वजह से अमेरिका को एक बार फिर एक महिला राष्ट्रपति मिलने की उम्मीद जागी, दूसरे वह अश्वेत हैं, तो अमेरिका का अश्वेत उनके साथ था और भारतवंशी होने की वजह से उनके साथ भारतीयों की भी सहानुभूति थी.
डोनाल्ड ट्रंप ने कैसे कमला हैरिस को पछाड़ा
डोनाल्ड ट्रंप ने इस चुनाव में लोगों की भावनाओं का खूब फायदा उठाया और एक तरह से उन्हें यह विश्वास दिला दिया कि वे अमेरिकियों के लिए कमला हैरिस से बेहतर राष्ट्रपति साबित होंगे. जो बाइडेन के शासनकाल से आम अमेरिकी नाराज था. कोरोना काल के दौरान जो कुछ हुआ और जिस तरह अमेरिकी अर्थव्यवस्था को झटका लगा उससे देश में एंटी इनकम्बेंसी नजर आ रही थी. जो बाइडेन को अमेरिका के सबसे कमजोर राष्ट्रपति के रूप में भी देखा जा रहा था और ट्रंप ने इस बात का पूरा फायदा उठाया. बाइडेन द्वारा यूक्रेन और इजरायल को अमेरिकी मदद देने से अमेरिका का आम आदमी नाराज है.
अश्वेत कमला की जगह ट्रंप पर अमेरिकियों का ज्यादा भरोसा दिखा
कमला हैरिस ब्लैक अमेरिकन हैं और कहीं ना कहीं अमेरिकियों का विश्वास उनपर ट्रंप की अपेक्षा कम दिखा. जनसंख्या की बात करें तो अश्वेतों की संख्या वहां गोरे लोगों से कम है, शायद इसी बात का फायदा ट्रंप को मिला और वे जीत गए.
डोनाल्ड ट्रंप ने ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ का नारा दोहराया
डोनाल्ड ट्रंप ने ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ का नारा दोहराते हुए कहा कि मैं अमेरिका के लिए हर पल काम करूंगा। उन्होंने कहा कि ये मेरी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण पल है और मेरा सबकुछ अमेरिका के लिए समर्पित है। ट्रंप ने कहा कि मैं हर नागरिक, आपके लिए, आपके परिवार के लिए और आपके भविष्य के लिए लड़ूंगा। हर दिन, मैं अपने शरीर की हर सांस के साथ आपके लिए लड़ता रहूंगा। मैं तब तक आराम नहीं करूंगा जब तक हम अपने बच्चों को मजबूत, सुरक्षित और समृद्ध अमेरिका नहीं दे देते आप इसके पात्र हैं।
डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि हम अपने देश को ठीक करने में मदद करने जा रहे हैं। हमारे पास एक ऐसा देश है जिसे मदद की ज़रूरत है। हम अपनी सीमाओं को ठीक करने जा रहे हैं। आज रात इतिहास एक कारण से है और कारण सिर्फ इतना है कि, हमने उन बाधाओं को पार कर लिया जिनके बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था, यह बिल्कुल स्पष्ट है कि हमने सबसे अविश्वसनीय राजनीतिक जीत हासिल की है।
ट्रंप की चुनावी रणनीति
डोनाल्ड ट्रंप ने चुनावी रणनीति पर काफी काम किया और जब जो बाइडेन की जगह उनके सामने कमला हैरिस आईं, तो उनकी टीम ने पूरी तैयारी कर रखी थी. कमला के उपराष्ट्रपति के रूप में पूरे कार्यकाल का लेखा-जोखा रखा गया और ट्रंप ने हैरिस पर जोरदार हमले किए. अपने भाषणों के दौरान ट्रंप ने अपने आक्रामक अंदाज से खूब वाहवाही बटोरी, जबकि हैरिस जिन्हें समय भी कम मिला था, वे उस तरह का जवाब ट्रंप को नहीं दे पाईं.
