रिपोर्टर देवीनाथ लोखंडे
घोड़ाडोंगरी- बैतूल
सचिव और रोजगार सहायक को हटाने सरपंच ने सौंपा ज्ञापन
पंचायत भवन में न बैठने और योजनाओं के क्रियान्वयन में देरी के आरोप
पंचायत सचिव मयंक मवासे और कमल अखण्डे, प्रभारी सचिव जोगानन्द मालाकार के खिलाफ कार्रवाई की मांग
बैतूल। जनपद पंचायत घोड़ाडोंगरी अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत खापा के सचिव मयंक मवासे, प्रभारी सचिव जोगानन्द मालाकार और रोजगार सहायक कमल अखण्डे की निष्क्रियता और लापरवाही के चलते पंचायत के विकास कार्य ठप हो गए हैं। पंचायत सचिव और रोजगार सहायक समय पर पंचायत भवन में उपस्थित नहीं होते, जिसके कारण शासन की विभिन्न योजनाओं का क्रियान्वयन समय से नहीं हो पा रहा है। इस स्थिति से आक्रोशित होकर ग्राम पंचायत की सरपंच श्रीमती सहनवती कवड़े ने जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपकर इन्हें हटाने की मांग की है।
सरपंच श्रीमती सहनवती कवड़े ने अपने ज्ञापन में बताया कि ग्राम पंचायत खापा में नियुक्त सचिव मयंक मवासे, प्रभारी सचिव जोगानन्द मालाकार और रोजगार सहायक कमल अखण्डे पंचायत में अपने कार्यों के प्रति लापरवाह हैं। वे पंचायत भवन में नियमित रूप से उपस्थित नहीं होते, जिससे ग्रामवासियों को अपने कार्यों के लिए भटकना पड़ता है। इसके अलावा, पंचायत के विकास कार्यों में भी बड़ी देरी हो रही है।
शासन की योजनाओं का क्रियान्वयन बाधित
ज्ञापन में बताया कि सचिव और रोजगार सहायक की गैर-हाजिरी के कारण जनता को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है। विभिन्न विकास योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, मनरेगा, एवं अन्य योजनाओं का क्रियान्वयन समय पर नहीं हो रहा है। ग्राम पंचायत खापा की जनता इन अधिकारियों की निष्क्रियता से बेहद परेशान है और पंचायत भवन में उन्हें समय पर कोई सहायता नहीं मिल रही।
सरपंच श्रीमती सहनवती कवड़े ने यह भी आरोप लगाया है कि पंचायत सचिव और रोजगार सहायक नियमित रूप से पंचायत भवन में उपस्थित नहीं रहते हैं। उनका अधिकांश समय पंचायत भवन से बाहर रहता है, जिससे पंचायत कार्य प्रभावित हो रहे हैं। पंचायत भवन में न बैठने और जनता की समस्याओं का समाधान न करने के कारण पंचायत के विकास कार्य ठप हो गए हैं। ज्ञापन में मांग की गई है कि ग्राम पंचायत खापा के विकास और जनता की सुविधा के लिए तत्काल प्रभाव से सचिव मयंक मवासे, प्रभारी सचिव जोगानन्द मालाकार और रोजगार सहायक कमल अखण्डे को हटाया जाए।