• नफ़रत इस देश का दुर्भाग्य बन चुकी है। मनुष्यता किसी को रास नहीं आ रही है।
सत्यार्थ न्यूज़ : नफरत में यह देश इतना डूबता जा रहा है कि ना गांधी को छोड़ा, ना नेहरू, ना अंबेडकर को, आज किसी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की प्रतिमा पर जूते रख दिए।
सम्मान और गौरव की परंपरा धूल खा रही है। लोग आपस में एक-दूसरे को अपमानित करने में आनंद अनुभव कर हैं।
शांति की बात करने वाला यह देश नफ़रत में क्यों डूब रहा है? इसकी जड़ें कहां हैं?
इसी नफ़रत के चलते राजनीति गाल चमका रही है।
तस्वीर भोपाल के मिंटो हॉल में शास्त्रीजी की प्रतिमा की है।