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मथुरा। पुलिस मुठभेड़ के दौरान घायल अवस्था में गिरफ्तार 25 हजार का इनामी पेशी पर आए शातिर को पुलिस कस्टडी से ले उड़ी थी पत्नी

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गोपाल चतुर्वेदी/मथुरा।

पुलिस मुठभेड़ के दौरान घायल अवस्था में गिरफ्तार 25 हजार का इनामी

पेशी पर आए शातिर को पुलिस कस्टडी से ले उड़ी थी पत्नी

 

मथुरा । कोसीकलां थाना पुलिस द्वारा बुधवार रात मुठभेड़ में गिरफ्तार शातिर अपराधी अनिल उर्फ टि्वंकल से पूछताछ में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। उसने बताया कि अपने गांव के सरपंच की हत्या करने के लिए वह पुलिस हिरासत से भागा था। पुलिस हिरासत से भागने के बाद उसने हथियार व कारतूस भी जुटा लिए थे। इसी के साथ हरियाणा की एक जेल में बंद अपने बड़े भाई उमेश को भी भगाने की साजिश रची थी। फिलहाल पुलिस अभिरक्षा में उसका उपचार चल रहा है। शनिवार या रविवार को डॉक्टर की सलाह के बाद उसे जेल में दाखिल किया जाएगा।
एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि बुधवार रात आगरा-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग पर कोसीकलां थाना क्षेत्र के हथाना-कोटवन मोड़ पर मुठभेड़ के बाद अनिल को दबोच लिया। उसके दोनों पैरों में गोली लगी है। पूछताछ में उसने कई खुलासे किए हैं। बताया कि, होडल के जिस गेस्ट हाउस में जिस महिला को अपनी पत्नी बताकर मिला था। वह उसकी पत्नी नहीं, बल्कि प्रेमिका खुशबू है, जो कि दिल्ली के एक उद्यमी की बेटी है। वह हर पेशी पर उससे मुलाकात करने आती थी।अनिल ने बताया कि 16 जनवरी को उसे पुलिस की शिथिलता के चलते भागने का मौका मिला। वह पुलिसकर्मियों के सामने ही खुशबू के साथ भाग गया। होडल से भागकर सीधे हरिद्वार पहुंचा था। वहां कई दिनों तक खुशबू के साथ रहा। इसके बाद दिल्ली आया। यहां एक फ्लैट लिया। देहरादून भी गया। इस दौरान खुशबू उसका खर्चा उठा रही थी। भागने का उद्देश्य बताया है कि वह अपने गांव भिडूकी के सरपंच अरुण की हत्या करना चाहता था। इसके लिए उसने हथियार, कारतूस जुटा लिए थे। हरियाणा की जेल में 10 साल की सजा काट रहे बड़े भाई उमेश को अन्य मुकदमों की पेशी पर कोर्ट जाने के दौरान पुलिस हिरासत से भगाना चाहता था, लेकिन सफल नहीं हो सका। इधर, उसके भागने की सूचना पर सरपंच अरुण भी सतर्क हो गया था। वह अकेला घर से निकलता नहीं था। अनिल ने उसकी कई बार रैकी की, लेकिन हत्या का मौका नहीं मिला।अनिल ने फरारी के दौरान अपने खर्चे चलाने के लिए रंगदारी मांगना भी शुरू कर दिया था। होडल के सुनील नाम के कारोबारी से उसने रंगदारी मांगी थी। एक कपड़ा विक्रेता के यहां अपने गुर्गे भेजकर उससे कई जोड़ी कपड़े भी रंगदारी में लिए थे।अनिल के पिता हरवीर सरपंच रह चुके हैं। वर्तमान में इस कुर्सी पर गांव के अरुण का कब्जा है। सरपंची को लेकर दोनों पक्षों में कई साल पुरानी रंजिश है। इस रंजिश में कई बार गोली भी चल चुकी है। विपक्षी द्वारा अनिल व उसके परिवार व अन्य गुर्गों पर सात मुकदमे भी दर्ज कराए चुके हैं।एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि अनिल की गिरफ्तारी के बाद उसकी प्रेमिका खुशबू पर शिकंजा कसा जा रहा है। जल्द ही उसकी भी गिरफ्तारी की जाएगी। फरारी के दौरान अनिल के अन्य कौन-कौन मददगार रहे, उनकी भी जानकारी जुटाई जा रही है। अनिल की फरारी का मूल मुकदमा होडल में दर्ज है। वहां की पुलिस को भी इसकी गिरफ्तारी की रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई है। गिरफ्तारी करने वाली टीम को 25 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। यह धनराशि अनिल की गिरफ्तारी पर पूर्व से घोषित थी।

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