शुक्रवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। सेंसेक्स 800 अंक और निफ्टी 280 अंक गिर गया, जिससे निवेशकों को बड़ा झटका लगा।
संवाददाता विशाल लील की रिपोर्ट
पिछले कुछ दिनों में शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई है, जिससे निवेशकों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है. एक रिपोर्ट की मानें तो अभी तक 26 लाख करोड़ से अधिक रुपए डूब चुके हैं. अगर अक्टूबर के आंकड़ों को देखें इस महीने में अब तक बीएसई सेंसेक्स 5 प्रतिशत तक नीचे आ चुका है. वहीं एनएसई निफ्टी का भी हाल कुछ ऐसा ही है. ऐसे में बाजार की गिरावट कई बातों की ओर इशारा भी कर रही है, तो दूसरी ओर वह निवेशकों के लिए एक पहेली भी बन गया है. इन सब के बीच ब्रोकरेज फर्म CLSA की रिपोर्ट ने चिंता और बढ़ा दी है.
क्या कहती है रिपोर्ट?
ब्रोकरेज फर्म CLSA के टॉप चार्टिस्ट लॉरेंस बालांको के अनुसार, निफ्टी 50 इंडेक्स में मौजूदा स्तर से और 1,000 अंक की गिरावट हो सकती है. उनके मुताबिक, अगले 20 कारोबारी सत्रों के दौरान निफ्टी 23,300 के स्तर तक गिर सकता है. बुधवार को निफ्टी 37 अंक टूटकर 24,435 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 138 अंक गिरकर 80,081 पर बंद हुआ. बैंक निफ्टी, स्मॉल कैप और मिडकैप इंडेक्स में भी गिरावट दर्ज की गई. बीएसई के टॉप 30 शेयरों में से 22 शेयरों में गिरावट रही, जबकि एनटीपीसी और महिंद्रा के शेयरों में 3% से ज्यादा की गिरावट आई.
क्यों बाजार लगा रहा गोता?
शेयर बाजार में गिरावट के पीछे सबसे बड़ा कारण कंपनियों के तिमाही मुनाफे में आई कमी है, जो उम्मीदों से कम रहा है. विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से भारी मात्रा में पैसा निकाला है, जो अक्टूबर महीने में 88,244 करोड़ रुपए तक पहुंच चुका है. इसके अलावा, अमेरिकी चुनावों और ग्लोबल मार्केट में दबाव के कारण भी बाजार पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है. साथ में चीन की सरकार द्वारा अपनी इकोनॉमी के लिए 142 अरब डॉलर का राहत पैकेज देना भारतीय बाजार के लिए नुकसान का सौदा साबित हो गया है, क्योंकि इसके चलते विदेशी निवेशक भारत से पैसा निकालकर चीन में लगा रहे हैं.
एक्सपर्ट का कहना है कि इस समय निवेशकों को खरीदारी से बचना चाहिए और बाजार की दिशा स्थिर होने तक इंतजार करना चाहिए. जब तक शेयर बाजार लगातार दो दिन अपने उच्चतम स्तर पर बंद नहीं होता, तब तक निवेश करना जल्दबाजी हो सकता है.
शेयर बाजार में शुक्रवार (25 अक्टूबर) को बिकवाली का दबाव बरकरार रहा और सेंसेक्स- निफ्टी लगातार 5वें दिन गिरावट पर बंद हुए. कारोबार के अंत में तीस शेयरों पर आधारित बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स (Sensex) 662.87 अंक यानी 0.83 फीसदी की गिरावट के साथ 79,402.29 के स्तर पर बंद हुआ. वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) 218.60 अंक यानी 0.9 फीसदी की गिरावट के साथ 24,180.80 के स्तर पर बंद हुआ.
शुक्रवार के कारोबाप IndusInd Bank, M&M, Adani Enterprises, Shriram Finance और NTPC निफ्टी के टॉप लूजर रहे जबकि ITC, Sun Pharma, Britannia Industries, HUL और Axis Bank निफ्टी के टॉप गेनर रहे.इसके अलावा महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टुब्रो, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, मारुति सुजुकी, बजाज फाइनेंस और टाइटन के शेयर भी गिरावट के साथ बंद हुए। दूसरी तरफ आईटीसी के शेयर बेहतर तिमाही नतीजों के दम पर दो प्रतिशत से अधिक चढ़ गए। ऐक्सिस बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, सन फार्मा और आईसीआईसीआई बैंक के शेयर भी लाभ के साथ बंद हुए
अक्टूबर के महीने में सेंसेक्स और निफ्टी में बड़ी गिरावट
अक्टूबर के महीने में दिवाली से करीब एक हफ्ता पहले शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखने को मिल चुकी है. कोविड-19 के बाद शेयर बाजार में किसी एक महीने में सबसे बड़ी गिरावट मानी जा रही है. आंकड़ों को देखें तो बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स सेंसेक्स पिछले महीने के आखिरी कारोबारी दिन 84,299.78 अंकों पर था. जिसमें 4,897.49 अंकों की गिरावट देखने को मिल चुकी है. इसका मतलब है कि सेंसेक्स अक्टूबर के महीने में 5.81 फीसदी तक टूट चुका है. वहीं दूसरी ओर निफ्टी में तो 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. आंकड़ों के अनुसार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी पिछले महीने के आखिरी कारोबारी दिन 25,810.85 अंकों पर था. जिसमें अब तक 1,630.05 अंक यानी 6.32 फीसदी की गिरावट आ चुकी है.
शेयर बाजार निवेशकों को मोटा नुकसान
वहीं दूसरी ओर शेयर बाजार निवेशकों को शुक्रवार को मोटा नुकसान हुआ है. गुरुवार को बीएसई का मार्केट कैप 4,43,79,304.92 करोड़ रुपए था, जो घटकर 4,36,98,921.66 करोड़ रुपए पर आ चुका है. इसका मतलब है कि निवेशकों को शुक्रवार को 6,80,383.26 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है. बीते 5 कारोबारी दि…
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