भारतीयों को ट्रंप ने अंतिम समय में लुभाया
अमेरिका में भारतीय मूल के 2.6 मिलियन वोटर हैं, जिन्हें आकर्षित करने के लिए ट्रंप ने दीपावली पर खास मैसेज दिया और यह बताया कि वे हिंदुओं की रक्षा के लिए उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर हुए हमले की निंदा की और कहा कि अगर हिंदुओं पर कहीं भी हमला होता है तो वे उनके साथ हैं. ट्रंप के इस मैसेज का भारतवंशियों पर खास प्रभाव पड़ा जबकि कमला हैरिस ने भारतवंशी होते हुए हिंदुओं को इग्नोर किया. इसके साथ ही ट्रंप ने उपराष्ट्रपति पद के लिए जेंडी वेंस का नाम आगे किया, जिनकी पत्नी भारतीय मूल की ऊषा वेंस हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप ने जीत हासिल कर ली है । छह भारतीय अमेरिकियों ने प्रतिनिधि सभा का चुनाव जीता है जिससे मौजूदा कांग्रेस में उनकी संख्या पांच से बढ़ गई है। वहीं भारतीय-अमेरिकी वकील सुहास सुब्रमण्यम ने वर्जीनिया और पूरे पूर्वी तट से निर्वाचित होने वाले समुदाय के पहले व्यक्ति बनकर इतिहास रच दिया। सुब्रमण्यन ने रिपब्लिकन पार्टी के माइक क्लैंसी को हराया।
वो बातें जिन्होंने डोनाल्ड ट्रंप को जिता दिया प्नेसीडेंट का चुनाव
स्विंग स्टेट पर किया फोकस
डोनाल्ड ट्रंप ने चुनाव में कांटे की टक्कर को देखते हुए स्विंग स्टेट पर विशेष फोकस किया और उसका लाभ उन्हें मिला भी वे 7 में 6 स्विंग स्टेट में आगे हैं. पेंसिल्वेनिया, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, जॉर्जिया, नेवादा, एरिजोना और नॉर्थ कैरोलिना स्विंग स्टेट में आते हैं, जिनका ट्रंप ने शुक्रिया भी अदा किया है और कहा है कि उनका पूरा साथ मिला. स्विंग स्टेट के मूड और मुद्दों को भांपकर ट्रंप ने अपना अभियान चलाया. ट्रंप ने अमेरिकियों को भरोसा दिलाया कि उन्होंने अपने शासनकाल में विश्व में कोई युद्ध नहीं कराया और अमेरिका के नवनिर्माण के बारे में सोचा.ट्रम्प ने जॉर्जिया और उत्तरी कैरोलिना जैसे प्रमुख स्विंग राज्यों को सफलतापूर्वक फिर अपने नाम लिख दिया, जो उनकी चुनावी सफलता के लिए जरूरी थी. कहा जा रहा है कि इस बार ट्रंप ने जो समर्थन हासिल किया है, वो उनकी 2016 की जीत से ज्यादा जबरदस्त है. इन क्षेत्रों में उनके बार-बार के दौरे और लक्षित अभियान ने उन मतदाताओं के बीच उनके समर्थन को मजबूत करने में मदद की है जो पहले डेमोक्रेटिक थे, लेकिन अब उनकी ओर आ गए. खासकर उनको ट्रंप के इन वादों में दम लगा कि देश में भेदभाव खत्म होगा, देश ज्यादा मजबूत और महान होगा. लोगों का जीवन ज्यादा बेहतर होगा.
मजबूत आधार समर्थन
ट्रंप का अपना मजबूत सपोर्ट बेस है. उनके समर्थकों का आधार उनके साथ लगातार बना हुआ है. उसी वजह से रिपब्लिकन पार्टी में वह ना केवल फिर से प्रेसीडेंट कैंडीडेट बन पाए बल्कि चुनाव अभियान के दौरान लगातार दिखाया कि वो खासे मजबूत हैं उन्हें चुनाव अभियान के दौरान लगातार रैलियों में खासा समर्थन मिला. भीड़ जुटी. उन्होंने “अमेरिका को फिर से महान बनाने” का सपना दिखाया. कामकाजी वर्ग विशेष रूप से कॉलेज की डिग्री न रखने वाले मतदाताओं से उनकी अपील ने उनके पारंपरिक मतदानों को साथ रखा. दरअसल डेमोक्रेटिक पार्टी के बाइडन के चार साल के राज में लोगों को कई मामलों में मायूसी हुई थी.
महंगाई और बेरोजगारी
पिछले चार सालों में अमेरिका में महंगाई बढ़ी है. साथ ही कोरोना के बाद बेरोजगारी की समस्या भी हुई है. अमेरिकी अर्थव्यवस्था खराब हाल में बताई जा रही है. हालांकि कमला हैरिस ने चुनाव भाषणों में बार बार कहा कि अर्थव्यवस्था पटरी पर लौट आई है. सबकुछ बेहतर है लेकिन जनता ने उनकी बात पर विश्वास नहीं किया. उन्हें ये भी लग रहा था कि अमेरिका अपना ज्यादातर पैसा बाहर के कामों पर लगा रहा है जबकि उसकी जरूरत देश को ज्यादा है.
ट्रंप का अभियान आर्थिक सुधार, कर कटौती के वादे और अमेरिका में मजबूत विनिर्माण की वापसी पर केंद्रित रहा. वो हर सभा में ये मुद्दे उठाकर बेहतर दिन वापस लौटने और महान अमेरिका के सपने दिखाते रहे. उनका लक्ष्य कॉर्पोरेट करों और विनियमन में और कटौती का प्रस्ताव देकर लोगों को लुभाना था, जिसमें वह पर्याप्त तौर पर सफल रहे.
आव्रजन नीति
आव्रजन पर ट्रंप का रुख कई मतदाताओं की चिंता को जाहिर करता है. खासतौर पर बाइडन प्रशासन के चार साल के कामकाज के दौरान लोगों के दिमाग में खासतौर पर ये बैठ गया कि बाहर के लोग देश में आ रहे हैं. उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं हो रही है. सीमा सुरक्षा भी चिंता का विषय है. ट्रंप ने इस पर सख्ती से रोक लगाने की बात की है. उन्होंने फर्स्ट अमेरिकन की बात की यानि अप्रवास खत्म करके अमेरिकियों और उनके परिवारों की सुरक्षा को आगे रखा जाएगा. ट्रंप का साफ कहना है कि वह अवैध आव्रजन से सख्ती से निपटेंगे.
लोगों को लगा कि वह मजबूत प्रेसीडेंट होंगे
अमेरिका और दुनिया जिस दौर से गुजर रही है, उसमें अमेरिका के लोगों को लगा कि उन्हें एक मजबूत और साफ साफ बात करने वाले प्रेसीडेंट की जरूरत है. इसमें उन्हें ट्रंप एकदम परफेक्ट नजर आए. हालांकि ट्रंप विवादित हैं, मुकदमों में फंसे हुए हैं.